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अभूतपूर्व वैश्विक चुनौतियाँ ‘अजेय नहीं’ हैं – यूएन प्रमुख

हेती के उत्तरी क्षेत्र में किसान, ऐसे उपायों पर काम करते हुए जिनसे उनकी कृषि भूमि के क्षय को रोकने में मदद मिलेगी.
© WFP Haiti/Theresa Piorr
हेती के उत्तरी क्षेत्र में किसान, ऐसे उपायों पर काम करते हुए जिनसे उनकी कृषि भूमि के क्षय को रोकने में मदद मिलेगी.

अभूतपूर्व वैश्विक चुनौतियाँ ‘अजेय नहीं’ हैं – यूएन प्रमुख

एसडीजी

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने लगभग एक वर्ष पहले, हमारा साझा एजेण्डा (OCA) पर अपनी रिपोर्ट जारी की थी, जोकि आगे बढ़ने के लिये वैश्विक सहयोग पर, और पुनर्जीवित बहुपक्षवाद पर एक ब्लूप्रिण्ट है. यूएन महासचिव ने गुरूवार को उस क्षेत्र में अभी तक प्रगति के बारे में, यूएन महासभा को अवगत कराते हुए कहा कि उस रिपोर्ट में पेश किये गए प्रस्तावों की ज़रूरत, “और बढ़ी ही” है.

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यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि जलवायु गतिरोध, वायु प्रदूषण और जैव-विविधता की हानि के तिहरे पृथ्वी संकटों के अतिरिक्त, कोविड-19 महामारी द्वारा मचाई भीषण तबाही, और लड़ाई झगड़े भी, दुनिया भर में विनाश मचाए हुए हैं.

उन्होंने कहा कि यूक्रेन में युद्ध के अनेकानेक आपस में गुँथे प्रभावों ने दुनिया भर में खाद्य व ऊर्जा क़ीमतों में आसमानी उछाल ला दिया है, जिनसे निर्बल परिस्थितियों वाले विकासशील सबसे ज़्यादा प्रभावित हो रहे हैं.

“मगर हमारे सामने दरपेश समस्याएँ अलबत्ता अभूतपूर्व स्तर की हैं, मगर वो अजेय भी नहीं हैं.”

स्याह पूर्वानुमान

एंतोनियो गुटेरेश ने लगातार चल रहे और बढ़ रहे वैश्विक झटकों, और विश्व अर्थव्यवस्था की एक स्याह तस्वीर पेश की है जिनमें विकासशील देश संसाधनों से वंचित होते जा रहे हैं क्योंकि कोविड-19 के नए वैरिएण्ट्स ने बार-बार जीवन में व्यवधान डालना जारी रखा हुआ है, और 2030 एजेण्डा व टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की रफ़्तार और ज़्यादा धीमी कर दी है. 

इस बीच जलवायु आपदा हर दिन बढ़ती जा रही है क्योंकि वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन, मानव इतिहास में अपने सर्वोच्च स्तर पर हैं, और उनमें लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.

“और परमाणु टकराव का जोखिम, अनेक दशकों में अपने सर्वोच्च स्तर पर है.”

यूएन प्रमुख ने कहा, “मौजूदा गतिविधियों और सामान्य कार्यकलापों से, निश्चित रूप से, लगातार जारी रहने वाले और विनाशकारी ख़तरों का भविष्य मिलने की गारण्टी है.”

क्या हम जाग गए हैं?

यूएन प्रमुख ने कहा कि रिपोर्ट में इस स्थिति का समाधान तलाश करने के इर्द-गिर्द अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट करने का ढाँचा और अवसर मुहैया कराया गया है.

“हमारा साझा एजेण्डा नीन्द से जगाने वाली एक पुकार आशयित था. उसका एक साल पूरा होने पर हमें स्वयं से पूछना होगा: क्या हम जाग गए हैं?”

रिपोर्ट में शक्ति और संसाधनों के विभिन्न विभाजन पर एक नया वैश्विक समझौता भी प्रस्तावित है और भविष्य के झटकों और वैश्विक संकटों के बेहतर प्रबन्धन के लिये, सामाजिक सम्विदाओं की पुनर्स्थापना का प्रस्ताव भी शामिल है.

यूएन प्रमुख ने एजेण्डा के पहले से ही गतिवान हो चुके हिस्से के बारे में सदस्य देशों को ताज़ा जानकारी मुहैया कराई जिसमें, सितम्बर में होने वाले परिवर्तनकारी शिक्षा सम्मेलन के लिये अग्रिम स्तर की तैयारियाँ भी शामिल हैं.

रियो नैगरो में, कुछ महिलाएँ वृक्षारोपण के लिये मिट्टी को तैयार करते हुए.
UNHCR/Diego Moreno
रियो नैगरो में, कुछ महिलाएँ वृक्षारोपण के लिये मिट्टी को तैयार करते हुए.