WHO: नई रणनीति में स्वास्थ्य आपदाओं का त्वरित मुक़ाबला करने पर ज़ोर
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19, जलवायु सम्बन्धी संकटों और यूक्रेन युद्ध जैसी वैश्विक स्वास्थ्य आपदाओं के मद्देनज़र, उनका मुक़ाबला करने के लिये, बुधवार को एक त्वरित प्रतिक्रिया रणनीति की घोषणा की है.
इस रणनीति का नाम है - Emergency Medical Teams 2030 (EMT) जो आर्मीनिया के येरेवान शहर में एक बैठक में जारी की गई है.
इस बैठक में 110 देशों के स्वास्थ्यकर्मियों, तकनीकी विशेषज्ञों और अन्तरराष्ट्रीय साझीदारों ने शिरकत की.
यह व्यापक समूह दरअसल डॉक्टरों, नर्सों, पैरामैडिक्स कर्मियों, व अन्य कामगारों सहित स्वास्थ्य पेशेवरों को मिलाकर बना है. वो सभी आपदा के हालात में तत्काल सहायता समर्थन मुहैया कराने में प्रशिक्षित व तैयार हैं.
एक मज़बूत नैटवर्क
इस बैठक में जो लगभग 500 लोग शिरकत कर रहे हैं, वो ईएमटी नैटवर्क का हिस्सा हैं, और ये नैटवर्क विश्व स्वास्थ्य संगठन के 6 वैश्विक क्षेत्रों में फैला हुआ है.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी (WHO) के मुखिया डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने अपनी उदघाटन टिप्पणी में कहा कि अब जबकि हम स्वास्थ्य आपदाओं का सामना करने के लिये तैयारियों का, नया और मज़बूत ढाँचा बना रहे हैं तो, एक वैश्विक स्वास्थ्य आपदा कोर की मौजूदगी बहुत अहम होगी जिसे बहुत तेज़ी से तैनात किया जा सके.
इन्हें आपदा चिकित्सा टीमों के अनुभवों और क्षमताओं का लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा कि ईएमटी 2030 रणनीति में एक ऐसी दुनिया का सपना निहित है जहाँ हर देश के पास, राष्ट्रीय आपदाओं का सामना करने के लिये त्वरित कार्रवाई करने की क्षमता मौजूद हो.
इसमें बेहद निर्बल हालात वाले समुदायों और अन्य ज़रूरतमन्द लोगों की मदद करने के लिये, राष्ट्रीय और उप-क्षेत्रीय क्षमताओं का लाभ उठाया जाए.
महामारी से सबक़
इस बैठक को, कोविड-19 जैसी महामारी का मुक़ाबला करने के लिये किये गए उपायों से सबक़ सीखने का भी एक अच्छा अवसर समझा गया है.
ध्यान रहे कि कोविड-19 महामारी अब तीसरे वर्ष में चल रही है.
वैश्विक संकटों ने, अनेक देशों में, आपदाओं का सामना करने में, विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हालात उत्पन्न किये हैं.
उदाहरण के लिये, संक्रमण रोकथाम के क्षेत्र में विशिष्ट निपुणताओं, और गम्भीर श्वसन संक्रमण मामलों के प्रबन्धन की मांगों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 67 देशों में, जवाबी कार्रवाई को समर्थन देने के लिये, लगभग 200 अन्तरराष्ट्रीय दल, (EMTs) तैनात किये हैं.
इससे ये झलकता है कि ये विशिष्ट देखभाल टीमें, किस तरह देशों की जवाबी कार्रवाई को समर्थन देने के साथ-साथ, राष्ट्रीय क्षमताओं का निर्माण भी कर सकती हैं.