आसियान: यूएन प्रमुख का एकल वैश्विक अर्थव्यवस्था की महत्ता पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कम्बोडिया की राजधानी नॉम पेन्ह में आसियान सम्मेलन के दौरान शनिवार को एक प्रैस वार्ता में कहा है कि ऐसे समय में जबकि भूराजनैतिक विभाजन, नए लड़ाई-झगड़ों को भड़काने और पुराने संघर्षों के समाधान कठिन बनाने के जोखिम उत्पन्न कर रहे हैं तो, वैश्विक अर्थव्यवस्था को दो विरोधी धड़ों में बाँटने का जोखिम मोल नहीं लिया जा सकता है.
यूएन प्रमुख ने दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन – आसियान के 12 वें सम्मेलन में क्षेत्रीय नेताओं को सम्बोधित करने के बाद, पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए ये बात कही. आसियान में 10 देश सदस्य हैं.
At ASEAN, I condemned appalling human rights situation in Myanmar & repeated call on country's authorities to release all political prisoners & launch inclusive process to return to democratic transition.
I also urged countries to develop regional framework to protect refugees.
antonioguterres
यूएन प्रमुख ने कहा, “जैसाकि मैंने कल सम्मेलन के दौरान कहा, हमें वैश्विक अर्थव्यवस्था के दो धड़ों में विभाजन को, हर क़ीमत पर टालना होगा, जो दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों – संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के नेतृत्व में सक्रिय हैं.”
उन्होंने ये भी कहा कि आसियान के सदस्य देश, इस आर्थिक खाई को पाटने के लिये प्रासंगिक स्थान रखते हैं.
उन्होंने साथ ही ज़ोर दिया कि “हमारे पास केवल एक ऐसी वैश्विक अर्थव्यवस्था और वैश्विक बाज़ार हों, जिस तक सभी को पहुँच हासिल हो.”
यूएन प्रमुख ने कुछ ऐसे मुद्दों का ज़िक्र भी किया जो वो एक दिन पहले आसियान सम्मेलन में उठा चुके थे, जिनमें म्याँमार की स्थिति का मुद्दा भी शामिल है, जिसे उन्होंने देश के लोगों के लिये अन्तहीन तकलीफ़ों वाली स्थिति बताया, और जो पूरे क्षेत्र में शान्ति व सुरक्षा के लिये एक ख़तरा है.
ग़ौरतलब है कि म्याँमार में सेना ने फ़रवरी 2021 में सत्ता पर क़ब्ज़ा किया था और उसके बाद से ही देश एक राजनैतिक, मानवाधिकार और मानवीय संकटों की जकड़ में है.
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि आसियान ने म्याँमार की इस स्थिति के मुद्दे पर, एक पाँच सूत्री सहमति बनाकर, आगे बढ़ने का सैद्धान्तिक तरीक़ा अपनाया है.
ये पाँच सूत्री सहमति की योजना अप्रैल 2021 में स्वीकृत की गई थी और इसमें हिंसा को तुरन्त रोके जाने की पुकार के साथ-साथ, तमाम पक्षों के दरम्यान रचनात्मक संवाद आयोजित होने, विशेष दूत की नियुक्ति, मानवीय सहायता के प्रावधान, और विशेष दूत की देश यात्रा के लिये भी आहवान किया गया है.
उन्होंने कहा, “मैं आसियान के सदस्य देशों सहित तमाम देशों से म्याँमार के बारे में एक एकीकृत रणनीति तैयार करने का आग्रह करता हूँ जो, देश के लोगों की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं पर केन्द्रित हो.”
यूक्रेन में युद्ध, वैश्विक ऊर्जा व खाद्य संकटों के साथ-साथ, जलवायु आपदा भी, इस एक दिवसीय सम्मेलन के एजेंडे में शामिल थे.
एंतोनियो गुटेरेश ने पत्रकारों से कहा, “इस उथल-पुथल वाले दौर में, आसियान सहित क्षेत्रीय संगठनों को, वैश्विक समाधान तलाश करने ज़रूरी हैं.”
यूएन महासचिव, मिस्र के शर्म अल शेख़ में यूएन जलवायु सम्मेलन कॉप27 में शिरकत करने के बाद, आसियान सम्मेलन में भाग लेने के लिये कम्बोडिया की राजधानी नॉम पेन्ह पहुँचे थे.