परमाणु मुक्त मंगोलिया, ‘एक समस्याग्रस्त दुनिया में शान्ति का प्रतीक’, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को मंगोलिया की यात्रा के दौरान, देश के लिये इस विश्व संगठन की ठोस एकजुटता रेखांकित की है और देश को, “समस्याओं का सामना कर रही एक दुनिया में शान्ति का प्रतीक”क़रार दिया है.
यूएन प्रमुख देश के विदेश मंत्री बत्तसेत्सेग बतमुँख़ के साथ मुलाक़ात करने के बाद, राजधानी उलानबाटर में एक प्रैस वार्ता में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
My gratitude to President Khurelsukh Ukhnaa & the people of Mongolia for their generous hospitality.Mongolia has shown its commitment to non-proliferation & disarmament by declaring itself a nuclear-weapon-free zone.I hope many other countries will follow this example. pic.twitter.com/wmdI4Cgfag
antonioguterres
उन्होंने कहा कि नाटकीय भूराजनैतिक विभाजनों वाले एक विश्व में, और जहाँ लड़ाई-झगड़े हर जगह फैले हुए हैं, मंगोलिया – जोकि परमाणु हथियारों से मुक्त है – अन्य देशों के लिये एक उदाहरण है.
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहाँ अनेक दशकों में लोग पहली बार ये सोच रहे हैं कि एक परमाणु युद्ध फिर से सम्भव हो सकता है.”
“परमाणु युद्ध असम्भव हो, इस बारे में आश्वस्त होने का केवल एक ही रास्ता है, और वो है कि कोई परमाणु हथियार हों ही नहीं.”
यूएन महासचिव इस समय एशिया की यात्रा पर हैं और इस यात्रा के शुक्रवार को जापान से शुरू होने के बाद, मंगोलिया उनका अगला पड़ाव है.
उन्होंने कहा कि पिछले पाँच दशकों के दौरान मंगोलिया, संयुक्त राष्ट्र के कामकाज के लिये लगातार महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रहा है.
एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन शान्तिरक्षा अभियानों में सेवाएँ दे रहे मंगोलियाई शान्तिरक्षकों का धन्यवाद किया.
यूएन प्रमुख ने मंगलवार को मंगोलिया के राष्ट्राध्यक्ष ख़ुरेलसुख़ उख़ना, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाक़ात की है.
उन्होंने क्षेत्र में भूराजनैतिक स्थिति, एक भूमिबद्ध देश के रूप में मंगोलिया के सामने दरपेश चुनौतियों, और जलवायु परिवर्तन का मुक़ाबला करने के लिये देश के प्रयासों पर विचार-विमर्श किया.
यूएन प्रमुख ने युवजन और शान्तिरक्षकों के साथ मिलकर एक वृक्षारोपड़ कार्यक्रम में भी शिरकत की, जोकि जलवायु परिवर्तन और मरुस्थलिकरण का सामना करने के लिये, मंगोलिया के एक अरब पेड़ लगाने के अभियान का हिस्सा था.
उन्होंने कहा, “मेरी पीढ़ी मूर्ख थी. मेरी पीढ़ी ने प्रकृति पर युद्ध घोषित कर दिया – जलवायु परिवर्तन के साथ, जैव विविधता के साथ, प्रदूषण के साथ.”
एंतोनियो गुटेरेश ने ज़ोर देकर कहा कि प्रकृति अब तूफ़ानों, मरुस्थलिकरण, बाढ़ों, और आपदाओं के साथ पलटवार कर रही है, जिससे दुनिया भर में बहुत से लोगों के लिये जीवन दूभर हो रहा है, और इस स्थिति के अनेक पीड़ित बन रहे हैं.
उन्होंने कहा, “आपकी पीढ़ी के पास, क़ुदरत के साथ शान्ति क़ायम करने का एक अति महत्वपूर्ण काम है. और आज जो कुछ कर रहे हैं वो, प्रकृति के साथ शान्ति क़ायम करने के लिये नए रुख़ की एक झाँकी है.”
यूएन महासचिव ने मंगोलिया के एक यायावर यानि घुमन्तू परिवार से भी मुलाक़ात की और उनकी जीवनशैली के बारे में जानकारी हासिल की.
उन्होंने यूएन परियोजनाओं के लाभार्थियों के एक समूह के साथ भी मुलाक़ात की, जिनमें महिला उद्यमी और युवा कार्यकर्ता भी शामिल थे.