सीरिया: हैज़ा का फैलाव, पूरे मध्य पूर्व के लिये गम्भीर ख़तरा

सीरिया के पूर्वी अलेप्पो इलाक़े में दो लड़के अपने परिवार के लिये पानी ले जाते हुए. (फ़ाइल)
© UNICEF/Khuder Al-Issa
सीरिया के पूर्वी अलेप्पो इलाक़े में दो लड़के अपने परिवार के लिये पानी ले जाते हुए. (फ़ाइल)

सीरिया: हैज़ा का फैलाव, पूरे मध्य पूर्व के लिये गम्भीर ख़तरा

मानवीय सहायता

सीरिया में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय राहत संयोजक इमरान रिज़ा ने मंगलवार को कहा है कि सीरिया के अलेप्पो क्षेत्र में सप्ताहान्त के दौरान हैज़ा फैलाव की आधिकारिक घोषण के साथ ही, देश में लोगों के लिये, और उससे भी आगे पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिये ख़तरा उत्पन्न हो गया है.

इमरान रिज़ा सीरिया में संयुक्त राष्ट्र के रैज़िडैंट कोऑर्डिनेटर भी हैं. उन्होंने एक वक्तव्य जारी करके कहा है कि हैज़ा के और आगे फैलाव और उससे होने वाली मौतों को रोकने के लिये त्वरित व तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है.

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यूएन एजेंसियाँ और ग़ैर-सरकारी संगठन साझीदार, समय पर और असरदार कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिये, स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ निकट समन्वय कर रहे हैं.

इमरान रिज़ा ने बताया कि प्रयोगशाला में हैज़ा के 15 मामलों की पुष्टि होने के बाद, सीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 सितम्बर को हैज़ा फैलाव की आधिकारिक घोषणा की है. इनमें एक मरीज़ की मौत भी हो गई.

उन्होंने बताया कि 25 अगस्त से 10 सितम्बर के दरम्यान, शरीर में तरल पदार्थ की भारी कमी के 936 मामले दर्ज किये गए थे, जिनमें से कम से कम 8 मरीज़ों की मौत भी हो गई.

ज़्यादातर मामले अलेप्पो में दर्ज किये गए जिनकी संख्या लगभग 72 प्रतिशत थी. उसके बाद दियर ऐज़्ज़ोर, अर-रक़्क़ा, अल हसाकेह, हमा और लत्ताकिया इलाक़ों में भी हैज़ा के मामले दर्ज किये गए हैं.

हैज़ा के पुष्ट मामलों की संख्या अभी तक अलेप्पो में 20, लत्ताकिया में चार और राजधानी दमिश्क में दो बताई गई है.

फ़रात नदी की कड़ी

सीरिया में संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी इमरान रिज़ा का कहना है कि स्वास्थ्य अधिकारियों और साझीदारों ने जो त्वरित आकलन किया है, उससे मालूम हुआ है कि संक्रमण का स्रोत, लोगों द्वारा फ़रात नदी में से असुरक्षित पानी पीने और फ़सलों की सिंचाई के लिये संक्रमित पानी का प्रयोग करने से सम्बधित बताया गया है. इससे भोजन भी संक्रमित हो गया बताया गया है.

“हैज़ा सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये एक वैश्विक जोखिम बना हुआ है और विषमता का एक संकेतक भी.”

उन्होंने कहा कि ये संक्रमण फैलाव पूरे सीरिया में पानी की भारी क़िल्लत का भी संकेतक है, जोकि एक ऐसा मुद्दा भी है जिसके बारे में संयुक्त राष्ट्र कुछ समय से ख़तरे की घंटी बजाता रहा है.

इमरान रिज़ा ने कहा कि फ़रात नदी का जल स्तर सूखे जैसे हालात में पहुँचकर नीचे जा रहा है और 11 वर्ष के युद्ध में देश का जल ढाँचा भी बुरी तरह ध्वस्त हो चुका है, इसलिये, सीरिया की पहले ही निर्बल हालात में रहने वाली अधिकतर आबादी, पानी के असुरक्षित स्रोतों पर निर्भर है.

इससे गन्दे पानी से होने वाली ख़तरनाक बीमारियों के फैलाव का रास्ता निकलता है, मुख्य रूप से बच्चों में.

समन्वित कार्रवाई

वरिष्ठ मानवीय सहायता अधिकारी ने कहा कि सीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के नेतृत्व में जल, साफ़-सफ़ाई और स्वच्छता (WASH) और स्वास्थ्य कार्रवाई जारी है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूनीसेफ़ का सहयोग मिल रहा है.

इस कार्रवाई में व्यापक पैमाने पर साझीदारों के नैटवर्क का भी सहारा लिया जा रहा है.

इमरान रिज़ा ने कहा कि सीरिया में संयुक्त राष्ट्र ने हैज़ा के संक्रमण फैलाव की त्वरित रोकथाम के लिये, दानदाता देशों से अतिरिक्त रक़म दान करने की पुकार लगाई है.