यूक्रेन: यूएन प्रमुख की योरोप यात्रा, 'आशा वाहन' को देखने के साथ सम्पन्न

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शनिवार को अपनी योरोप यात्रा पूरी करते हुए, काला सागर अनाज निर्यात समझौते के तहत, अनाजों से भरे दो जहाज़ों की रवानगी देखी. इस समझौते के तहत हॉर्न अफ़्रीका क्षेत्र में भुखमरी के हालात में तत्काल कुछ राहत मुहैया कराने के प्रयास शामिल हैं.
यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश शनिवार को मोल्दोवा से तुर्की के इस्तान्बूल शहर पहुँचे, जहाँ उन्होंने काला सागर अनाज निर्यात समझौते के क्रियान्वयन के लिये गठित संयुक्त समन्वय केन्द्र (JCC) के कुछ निरीक्षकों के साथ, अनाज से भरे दो जहाज़ों का जायज़ा लिया.
So moving to see in Istanbul the @WFP ship Brave Commander loaded with tonnes of Ukrainian wheat destined for much needed hunger relief in the Horn of Africa. I salute all those involved in this amazing humanitarian operation. pic.twitter.com/MqUuK98sCY
antonioguterres
इनमें से एक जहाज़ यूक्रेन के चॉर्नोमॉर्स्क बन्दरगाह को जा रहा है जहाँ इसमें 50 हज़ार टन अनाज भरा जाएगा, जोकि युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन से किसी एक जहाज़ में जाना वाला सबसे ज़्यादा अनाज होगा.
एंतोनियो गुटेरेश ने तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार के साथ जेसीसी का दौरा किया, जहाँ उनकी मुलाक़ात रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों से भी हुई.
वहाँ उन्होंने जेसीसी के एक आधिकारिक सत्र में, तमाम भागीदारों को ये सुनिश्चित करने के लिये उनकी व्यावसायिक कुशलता और इनसानियत का शुक्रिया अदा किया कि ये समझौता दुनिया भर के लोगों के लिये एक सफल कार्यक्रम साबित हो.
यूएन प्रमुख ने तुर्की के रक्षा मंत्री के साथ एक संयुक्त प्रैस वार्ता में, काला सागर अनाज निर्यात समझौते में, तुर्की सरकार की अहम भूमिका का धन्यवाद किया.
एंतोनियो गुटेरेश ने पत्रकारों से कहा कि जेसीसी में सक्रिय टीम का सहकारिता पूर्ण कार्य दिखाता है कि हम राजनैतिक इच्छा, शीर्ष संचालन विशेषज्ञता, और सामूहिक प्रयासों के साथ क्या-कुछ हासिल कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि इस समझौते का एक अन्य हिस्सा – वैश्विक बाज़ारों में रूसी खाद्य उत्पाद और उर्वरकों की निर्बाध उपलब्धता भी सुनिश्चित करना है, जिन पर कोई प्रतिबन्ध नहीं हैं.
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि वर्ष 2022 में उर्वरकों की समुचित उपलब्धता के अभाव में, वर्ष 2023 में खाद्य उत्पाद समुचित मात्रा में उपलब्ध होने में कठिनाइयाँ आ सकती हैं.
“उपभोक्ता वस्तुओं के बाज़ारों में स्थिरता लाने और उपभोक्ताओं के लिये क़ीमतें नीचे लाने के लिये, यूक्रेन व रूस से और ज़्यादा खाद्य सामग्रियाँ व उर्वरकों का निर्यात किया जाना बहुत महत्वपूर्ण है.”
यूएन प्रमुख की ये यात्रा बुधवार, 17 अगस्त को शुरू हुई थी, जब वो न्यूयॉर्क से चलकर, पोलैण्ड की राजधानी वारसॉ होते हुए, यूक्रेन के लवीव शहर पहुँचे थे.
यूएन प्रमुख ने, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की और तुर्कीये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप अर्दोगान के साथ त्रिपक्षीय बैठक में शिरकत करने से पहले, लवीव स्थित इवान फ्रेंको राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का भी दौरा किया था.
उन्होंने बाद में पत्रकारों से बातचीत में, संयुक्त राष्ट्र और उस विश्वविद्यालय के बीच रहे प्रगाढ़ सम्बन्धों को रेखांकित करते हुए कहा कि आज, “आधुनिक लोकतंत्रों के विकास में, सिविल सोसायटी और शिक्षाविदों का योगदान और भी ज़्यादा महत्वपूर्ण है.”
यूएन प्रमुख ने यूक्रेन व तुर्कीये के नेताओं के साथ त्रिपक्षीय बैठक करने के बाद टिप्पणी करते हुए दोहराया कि संयुक्त राष्ट्र यूक्रेनी लोगों की पूर्ण क्षमताओं और संसाधनों को सक्रिय करने के लिये, उनके साथ पूर्ण एकजुटता के साथ काम करेगा. इन प्रयासों के तहत ज़रूरतमन्द लोगों को मानवीय सहायता मुहैया कराना भी शामिल है, जहाँ भी ज़रूरत हो.
उन्होंने ये भी रेखांकित किया कि खाद्य मोर्चे पर सकारात्मक घटनाक्रम, राजनय व बहुपक्षवाद की जीत को दर्शाता है.
यूएन महासचिव ने कहा कि यूक्रेन के पूर्वी इलाक़े में स्थित ओलेनिव्का में एक बन्दीगृह में, 29 जुलाई को हुई एक दुखद घटना की जाँच-पड़ताल के बारे में भी बातचीत की है. उस बन्दीगृह में हुए एक विस्फोट में, यूक्रेन के 50 से ज़्यादा युद्धबन्दियों की मौत हो गई थी.