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सर्वाइकल कैंसर का उन्मूलन सम्भव, रोकथाम उपायों की सुलभता बढ़ाने पर बल

मानव एचपीवी के ख़िलाफ़ विकसित वैक्सीन, बेहद कारगर व सुरक्षित है.
Pan American Health Organization
मानव एचपीवी के ख़िलाफ़ विकसित वैक्सीन, बेहद कारगर व सुरक्षित है.

सर्वाइकल कैंसर का उन्मूलन सम्भव, रोकथाम उपायों की सुलभता बढ़ाने पर बल

स्वास्थ्य

हर वर्ष, 4 फ़रवरी को 'विश्व कैंसर दिवस' मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस बीमारी के प्रति जागरूकता का प्रसार करना और देखभाल सेवाओं में मौजूदा अन्तर पाटने के लिए कार्रवाई को प्रेरित करना है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम सम्भव है मगर स्वास्थ्य सेवाओं में पसरी विषमताओं के कारण लाखों लोगों की निदान व उपचार सेवाओं तक पहुँच नहीं है. एक वीडियो रिपोर्ट...

कैंसर भेदभाव नहीं करता, लेकिन आय, शिक्षा, लिंग और जातीयता के कारण उपजी असमानता जैसी वजहों से, सेवाओं में महत्वपूर्ण बाधाएँ पैदा होती हैं और असमान रूप से बीमारी का बोझ बढ़ाती हैं.

सर्वाइकल कैंसर इसका स्पष्ट उदाहरण कहा जा सकता है. हालाँकि सर्वाइकल कैंसर पूरी तरह रोकथाम योग्य है, लेकिन फिर भी यह दुनिया में सबसे अधिक कैंसर सम्बन्धित मौत का कारण है.

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निम्न और मध्यम आय वाले देशों में, जहाँ शुरुआती जाँच और उपचार तक पहुँच दुर्लभ है, सर्वाइकल कैंसर की दर उच्च आय वाले देशों की तुलना में लगभग दोगुनी है. अफ़सोस की बात यह है कि कि सर्वाइकल कैंसर से होने वाली दस में से नौ मौतें, निम्न व मध्यम आय वाले देशों की महिलाओं की होती है.

सर्वाइकल कैंसर के लगभग सभी मामले मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के संक्रमण से जुड़े होते हैं, जो यौन सम्पर्क के ज़रिये प्रसारित होने वाला एक आम वायरस है. हालाँकि अधिकाँश एचपीवी संक्रमण अपने-आप हल हो जाते हैं, लेकिन बिना इलाज लगातार संक्रमण, महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का कारण बन सकता है.

संसाधन-सीमित क्षेत्रों में सर्वाइकल कैंसर रोकथाम उपकरणों का उपयोग कठिन होता है, जिससे इन देशों की महिलाओँ को जीवन रक्षक उपाय हासिल नहीं हो पाते.

इन देशों में स्वास्थ्य सेवाओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये, यूनीटेड और सहयोगियों ने, सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के उपकरणों व रणनीतियों का एक प्रभावी पैकेज विकसित किया है.

डब्ल्यूएचओ का सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन लक्ष्य पाने के लिये, बुर्किना फासो, मलावी, नाइजीरिया, फिलीपींस, रवाण्डा और सेनेगल में, इस पैकेज का उपयोग किया जा रहा है.

निदान व उपचार पर ज़ोर

डब्ल्यूएचओ का मक़सद, कैंसर के मामलों की पहचान करके, 2030 तक शुरुआती कैंसर की पीड़ित 90% महिलाओं का उपचार करना है.

नए एचपीवी परीक्षण, पहले इस्तेमाल किए जाने वाली सर्विक्स निरीक्षण पद्धति से बेहतर हैं. इन कार्यक्रमों के ज़रिये, सात देशों में 50% से अधिक महिलाओं की अब तक एचपीवी जाँच की जा चुकी है.

हैंडहेल्ड, बैटरी चालित थर्मल एब्लेशन डिवाइस, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पूर्व-कैंसर वाले घावों का तेज़ी से उपचार करता है. यह उपकरण, भारी क्रायोथेरेपी कंटेनरों की जगह ले रहे हैं, और 15 मिनट की तुलना में, उपचार में केवल एक से दो मिनट ही लगते हैं.

यूनीटेड के निवेशों से प्राप्त मूल्य निर्धारण समझौतों ने, एचपीवी स्क्रीनिंग की लागत को एक तिहाई कम कर दिया है. साथ ही, थर्मल एब्लेशन उपकरणों की क़ीमत आधी हो गई है, जिससे क्रायोथेरेपी की तुलना में उपचार, दस गुना सस्ता हो गया है. इसके अलावा, पैल्विक परीक्षण को दरकिनार कर, स्वयं अपना जाँच नमूना लेने की तकनीकों के कारण, महिलाओं के लिये स्क्रीनिंग अधिक स्वीकार्य हो गई है.

सर्वाइकल प्री-कैंसर की पहचान और उपचार के लिये, इन निवारक देखभाल समाधानों को प्रसार व जागरूकता हेतु, मौजूदा स्वास्थ्य संरचनाओं में एकीकृत किया जा रहा है.

यह समाधान, पूर्व-कैंसर उपचार के लिये वरदान साबित हो सकते हैं और अगली सदी में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली लगभग 6 करोड़ 50 लाख मौतों की रोकथाम में मदद दे सकते हैं.