युवजन ऐसी पीढ़ी जो हमारे महासागर और भविष्य की रक्षा करेगी, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार को कहा है कि दुनिया को महासागर के स्वास्थ्य में नाटकीय गिरावट को रोकने के लिये और ज़्यादा कार्रवाई करनी होगी. उन्होंने पुर्तगाल के कारकेवेलॉस में यूएन युवजन व नवाचार फ़ोरम के लिये एकत्र युवजन से आगे आने का आग्रह भी किया क्योंकि उनकी पीढ़ी के नेतृत्वकर्ताओं की बढ़त बहुत धीमी रही है.
दो दिन के इस फ़ोरम में दुनिया भर के लगभग 165 देशों से सैकड़ों युवजन ने शिरकत की, जिनका एक साझा लक्ष्य है: महासागर की संरक्षा.
I am inspired by the energy & commitment of the young climate activists I met today at the @UN Ocean Conference in Lisbon.Youth of the world:We need your passion, your ideas & your action.You are the generation that will help us #SaveOurOcean & our future. pic.twitter.com/HFK7ZhIdid
antonioguterres
यूएन महासचिव ने हमारे महासागर के लिये युवा कार्रवाई बढ़ाने, प्रेरित करने और प्रयास सघन करने के लिये एकत्र लगभग 100 युवा पैरोकारों को सम्बोधित करते हुए, पृथ्वी ग्रह को बचाए जाने की ज़रूरत भी दोहराई.
पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन, यूएन प्रमुख का गृह नगर भी है. लिस्बन के निकट कारकेवेलॉस समुद्र तट पर बोलते हुए उन्होंने महासागरों की स्थिति के लिये, जैव विविधता की स्थिति और जलवायु परिवर्तन की स्थिति के लिये, अपनी पीढ़ी की तरफ़ से क्षमा मांगी.
एंतोनियो गुटेरेश ने जीवन्त भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा, “मेरी पीढ़ी, और वो लोग जो राजनैतिक रूप से ज़िम्मेदार थे – जैसा कि मेरा भी मामला है – हम बहुत धीमे रहे हैं, या कभी-कभी ये पहचानने के लिये भी अनिच्छुक रहे हैं कि इन तीन क्षेत्रों में स्थितियाँ बद से बदतर हो रही हैं – महासागर, जलवायु और जैवविविधता.”
यूएन प्रमुख ने कहा कि वैश्विक स्तर पर दुनिया अब भी बहुत धीमी रफ़्तार से चल रही है और महासागरों को बहाल करने, जैवविविधता के संरक्षण, और जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिये बिल्कुल अभी कार्रवाई करनी होगी. उन्होंने ज़ोर देकर ये भी कहा कि ये ऐसी पीढ़ीगत ज़िम्मेदारी है जो राजनैतिक नेतृत्वकर्ताओं से भी आगे जाती है.
यूएन प्रमुख ने युवजन को बताया कि प्रशान्त महासागर में प्लास्टिक डिब्बों, बोतलों और अन्य कूड़े-करकट का काफ़ी बड़ा बेड़ा तैर रहा है जो फ्रांस के आकार से भी बड़ा बताया जाता है, “जबकि हम फिर भी हर साल 80 लाख टन प्लास्टिक हर साल प्रशान्त में फेंक रहे हैं.”
उन्होंने चेतावनी भरे अन्दाज़ में कहा कि इस कारण और अन्य वजहों से भी, युवजन को एक ऐसा ग्रह मिलेगा जो पहले से ही अनेक तरह की समस्याओं से घिरा हुआ है. उन्होंने वहाँ एकत्र तमाम युवजन से कहा कि उन्हें सबकुछ उलटने के लिये, सबकुछ करना पड़ेगा – राजनैतिक निर्णय उलटने होंगे, आर्थिक निर्णय उलटने होंगे, और निजी व्यवहारों को भी उलटना होगा.
यूएन महासचिव ने स्वीकारोक्ति के अन्दाज़ में कहा, “ईमानदारी से कहें तो, जब मैं ख़ुद को देखता हूँ और अपने व्यवहार को देखता हूँ, तो ग्रह पर मेरे कार्बन पदचिन्ह बहुत बड़े हैं.”
यूएन प्रमुख ने प्रतिभागियों को सफलता की शुभकामनाएँ देते हुए, युवा पीढ़ी से कार्रवाई करने की भी पुकार लगाई.
“आने वाले कल की अगुवाई करने के लिये, युवा पीढ़ी अनिवार्य है ताकि वो इस चलन को उलटने और ग्रह की बहाली करने का प्रबन्ध करने योग हो सके.”
यूएन प्रमुख के सम्बोधन से कुछ पहले, वैश्विक फ़िल्म स्टार और महासागर कार्यकर्ता जेसन मोमोआ ने भी, महासागर के लिये यूएन विशेष दूत पीटर थॉमसन के साथ विशेष दर्शन दिये.
विशेष दूत पीटर थॉमसन से प्रकृति का बैटन, जेसन मोमोआ को सौंपति हुए कहा कि यह बैटन, इस तथ्य का प्रतीक है कि जलवायु परिवर्तन और जैवविविधता हानि की, दुनिया के अस्तित्व सम्बन्धी चुनौतियाँ, महासगर के स्वास्थ्य की स्थिति से अटूट रूप से जुड़ी हुई हैं. ये बैटन दुनिया भर में घूमता रहा है और आगे भी नेतृत्वकर्ताओं को एक चिर प्रतीक के रूप में सौंपा जाता रहेगा.
उन्होंने कहा, “कार्रवाई करने का समय बिल्कुल अभी है. हमारा महासागर समस्या में है, अगर हम महत्वाकांक्षी, समर्पण और आशा को एक साथ मिलाएँ तो, हम ये परिणाम बदल सकते हैं.”
पीटर थॉमसन ने कहा, “महासागर वो है जहाँ पानी अपनी यात्रा शुरू करता है और समाप्त भी करता है, यही महासागर इनसानों और ग़ैर-इनसानी जीवों व वस्तुओं की बेहतरी के लिये व्यवस्थाओं को कारगर बनाता है. एक स्वस्थ महासागर के अभाव में, जैसाकि हम जानते हैं, जीवन का अस्तित्व नहीं रहेगा.”
संयुक्त राष्ट्र के विशेष महासागर दूत पीटर थॉमसन ने आगाह करते हुए ये भी कहा कि युवजन को अपने जीवनकाल में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की तापमान वृद्धि का सामना करना पड़ेगा. “वो आग से खेलना होगा.”
“हमें महासागर के लिये सम्मान के साथ जीना सीखना होगा: नाकि इसमें कूड़ा-करकट फेंकते रहना होगा, और ना ही इसे इतना गरम करते रहना होगा.”
ये फ़ोरम युवजन के लिये, टिकाऊ विकास लक्ष्य संख्या-14 के क्रियान्वयन में योगदान करने का एक अनोखा मौक़ा था, वो भी यूएन महासागर सम्मेलन शुरू होने से बिल्कुल पहले, जोकि 27 जून से 1 जुलाई तक आयोजित हो रहा है.
इस सम्मेलन में, महासागर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिये, विज्ञान-आधारित व नवाचारी समाधान तलाश किये जाएंगे.
पुर्तगाल और केनया की सरकारें इस सम्मेलन की सह-मेज़बान हैं, जिसका आयोजन संयुक्त राष्ट्र का महासागर परिचारक ग्लोबल कॉम्पैक्ट कर रहा है. इस आयोजन में विभिन्न एजेंसियों व साझीदारों का भी सहयोग है.
इस सप्ताह के दौरान, यूएन न्यूज़, लिस्बन में इस महासागर सम्मेलन की दैनिक कवरेज मुहैया कराएगा. जिसमें इण्टरव्यू, पॉडकास्ट और फ़ीचर सामग्री भी शामिल होंगे, जिसे आप यहाँ देख सकते हैं.