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बुर्कीना फ़ासो की शान्तिरक्षक, वर्ष की सर्वश्रेष्ठ यूएन पुलिस अधिकारी

बुर्किना फासो की मुख्य वारंट अधिकारी अलीजेता काबोर किंडा, जो वर्तमान में माली (मिनुस्मा) में संयुक्त राष्ट्र बहुआयामी एकीकृत स्थिरीकरण मिशन में सेवारत हैं, को 2022 संयुक्त राष्ट्र महिला पुलिस अधिकारी का वर्ष पुरस्कार मिलेगा.
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बुर्किना फासो की मुख्य वारंट अधिकारी अलीजेता काबोर किंडा, जो वर्तमान में माली (मिनुस्मा) में संयुक्त राष्ट्र बहुआयामी एकीकृत स्थिरीकरण मिशन में सेवारत हैं, को 2022 संयुक्त राष्ट्र महिला पुलिस अधिकारी का वर्ष पुरस्कार मिलेगा.

बुर्कीना फ़ासो की शान्तिरक्षक, वर्ष की सर्वश्रेष्ठ यूएन पुलिस अधिकारी

शान्ति और सुरक्षा

माली में सेवारत बुर्कीना फ़ासो की एक शान्तिरक्षक को प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय समुदायों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने के उनके प्रयासों के लिये सम्मानित किया गया है. इनमें लिंग आधारित हिंसा के पीड़ित भी हैं. 

मुख्य वॉरण्ट अधिकारी अलीज़ेता काबोरे किण्डा को, 2022 संयुक्त राष्ट्र महिला पुलिस अधिकारी पुरस्कार से सम्मानित किये जाने की घोषणा सोमवार को की गई, और उन्हें ये पुरस्कार बुधवार को प्रदान किया जाएगा.

इस पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2011 में संयुक्त राष्ट्र शान्ति अभियानों में महिला पुलिस अधिकारियों के असाधारण योगदान को सम्मानित करने और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी.

मुख्य वॉरण्ट अधिकारी किण्डा, माली में संयुक्त राष्ट्र मिशन (MINUSMA) के साथ लैंगिक मामलों के लिये एक मुख्य सम्पर्क अधिकारी के रूप में तैनात  हैं.

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वह लैंगिक, बाल संरक्षण, मानवाधिकारों और नागरिक सुरक्षा जैसे मामलों को समझने और उनमें सुधार लाने के लिये मेनाका क्षेत्र में माली के सुरक्षा बलों को समर्थन प्रदान करती है.

उनके प्रयासों ने यौन और लिंग आधारित हिंसा के पीड़ितों को आगे आने और स्थानीय अधिकारियों के साथ अपने मामलों को साझा करने के साथ-साथ चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने के लिये प्रेरित किया है.

उनके आने के बाद से प्रति माह तीन या उससे अधिक मामले दर्ज किये जाते हैं, जबकि पहले ऐसे मामलों की संख्या शून्य थी. 

यूएन शान्तिरक्षक किण्डा ने, स्कूलों में लड़कियों की संख्या बढ़ाने और कम उम्र में विवाह के मामलों में कमी लाने पर भी ध्यान केन्द्रित किया है.

'प्रेरणाप्रद मिसाल'

शान्ति अभियानों के लिये संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव, ज्याँ-पियरे लैक्रोआ ने कहा,  "मुख्य वॉरण्ट अधिकारी किण्डा का कार्य इस बात का एक चमकता हुआ उदाहरण है कि किस तरह से शान्ति अभियानों में महिला पुलिस के हिस्सा लेने से, शान्ति की सततता प्रभावित होती है."

"विभिन्न दृष्टिकोणों को एक साथ लाने और हमारे कार्य को अधिक समावेशी बनाने में मदद के ज़रिये.”

महिलाओं और लड़कियों को प्रेरित करना

पुरस्कार के बारे में समाचार मिलने पर, मुख्य वॉरण्ट अधिकारी किण्डा ने उम्मीद जताई कि इससे दुनिया भर में महिलाएँ और लड़कियाँ पुलिस विभाग में अपना करियर बनाने के लिये प्रेरित होंगी.

ख़ासतौर पर इस "पेशे से जुड़ी ऐसी लैंगिक रूढ़िवादिताओं के बावजूद कि कानूनों को लागू करने और लोगों की सुरक्षा करने के लिये पुरुष अधिक योग्य हैं."

न्यूयॉर्क में, संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 31 अगस्त से 1 सितम्बर तक होने वाले तीसरे संयुक्त राष्ट्र पुलिस प्रमुखों के शिखर सम्मेलन (UNCOPS) के दौरान बुधवार को मुख्य वॉरण्ट अधिकारी किण्डा को पुरस्कृत किया जाएगा.

संयुक्त राष्ट्र के पुलिस सलाहकार लुइस कैरिल्हो ने कहा कि यूएन शान्तिरक्षक किण्डा ने विभिन्न समुदायों की विशिष्ट सुरक्षा आवश्यकताओं को सम्बोधित करने में रचनात्मकता और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है.

"माली के स्थानीय अधिकारियों और समुदायों के बीच भरोसा बढ़ाने में किण्डा और उनकी टीम मदद कर रही है, जोकि संयुक्त राष्ट्र पुलिस के कार्य को और अधिक प्रभावी और लोगों को सुरक्षित बनाती है."

निरन्तर प्रयास

संयुक्त राष्ट्र पुलिस, संघर्ष के दौरान, उसके बाद और अन्य संकट परिस्थितियों में मेज़बान देशों का समर्थन करते हुए अन्तरराष्ट्रीय शान्ति और सुरक्षा में सुधार लाने के लिये काम करती है.

दुनिया भर में 16 शान्ति अभियानों में सेवारत लगभग 10 हज़ार संयुक्त राष्ट्र पुलिस कर्मचारियों में 19 प्रतिशत से अधिक महिलाएँ हैं.

मुख्य वॉरण्ट अधिकारी किण्डा ने अपने पूरे करियर के दौरान, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा और उन्हें बढ़ावा देने पर ध्यान दिया है. 

वर्ष 2013 से 2015 के दौरान वह काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन (MONUSCO) में लैंगिक मामलों के लिये एक सम्पर्क अधिकारी के रूप में कार्यरत रह चुकी हैं.

उन्होंने अपने देश बुर्किना फ़ासो में भी, यौन हिंसा और शोषण पर एक अन्वेषक के रूप में, सुरक्षा मंत्रालय और महिलाओं व बच्चों के संरक्षण के लिये एक क्षेत्रीय ब्रिगेड में भी इन कर्तव्यों का निर्वहन किया है, जोकि राष्ट्रीय पुलिस की एक इकाई है.