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वियतनाम: जलवायु आपदा पर पार पाने के लिये एकजुटता की ज़रूरत पर बल

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (बाएँ), वियतनाम के राष्ट्रपति न्गूयेन शुआन फ़ूक के साथ मुलाक़ात करते हुए.
UN Photo/Minh Hoang
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (बाएँ), वियतनाम के राष्ट्रपति न्गूयेन शुआन फ़ूक के साथ मुलाक़ात करते हुए.

वियतनाम: जलवायु आपदा पर पार पाने के लिये एकजुटता की ज़रूरत पर बल

जलवायु और पर्यावरण

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने वियतनाम की अपनी यात्रा के दौरान, जलवायु आपदा का मुक़ाबला करने के प्रयासों में, वैश्विक एकजुटता की महत्ता को रेखांकित किया है. उन्होंने ये यात्रा, वियतनाम की यूएन सदस्यता की 45 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर की है.

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि देशों को जलवायु संकट के विरुद्ध जद्दोजेहद में, न्याय के साथ-साथ मज़बूत एकजुटता व सहयोग की दरकार है.

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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने, वियतनाम की यूएन सदस्यता के 45 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक समारोह में शिरकत की और युवजन व यूएन शान्तिसैनिकों के साथ भी संवाद किया.

यूएन प्रमुख मंगलवार को भारत की दिन की यात्रा पर पहुँचे थे और वो यात्रा गुरूवार को सम्पन्न होने के बाद उनकी वियनाम यात्रा शनिवार को सम्पन्न हुई.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि वियतनाम की यूएन सदस्यता के 45 वर्ष का समय, परिवर्तन और आशा का एक दौर रहा है.

उन्होंने साथ ही आशा व्यक्त की है कि शान्ति, टिकाऊ विकास और सर्वजन के लिये मानवाधिकारों के क्षेत्र में, वियतनाम के साथ सहयोग और ज़्यादा सघन होगा.

टिकाऊ विकास के लिये प्रयास

एंतोनियो गुटेरेश ने इस यात्रा के दौरान, देश के राष्ट्रपति न्गूयेन शुआन फ़ूक, प्रधानमंत्री फ़ाम मिन्ह चिन्हऔर अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात भी की है.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने इस मौक़े पर कहा है, “हम ना केवल इस मज़बूत साझेदारी की ज़ोरदार सराहना करते हैं, बल्कि वियतनाम की इस असाधारण यात्रा का जश्न भी मना रहे हैं.”

उन्होंने रेखांकित किया कि ये यात्रा संघर्ष से शान्ति, सहायता पर निर्भर रहने से आत्मनिर्भरता, निर्धनता से विकास के लिये परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करती है; ये वियतनामी लोगों द्वारा लिखी गई, परिवर्तन व आशा की एक दास्तान है.

यूएन महासचिव ने ध्यान दिलाया कि भविष्य पर नज़र केन्द्रित करना और टिकाऊ विकास के लिये 2030 के एजेंडा पर अमल करना, विकास के लिये वियतनाम की सफलता जारी रखने के लिए अति महत्वपूर्ण है.

उन्होंने कहा कि वियतनाम को महिलाओं और युवजन के लिये और ज़्यादा रोज़गार सृजित करने होंगे, हरित अर्थव्यवस्था में अपनी हिस्सेदारी बढ़ानी होगी, आमदनी में बढ़ती खाई का रुख़ पलटना होगा और पर्यावरण क्षय और प्रदूषण की समस्याओं का सामना करना होगा.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, वियतनाम की यात्रा के दौरान (अक्टूबर 2022)
UN Photo/Linh Luong
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, वियतनाम की यात्रा के दौरान (अक्टूबर 2022)

मानवाधिकार और विधि के शासन को प्रोत्साहन

एंतोनियो गुटेरेश ने दलील देते हुए कहा कि मानवाधिकार को बढ़ावा देना होगा और क़ानून का शासन मज़बूत करना होगा क्योंकि समाज की पूर्ण क्षमता को सामने लाने के लिये, मानवाधिकार अहम कुंजी हैं.

उन्होंने ध्यान दिलाया कि वियतनाम, गत सप्ताह ही, यूएन मानवाधिकार परिषद के लिये निर्वाचित हुआ है.

उन्होंने ये भी रेखांकित किया कि वियतनाम का ये चुनाव, प्रत्येक सदस्य देश को, तमाम सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक और सिविल क्षेत्रों में मानवाधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी याद दिलाता है. इनमें अभिव्यक्ति व संगठन बनाने और सभाएँ करने की स्वतंत्रताओँ सहित, बुनियादी आज़ादियों के लिये सम्मान सुनिश्चित करना भी शामिल है.

उन्होंने ज़ोर देकर ये भी कहा कि चाहे वो पत्रकार हों, मानवाधिकार कार्यकर्ता या पर्यावरण पैरोकार, या फिर सिविल सोसायटी जो मानवाधिकारों को जीवन्त बनाते हैं, उन सभी की सुरक्षा और समाज में इनकी पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित किये जाने की ज़रूरत है.

वैश्विक जलवायु कार्रवाई

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, वियतनाम की यात्रा के दौरान, देश के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाक़ात करते हुए.
UN Photo/Minh Hoang
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, वियतनाम की यात्रा के दौरान, देश के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाक़ात करते हुए.

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि जब जलवायु परिवर्तन की बात आती है तो दुनिया एक विशाल ख़तरे का सामना कर रही है, और वियतनाम का मेकाँग डेल्टा क्षेत्र, विश्व के सबसे नाज़ुक स्थानों में से एक है.

उन्होंने ध्यान दिलाया कि एक ज़्यादा समन्वित वैश्विक जलवायु कार्रवाई नहीं की गई तो, 10 लाख से भी ज़्यादा वियतनामी लोग केवल इसी दशक में, निर्धनता में धकेल दिये जाएंगे; वियतनाम के लिये जलवायु व्यवधान की लागत, 2050 तक, 50 गुना बढ़ जाएगी.

उन्होंने इस चुनौती का मुक़ाबला करने के लिये, जी20 देशों से, जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध लड़ाई में बढ़त लेने का प्रस्ताव रखा और कहा कि धनी देशों को, विकासशील देशों को हर साल सहनक्षमता निर्माण के लिये, 100 अरब डॉलर की रक़म देने का अपना वादा पूरा करना होगा.

युवजन के साथ संवाद

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, वियतनाम की यात्रा का दौरान, युवजन के साथ संवाद करते हुए.
UN
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, वियतनाम की यात्रा का दौरान, युवजन के साथ संवाद करते हुए.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, वियतनाम के युवा प्रतिनिधियों और देश में तैनात यूएन शान्तिरक्षकों के साथ संवाद में भी शिरकत की, जिसका आयोजन राजनय अकादमी में, ‘एक समावेशी और टिकाऊ भविष्य के लिये, नवाचार व भागेदारी’ नामक थीम के तहत किया गया.

यूएन महासचिव ने ज़ोर देकर कहा कि जलवायु आपदा और अन्य मौजूदा4 और उभरती वैश्विक चुनौतियों पर पार पाने के लिये, एकजुटता ही एक मात्र रास्ता है.

उन्होंने कहा, “हम नई महामारियों के जोखिम का सामना कर रहे हैं. हमारे सामने जलवायु परिवर्तन और दुनिया में असमानता की चुनौतियाँ हैं."

"इन चुनौतियों से हार नहीं मानने की सामर्थ्य हासिल करने क एक मात्र तरीक़ा ये है कि अगर हम अपने प्रयासों में एकजुट हों, अगर हम एक साथ आएँ. और उस सबके लिये अत्यावश्यक है कि हम वास्तविकता में एकजुटता महसूस करें.”