दक्षिण सूडान: लैफ़्टिनेण्ट जनरल मोहन सुब्रमण्यम, यूएन मिशन के नए फ़ोर्स कमाण्डर
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भारतीय सैन्य अधिकारी लैफ़्टिनेण्ट जनरल मोहन सुब्रमण्यम को दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNMISS) के नए फ़ोर्स कमाण्डर के रूप में नियुक्त किये जाने की घोषणा की है.
लैफ़्टिनेण्ट जनरल मोहन सुब्रमण्यम भारत के ही सैन्य अधिकारी, लैफ़्टिनेण्ट जनरल शैलेश तिनईकर का स्थान लेंगे.
Yesterday, UN Secretary-General @antonioguterres announced the appointment of Lieutenant General Mohan Subramanian of India🇮🇳 as his new Force Commander for #UNMISS🇺🇳 in #SouthSudan🇸🇸.FULL PRESS RELEASE: https://t.co/fmCZiGaKvZ
unmissmedia
यूएन महासचिव ने UNMISS फ़ोर्स कमाण्डर के रूप में अथक समर्पण, अमूल्य सेवा और प्रभावी नेतृत्व के लिये लैफ़्टिनेण्ट जनरल तिनईकर का आभार व्यक्त किया है.
हिंसा व टकराव से पीड़ित दक्षिण सूडान के लिये यूएन मिशन में 73 देशों से 17 हज़ार से अधिक असैनिक कर्मचारी, पुलिस व सैन्य कर्मी शान्तिरक्षकों के तौर पर सेवारत हैं.
सुरक्षा परिषद के शासनादेश (mandate) के तहत, यूएन मिशन का दायित्व दक्षिण सूडान में आमजन की रक्षा सुनिश्चित करना और स्थाई शान्ति का निर्माण करना है.
नए फ़ोर्स कमाण्डर
यूूएन मिशन के नए फ़ोर्स कमाण्डर लैफ़्टिनेण्ट जनरल सुब्रमण्यम का भारतीय सेना के साथ 36 वर्षों का एक विशिष्ट कार्यकाल रहा है.
हाल के दिनों में, वह जनरल ऑफ़िसर कमाण्डिंग के रूप में मध्य भारत में सेवारत थे, जहाँ उन्होंने सैन्य परिचालन और संचालन तत्परता में अहम योगदान दिया.
इससे पहले, उन्होंने रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय में ख़रीद व उपकरण प्रबन्धन के लिये अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर अपनी सेवाएँ प्रदान की.
लैफ़्टिनेण्ट जनरल सुब्रमण्यम ने, इन्फ़ैण्ट्री डिवीज़न और माउण्टेन ब्रिगेड कमाण्डर समेत भारतीय सशस्त्र सेना में अनेक मत्वपूर्ण विभागों व पदों पर दायित्व सम्भाला है.
यूएन मिशन के नए फोर्स कमाण्डर वियतनाम, लाओस और कम्बोडिया में सैन्य व रक्षा मामलों के लिये भारत के प्रतिनिधि (Defence Attaché) के रूप में भी अपनी सेवाएँ प्रदान कर चुके हैं.
वर्ष 2000 में, लैफ़्टिनेण्ट जनरल सुब्रमण्यम सिएरा लियोन में संयुक्त राष्ट्र मिशन के साथ एक स्टाफ अधिकारी के रूप में तैनात थे.