यूक्रेन: परमाणु हथियार प्रयोग की किसी भी धमकी की 'सार्वभौमिक निन्दा' की पुकार
संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष कसाबा कोरोसी ने कहा है कि रूस और यूक्रेन के दरम्यान जारी युद्ध को रोकने के लिये, कूटनैतिक समाधान का दरवाज़ा खुला रखना होगा, और परमाणु हथियारों के प्रयोग की किसी भी धमकी की, “सार्वभौमिक निन्दा” की जानी चाहिये.
कसाबा कोरोसी सोमवार को यूक्रेन मुद्दे पर यूएन महासभा के नवीनतम आपात विशेष सत्र में बोल रहे थे.
The war in Ukraine should have never been started.
But it will end one day.
Guns will be silent.
But when? At what cost?
What will Ukraine look like when peace returns?
What will the world look like?
Remarks to the 11th Emergency Special Session🔗 https://t.co/D4JFgDvSzn https://t.co/takM3OXymM
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यूक्रेन पर 24 फ़रवरी को शुरू हुए रूसी आक्रमण से भड़के युद्ध पर यूएन सुरक्षा परिषद में 30 सितम्बर को प्रस्तुत किये गए एक अन्य प्रस्ताव को, रूस द्वारा वीटो कर दिये जाने के बाद, महासभा का ये विशेष आपात सत्र आयोजित किया गया है.
राजनैतिक समाधान ज़रूरी
सुरक्षा परिषद में उस प्रस्ताव में रूस द्वारा यूक्रेन के चार प्रान्तों को छीने जाने की निन्दा की गई थी.
यूएन महासभा अध्यक्ष ने रूस द्वारा उन प्रान्तों को अपने क़ब्ज़े में लिये जाने की कार्रवाई को स्पष्ट रूप से ग़ैर-क़ानूनी क़रार दिया.
यूएन महासभा में इस प्रस्ताव पर इस सप्ताह बाद में मतदान होगा.
प्रस्ताव में कहा गया है कि यूक्रेन के सम्बन्धित प्रान्तों को अपने क़ब्ज़े में लेने से पहले, उनमें रूस द्वारा कराया गया कथित जनमत-संग्रह भी अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन करता है.
उन्होंने कहा, “जब तबाह नगरों और यहाँ-वहाँ पड़े शवों की तस्वीरें देखना दैनिक स्थिति बन जाए, तो हम अपनी इनसानियत गँवाने लगते हैं. हमें यूएन चार्टर और अन्तरराष्ट्रीय क़ानून पर आधारित एक राजनैतिक समाधान तलाश करना होगा.”
उन्होंने यूएन महासभा द्वारा 2 मार्च 2022 को पारित किये गए प्रस्ताव का सन्दर्भ दिया जिसमें रूसी सेनाओं से, यूक्रेनी क्षेत्र से तत्काल वापिस हटने की पुकार लगाई गई है: “विकल्प क्या है? साझा मूल्यों से रहित एक दुनिया. शान्ति से रहित एक दुनिया. भविष्य से रहित एक विश्व.“
यूएन समर्थित अनाज समझौता बढ़े
यूएन महासभा अध्यक्ष ने एक सकारात्मक घटनाक्रम का ज़िक्र करते हुए, काला सागर अनाज निर्यात समझौते के मामले में, यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के नेतृत्व की प्रशंसा की.
इस समझौते की बदौलत, लगभग 60 लाख मीट्रिक टन अनाज, यूक्रेन से बाहर निर्यात किया जा सका है.
उन्होंने कहा यूक्रेनी बन्दरगाहों से अनाज की जीवनरक्षक आपूर्ति पूरी तरह से जारी रखने के लिये, एकजुट होकर काम किया जाना होगा.
महासभा अध्यक्ष ने कहा कि काला सागर अनाज निर्यात समझौते की मौजूदा समय सीमा नवम्बर के मध्य में ख़त्म हो रही है जिसे बढ़ाया जाना बहुत ज़रूरी है.
गोपनीय मतदान की मांग ख़ारिज
यूएन महासभा का ये विशेष आपात सत्र एक प्रक्रियात्मक मतदान के साथ शुरू हुआ जिसे रूस ने उठाया था कि यूक्रेन पर मसौदा प्रस्ताव पर चर्चा हो और मतदान गोपनीय हो, नाकि मुक्त रूप में दर्ज मतदान.
अल्बानिया द्वारा लाए गए इस प्रस्ताव के समर्थन में 107 मत, और विरोध में 13 मत पड़े, 39 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया.
देशों के राजदूतों की दलील थी कि अगर शान्ति व सुरक्षा के इस अहम मुद्दे पर, देशों के विचारों को सार्वजनिक किये बिना, गोपनीय मतदान कराया जाता है तो इससे एक ख़तरनाक चलन शुरू हो जाएगा.