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ग़ाज़ा: हिंसा में बढ़ोत्तरी को लेकर गम्भीर चिन्ता

फ़लस्तीन के ग़ाज़ा पट्टी में, एक इसराइली हमले में ध्वस्त एक इमारत के पास से सायकल पर गुज़रता एक लड़का.
© UNRWA/Samar Abu Elouf
फ़लस्तीन के ग़ाज़ा पट्टी में, एक इसराइली हमले में ध्वस्त एक इमारत के पास से सायकल पर गुज़रता एक लड़का.

ग़ाज़ा: हिंसा में बढ़ोत्तरी को लेकर गम्भीर चिन्ता

शान्ति और सुरक्षा

फ़लस्तीनी क्षेत्र के लिये संयुक्त राष्ट्र का मानवीय सहायता संयोजक लिन एलिज़ाबेथ हेस्टिंग्स न बताया है कि ग़ाज़ा के भीतर और उसके आसपास फ़लस्तीनी चरमपंथियों और इसराइल के बीच हिंसा में गम्भीर बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है जिसमें इसराइली हवाई हमलों में 13 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है, इनमें एक पाँच वर्षीय बच्चा और एक महिला भी है. 

लिन हेस्टिंग्स ने शनिवार को प्रकाशित एक वक्तव्य में इस स्थिति पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है जिसमें 100 से ज़्यादा फ़लस्तीनी घायल हुए हैं. सात इसराइली भी घायल बताए गए हैं.

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ग़ाज़ा और इसराइल दोनों ही क्षेत्रों में कुछ आवासीय क्षेत्र भी हमलों के दायरे में आए हैं, और ग़ाज़ा में अब 31 परिवार बेघर हो गए हैं.

लिन हेस्टिंग्स ने कहा कि ग़ाज़ा में पहले ही स्थिति बहुत ख़राब है और हिंसा में हाल की बढ़ोत्तरी के कारण और भी ज़्यादा बदतर हो सकती है.

उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि ग़ाज़ा और इसराइल में जान-माल के आगे नुक़सान को रोकने के लिये, तमाम युद्धक गतिविधियाँ तुरन्त रोकनी जानी होंगी.

“सभी पक्षों को अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के सिद्धान्तों का अवश्य पालन करना होगा जिनमें पूर्ण ऐहतियात और अनुपात के अनुसार बल प्रयोग का ख़याल रखना ज़रूरी है.”

बुनियादी सेवाएँ पर जोखिम

विशेष संयोजक लिन हेस्टिंग्स ने आगाह करते हुए कहा कि ग़ाज़ा बिजली संयंत्र में ईंधन ख़त्म होने के निकट है, और बिजली आपूर्ति में पहले ही कटौती हो रही है.

उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा, “अस्पतालों, स्कूलों, गोदामों, और आन्तरिक रूप से विस्थापित लोगों के लिये निर्धारित आश्रय स्थलों जैसे बुनियादी सेवाओं का सुचारू संचालन अति आवश्यक है जबकि ये ठिकाने अब जोखिम के दायरे में हैं.”

मानवीय सहायता संयोजक ने कहा कि अति महत्वपूर्ण चिकित्सा मामलों और खाद्य व ईंधन जैसी अनिवार्य वस्तुओं की आपूर्ति व उपलब्धता के लिये, मानवीय सहायता कर्मियों के आवागम को बाधित नहीं किया जाना चाहिये, ताकि मानवीय ज़रूरतों की पूर्ति जारी रखी सके.

लिन हेस्टिंग्स ने कहा कि इसराइली अधिकारियों व फ़लस्तीनी सशस्त्र समूहों को, संयुक्त राष्ट्र और मानवीय सहायता साझीदारों को, तुरन्त ही ईंधन, खाद्य सामग्रियाँ, और चिकित्सा सामान की आपूर्ति करने और अन्तरराष्ट्रीय सिद्धान्तों के अनुसार मानवीय सरायता कर्मियों की तैनाती करने के लिये, निर्बाध अनुमति मिलनी चाहिये.

लिन हेस्टिंग्स ने निष्कर्षतः कहा, “मैं सभी पक्षों से तत्काल तनाव और हिंसा में कमी लाने, विनाशकारी परिणामों से बचने, ख़ासतौर से आम नागरिकों के लिये, संयुक्त राष्ट्र के विशेष संयोजक की अपील दोहराती हूँ.”