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यूएन महासभा: 76वाँ सत्र सम्पन्न, अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद की विदाई

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र (2022-23) के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी, यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश पदभार संभालते हुए और 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ताली बजाकर प्रसन्नता का इज़हार करते हुए. (12 सितम्बर 2022)
UN Photo/Evan Schneider
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र (2022-23) के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी, यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश पदभार संभालते हुए और 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ताली बजाकर प्रसन्नता का इज़हार करते हुए. (12 सितम्बर 2022)

यूएन महासभा: 76वाँ सत्र सम्पन्न, अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद की विदाई

यूएन मामले

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को यूएन महासभा के 76वें सत्र की समापन बैठक के दौरान, इस सत्र के अध्यक्ष रहे अब्दुल्ला शाहिद के कौशल, भविष्य दृष्टि और समर्पण की ज़ोरदार सराहना की है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “गत वर्ष हासिल की गई उपलब्धियाँ...अब्दुल्ला शाहिद के बिना सम्भव नहीं हुई होतीं.”

“समय के असाधारण दौर के बावजूद, उन्होंने सदस्य देशों को एक साझा हित के लिये एकत्र किया.”

ज़ोरदार इम्तेहान

यूएन प्रमुख ने इस समापन बैठक में शिरकत करने वालों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले सत्र की ही तरह, इस सत्र ने भी गहरी चुनौतियों का सामना किया, और उन्होंने बढ़ती क़ीमतों, बढ़ती खाद्य असुरक्षा और एक वैश्विक आर्थिक मन्दी की घनी होती छाया का ज़िक्र किया.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, यूएन महासभा के 76वें सत्र की समापन बैठक को सम्बोधित करते हुए (12 सितम्बर 2022).
UN Photo/Evan Schneider
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, यूएन महासभा के 76वें सत्र की समापन बैठक को सम्बोधित करते हुए (12 सितम्बर 2022).

यूएन प्रमुख ने साथ ही वैश्विक महामारी कोविड-19 का भी ज़िक्र किया जो अभी ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही है – एक अन्य स्वास्थ्य आपदा – मंकीपॉक्स ने सिर उठा लिया है – घातक गर्मी व लू, तूफ़ानों, बाढ़ों और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के नाम भी गिनाए.

इस बीच, क्रूर व घातक लड़ाई झगड़े, लाखों लोगों की ज़िन्दगियों को हर दिन ख़तरे में डाल रहे हैं.

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उन्होंने गहराती निर्धनता, विषमता का भी उदाहरण दिया जिसने पुनर्बहाली और विकास के रास्ते में लगातार रोड़े अटकाना जारी रखा हुआ है, साथ ही, नैतिक रूप से दीवालिया हुई एक वित्तीय व्यवस्था भी है जिसने विकासशील देशों को दंडित करना जारी रखा हुआ है, और जो टिकाऊ पुनर्बहाली के उनके रास्ते में व्यवधान उत्पन्न कर रही है.

इनके अलावा जलवायु आपदा है जो हमारे ग्रह को वास्तविक रूप में आग की चपेट में धकेल रही है.

चुनौतियों की बीच नेतृत्व

यूएन महासभा ने बीते वर्ष के दौरान इन चुनौतियों पर ध्यान देने के लिये काम किया, यूएन प्रमुख ने इसी सन्दर्भ में, अब्दुल्ला शाहिद के मज़बूत हाथ और “व्यापक कौशल” को रेखांकित किया.

यूएन प्रमुख ने कहा कि इस असाधारण दौर में, अब्दुल्ला शाहिद ने लैंगिक समानता, जलवायु कार्रवाई और लघु द्वीपीय देशों के अनोखे नज़रिये के लिये भी एक नवीन दृष्टिकोण पेश किया.

एंतोनियो गुटेरेश ने अब्दुल्ला शाहिद को, “आशा की अध्यक्षता” के लिये धन्यवाद दिया जिसने ये उम्मीद जगाई कि हम एकजुट हो सकते हैं और अपने समक्ष प्रस्तुत चुनौतियों का सामना कर सकते हैं, एकजुटता के साथ.

बहुपक्षवाद की परीक्षा

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरश ने यूएन महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी के साथ काम करने की सद-इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि वो निवर्तमान अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद की “सहयोग व आशा की भावना” को 77वें सत्र के दौरान भी आगे बढ़ाने जा रहे हैं.

यूएन प्रमुख ने कहा कि आगे का रास्ता चुनौतीपूर्ण व अप्रत्याशित है, और आगामी सत्र, बहुपक्षीय प्रणाली की अभूतपूर्व रूप में परीक्षा लेना जारी रखेगा. ये सत्र साथ ही, सदस्य देशों के बीच सहकारिता और विश्वास का भी इम्तेहान लेना जारी रखेगा.

हालाँकि संयुक्त राष्ट्र के शीर्षतम अधिकारी ने भरोसा दिलाया कि “हमारे कामकाज के औज़ार” - राजनय, बातचीत और सुलह-समायोजन से काम लेकर, संयुक्त राष्ट्र, दुनिया भर में लोगों व समुदायों का समर्थन जारी रखेगा.

उन्होंने कहा, “हम तमाम लोगों के लिये एक बेहतर, ज़्यादा शान्तिपूर्ण भविष्य का रास्ता बना सकते हैं...और हम संयुक्त राष्ट्र व बहुपक्षवादी व्यवस्था में भरोसा ताज़ा कर सकते हैं, जोकि मानवता की सर्वश्रेष्ठ आशा हैं.”

यूएन महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद, 77वें सत्र के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी को ज़िम्मेदारियाँ सौंपते हुए. बाईं तरफ़, यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश खड़े हैं.
UN Photo/Evan Schneider
यूएन महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद, 77वें सत्र के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी को ज़िम्मेदारियाँ सौंपते हुए. बाईं तरफ़, यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश खड़े हैं.