यूक्रेन: ख़ारकीव क्षेत्र में डेढ़ लाख लोगों तक मानवीय राहत पहुँचाने के प्रयासों में तेज़ी
संयुक्त राष्ट्र और साझीदार संगठनों ने यूक्रेन के उन इलाक़ों में मानवीय राहत पहुँचाने के लिए प्रयास तेज़ किए हैं, जिन्हें यूक्रेन सरकार ने कई महीनों के रूसी क़ब्ज़े के बाद, हाल ही में फिर से अपने नियंणत्र में लेने की घोषणा की थी. इनमें ख़ारकीव भी है, जहाँ हिंसक टकराव से डेढ़ लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
यूक्रेन में युद्ध अब सातवें महीने में प्रवेश कर रहा है और भीषण हिंसा में जान-माल की भारी हानि हुई है, हज़ारों लोग हताहत, लाखों विस्थापन के लिए मजबूर हुए हैं और भोजन, दवाओं व ईंधन की बड़ी क़िल्लत है.
पिछले कुछ हफ़्तों में यूक्रेन के सुरक्षा बलों ने कुछ इलाक़ों को फिर से अपने नियंत्रण में लेने की बात कही है, जिसके बाद वहाँ सहायता पहुँचाने के लिए प्रयास तेज़ किए गए हैं.
मानवीय राहत समुदाय ने पिछले 10 दिनों में, तात्कालिक राहत सामग्री लेकर क़ाफ़िले को रवाना किया है, जिनमें से पहला जत्था पूर्वी यूक्रेन के ख़ारकीवस्का इलाक़े की ओर भेजा गया है.
इस क्षेत्र में कुछ ही दिन पहले से ही मानवीय सहायताकर्मियों का आवागमन सम्भव हो पाया है.
यूक्रेन में यूएन मानवीय राहत समन्वयक डेनीज़ ब्राउन, पिछले सप्ताह ही बालाक्लीया समेत कुछ अन्य इलाक़ों का दौरा करके लौटी हैं.
डेनीज़ ब्राउन ने बताया, “मैंने वहाँ युद्ध के कारण हुई तबाही और सदमे को स्वयं देखा. कुछ इलाक़ों में, हमने क्षतिग्रस्त या ध्वस्त हो चुके घरों, स्वास्थ्य केन्द्रों और स्कूलों को देखा है.”
उन्होंने कहा कि प्रशासनिक एजेंसियाँ क्षतिग्रस्त गैस और ऊर्जा प्रणालियों की मरम्मत के काम में जुटी हैं, मगर हज़ारों लोग अब भी आपूर्ति के अभाव में रहने के लिए मजबूर हैं.
डेनीज़ ब्राउन ने कहा, “सर्दी के मौसम में लोगों के लिए समर्थन और रहने के लिये गर्म व सुरक्षित स्थान सुनिश्चित करना, हज़ारों लोगों के लिए जीवन-मरण का प्रश्न है.”
राहत सामग्री वितरण
इन इलाक़ों में रहने वाली क़रीब आधी आबादी – 73 हज़ार से अधिक लोग – को भोजन मुहैया कराया गया है, और घर-परिवार में इस्तेमाल लाई जाने वाली अन्य वस्तुओं के अलावा, साफ-सफ़ाई के लिये 12 हज़ार स्वच्छता किट भी प्रदान की गई है.
इनमें लोगों के लिये रसोई का सामान, सोलर लैम्प और कम्बल समेत अन्य सामग्री हैं. इसके अलावा दवाएँ, सर्जरी के लिये व आपात स्वास्थ्य किट भी क्षेत्र के स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रदान की गई हैं, जिससे आने वाले दिनों में 10 हज़ार लोगों का इलाज सम्भव होगा.
अति-आवश्यक वस्तुओं की वितरण व्यवस्था भी जारी रहेगी.
मानवीय राहत समन्वयक ने बताया कि मानव कल्याण समुदाय, राष्ट्रीय व स्थानीय स्तर पर सरकारी विभागों के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि भयावह युद्ध से गुज़रने वाले लोगों तक सहायता पहुँचाई जा सके.
सात महीने उन्होंने कहा कि तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये मानवीय सहायता वितरित की जानी अहम होगी, लेकिन युद्ध के सदमे और भय के असर को कम करना कहीं अधिक मुश्किल होगा, जिसमें एक लम्बा समय लग सकता है.