पर्यटकों की संख्या में उछाल, टिकाऊ पर्यटन में निवेश का आहवान
संयुक्त राष्ट्र की एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन में सुधार के मज़बूत संकेत दिखाई दे रहे हैं, और पर्यटकों की संख्या वर्ष 2022 के पहले सात महीनों के दौरान, महामारी से पहले के स्तर के 57 प्रतिशत तक पहुँच गई. संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को ‘विश्व पर्यटन दिवस’ के अवसर पर पर्यटन सैक्टर को, टिकाऊ व स्थानीय समुदायों के लिये लाभकारी बनाने के इरादे से वैश्विक स्तर पर पुनर्विचार किये जाने का आहवान किया है.
संयुक्त राष्ट्र के विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) ने सोमवार को अपनी नवीनतम रिपोर्ट जारी की, जो दर्शाती है कि वर्ष 2022 के पहले सात महीनों में पर्यटकों का आगमन, 2021 में इसी अवधि की तुलना में लगभग तीन गुना हो गया है.
यूएन पर्यटन एजेंसी के विशेषज्ञों ने अनिश्चित आर्थिक माहौल के बावजूद, शेष 2022 और वर्ष 2023 के लिये सतर्कतापूर्ण भरोसा व्यक्त किया है. हालाँकि बढ़ती ब्याज़ दरें, बढ़ती ऊर्जा व खाद्य क़ीमतें, और वैश्विक मन्दी की आशंका, पर्यटन सैक्टर के लिये एक बडा जोखिम है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस दिवस पर जारी अपने सन्देश में कहा कि टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने में पर्यटन की अहम भूमिका है. उन्होंने इस क्रम में स्वच्छ और टिकाऊ पर्यटन, उपयुक्त व शिष्ट रोज़गारों के सृजन के लिये अधिक निवेश का आग्रह किया है.
साथ ही यह सुनिश्चित किया जाना होगा कि पर्यटन से होने वाला मुनाफ़ा, मेज़बान देशों और स्थानीय समुदायों तक पहुँचाने के उपाय लागू किये जाएँ.

हरित पर्यटन
संयुक्त राष्ट्र के शीर्षतम अधिकारी ने कहा कि वैश्विक तापमान में वृद्धि को नियंत्रण में रखने के उद्देश्य से सरकारों, व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिये यह ज़रूरी है कि पर्यटन के तौर-तरीक़े, टिकाऊ विकास लक्ष्यों और तापमान बढ़ोत्तरी को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के अनुरूप बनाया जाएँ.
"इस उद्योग का अस्तित्व, और लघु द्वीपीय विकासशील देशों समेत अनेक पर्यटन स्थल, इसी पर निर्भर हैं."
यूएन एजेंसी के महासचिव ज़ुराब पोलोलिकाश्विली ने इण्डोनेशिया के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बाली में आयोजित आधिकारिक समारोहों के अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा, "हर जगह पर्यटन का फिर से आरम्भ होना, एक नई उम्मीद जगाता है."
यूएन एजेंसी प्रमुख ने बताया कि पर्यटन, वैश्विक कार्यबल के लगभग 10 प्रतिशत रोज़गार का स्रोत है.
रिपोर्ट कार्ड
संगठन ने अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर अपनी पहली ‘विश्व पर्यटन दिवस रिपोर्ट’ जारी की है, जोकि पर्यटन सैक्टर में संगठन के कामकाज के वार्षिक विश्लेषणों की श्रृंखला में पहला संस्करण है.
रिपोर्ट में लैंगिक समानता, सततता और जलवायु कार्रवाई, पर्यटन शासन व्यवस्था और निवेश व नवाचार सहित प्रमुख क्षेत्रों में यूएन एजेंसी की गतिविधियों पर जानकारी प्रदान की गई है.
विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के जी20 समूह के प्रतिनिधियों की इस वर्ष नवम्बर में बाली में बैठक होगी. यूएन एजेंसी ने आयोजन से पहले, मंत्रियों के लिये दिशा-निर्देशों का एक खा़ाका तैयार किया है, ताकि सहनसक्षम और टिकाऊ पर्यटन व्यवसायों को समर्थन दिया जा सके.
इस सिलसिले में, मानव पूंजी, नवाचार, युवा व महिला सशक्तिकरण, और जलवायु कार्रवाई को भी ध्यान में रखना होगा.
‘यौन शोषण के प्रति शून्य सहिष्णुता’
संयुक्त राष्ट्र की एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ने विश्व पर्यटन दिवस से पहले जारी अपने एक बयान में, देशों की सरकारों से यह सुनिश्चित करने का आहवान किया है कि पर्यटन उद्योग को जबरन बाल श्रम, यौन शोषण और यौन हिंसा से मुक्त किया जाए.
बच्चों की ख़रीद-फ़रोख़्त और यौन शोषण पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष रैपोर्टेयर मामा फ़ातिमा सिंघातेह ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन और सामाजिक-आर्थिक झटकों से, बाल संरक्षण व्यवस्थाएँ बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.
उन्होंने कहा कि इन हालात में बच्चों के समक्ष यात्रा व पर्यटन के सन्दर्भ में, ख़रीद-फ़रोख़्त, तस्करी और यौन शोषण के जोखिम पनपे हैं, और उन्हें विशेष रूप से उन देशों में नाज़ुक हालात का सामना करना पड़ रहा है, जो पारम्परिक रूप से यात्रा व पर्यटन से होने वाली आय पर निर्भर हैं.