थाईलैंड: बाल केन्द्र पर घातक हमले की अन्तरराष्ट्रीय निन्दा

थाईलैंड के उत्तरी क्षेत्र में एक बाल देखभाल केन्द्र पर एक भयानक हमला हुआ है जिसमें अनेक बच्चों की मौत हो गई है. अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर इस हमले की कड़ी निन्दा हुई है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने गुरूवार को कहा कि वो इतने बड़े पैमाने पर गोलीबारी पर हतप्रभ और दुखी हैं.
UNICEF is saddened and shocked by the tragic shooting incident at an early childhood development centre in Thailand, where dozens of people were reported killed, many of them young children.
No child should be a target or witness of violence anywhere, anytime.
UNICEF
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – UNICEF ने कहा है कि मीडिया ख़बरों के अनुसार, 35 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है और उनमें अनेक बच्चे भी हैं.
यूएन बाल एजेंसी ने गुरूवार को जारी एक वक्तव्य में कहा है, “यूनीसेफ़ बच्चों के विरुद्ध किसी भी तरह की हिंसा की निन्दा करता है. किसी भी बच्चे को, कहीं भी, किसी भी समय, हिंसा का निशाना नहीं बनाया जाना चाहिये और ना ही उन्हें हिंसक कृत्य देखने के लिये विवश होना चाहिये.”
अधिकारियों के अनुसार हमलावर कोई पूर्व पुलिस अधिकारी था, जिसने नोंग बुआ लाम्फू प्रान्त में एक बाल केन्द्र पर, बन्दूक और चाकू से लोगों पर हमला करने के बाद, ख़ुद को भी मार दिया.
हमलावर घटनास्थल पर लोगों पर गोलियाँ चलाने और चाकू से हमला करने के बाद वहाँ से भाग गया था.
जब हमलावर की तलाश करने के लिये एक व्यापक पुलिस अभियान चलाया गया तो, उस हमलावर ने ख़ुद को और अपने परिवार को भी मार दिया.
यूनीसेफ़ ने एक वक्तव्य में कहा है कि शुरुआती बचपन विकास केन्द्र, स्कूल और सीखने के तमाम स्थान, बच्चों के लिये सीखने, खेलने और बड़े होने के लिये, सबसे ज़्यादा सुरक्षित स्थान होने चाहिये.
यूएन बाल एजेंसी ने पीड़ितों के परिवारों को संवेदना सन्देश भेजे है.
साथ ही, लोगों से अपील की है कि वो इस हमले की कोई तस्वीरें या वीडियो वग़ैरा कहीं भी प्रकाशित ना करें, क्योंकि उनका बच्चों, पीड़ितों के परिवारों और प्रियजन पर और भी नकारात्मक प्रभाव हो सकता है.
यूनीसेफ़ प्रमुख कैथरीन रसैल ने कहा है कि “इस मूर्खतापूर्ण हमले में, जिन परिवारों ने अपने प्रियजन खो दिये हैं, हम उनके दुख में उनके साथ हैं.”
संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन – UNESCO ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहन सम्वेदना प्रकट की है.
संगठन ने कहा है, “स्कूलों, छात्रों और शिक्षकों पर हमले, शिक्षा के अधिकार पर हमले हैं. इनमें से किसी को भी इस तरह निशाना नहीं बनाया जाना चाहिये.”