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यमन: युद्ध विराम समझौता 2 अक्टूबर तक और बढ़ा

यमन के ताइज़ियाह इलाक़े में स्थित एक विस्थापन केन्द्र पर एक कथा पाठन सत्र में बच्चे.
IOM/Olivia Headon
यमन के ताइज़ियाह इलाक़े में स्थित एक विस्थापन केन्द्र पर एक कथा पाठन सत्र में बच्चे.

यमन: युद्ध विराम समझौता 2 अक्टूबर तक और बढ़ा

शान्ति और सुरक्षा

यमन के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैंस ग्रण्डबर्ग ने मंगलवार को कहा है कि देश में गत अप्रैल से लागू ऐतिहासिक युद्धविराम समझौता अब, दो महीने के लिये और बढ़ा दिया गया है जो, अब 2 अक्टूबर तक लागू रहेगा. 

इस समझौता विस्तार में, यमन सरकार और हूथी विद्रोहियों के बीच सम्वाद को सघन करने का संकल्प भी शामिल है, ताकि एक वृहद समझौता यथाशीघ्र किया जा सके.

विशेष दूत ने दोनों पक्षों के नेतृत्व कर्ताओं को, समझौता विस्तार और रचनात्मक सम्वाद जारी रखने के लिये धन्यवाद दिया.

विशेष दूत हैंस ग्रण्डबर्ग ने एक वक्तव्य में कहा, “मैं इस युद्ध विराम समझौते के तमाम तत्वों को लागू करने और अपने-अपने संकल्पों को पूरा करने के लिये, सभी पक्षों के निरन्तकर सहयोग पर अपना भरोसा टिकाए हुए हूँ.”

उन्होंने कहा कि इस भरोसे में एक वृहद समझौता करने के लिये सदभावना के साथ सम्वाद जारी रखने और यमन को एक टिकाऊ विकास के रास्ते पर ले जाने की उम्मीद भी शामिल है.

“यमनी लोगों को उससे कम कुछ भी नहीं मिलना चाहिये.”

सम्वाद को रफ़्तार देना

हैंस ग्रण्डबर्ग ने एक वृहद समझौते का प्रस्ताव, सभी पक्षों के साथ साझा किया है और उन्हें उन पक्षों से सकारात्मक टिप्पणियाँ प्राप्त हुई हैं.

उन्होंने कहा कि एक वृहद समझौते से, राष्ट्रीय स्तर वाले युद्धविराम, मानवीय व आर्थिक मुद्दों पर बातचीत करने, और यूएन द्वारा समर्थित यमन के नेतृत्व मे एक राजनैतिक प्रक्रिया फिर शुरू करने के लिये एक अवसर मिलेगा, जिससे एक टिकाऊ और न्यायसंगत शान्ति तक पहुँच सम्भव हो.

यूएन समर्थित युद्ध विराम समझौता 2 अप्रैल को लागू हुआ था, और प्रथमतः दो महीने के लिये था.

ये समझौता जून में दो महीने के लिये बढ़ा दिया गया था और इस अवधि में, युद्ध से त्रस्त यमन में, सबसे लम्बी शान्ति अवधि क़ायम रही है. ध्यान रहे कि यमन में पिछले सात वर्षों से युद्ध जारी है.

शान्ति की राह

पिछले महीने जिन उपलब्धियों का ज़िक्र किया गया था, उनमें आम लोगों के मारे जाने और घायल होने की संख्या में 60 प्रतिशत की कमी होना प्रमुख था. साथ ही, विस्थापन में लगभग 50 प्रतिशत कमी हुई है. 

ईंधन के अतिरिक्त 26 जहाज़ हुदायदाह में दाख़िल हो चुके हैं, और यमन की राजधान सना से, जॉर्डन की राजधानी अम्मान, व मिस्र की राजधानी काहिरा के लिये 36 दो-तरफ़ा विमान उड़ानें भी चली हैं.

विशेष दूत ने ध्यान दिलाया कि युद्ध विराम समझौते का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को एक टिकाऊ राहत मुहैया कराना और एक वृहद राजनैतिक प्रक्रिया के माध्यम से, युद्ध समाप्ति के लिये एक शान्तिपूर्ण समाधान तक पहुँचने के रचनात्मक माहौल बनाना है.

हैंस ग्रण्डबर्ग आगामी सप्ताहों में, युद्ध विराम समझौते के तहत, सभी पक्षों की ज़िम्मेदारियाँ पर पूर्ण अमल सुनिश्चित करने के लिये, सभी पक्षों के साथ अपना सम्पर्क गहन करेंगे.