अफ़ग़ानिस्तान: भूकम्प-प्रभावित इलाक़ों में मानवीय राहत प्रयासों में तेज़ी

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने अफ़ग़ानिस्तान में 22 जून को आए भीषण भूकम्प से प्रभावित कम से कम दो प्रान्तों – पक्तिका और ख़ोस्त में प्रभावित समुदायों को खाद्य व अन्य प्रकार की राहत पहुँचाने के लिये अपने प्रयास तेज़ कर दिये हैं.
भूकम्प प्रभावित समुदायों को आपात परिस्थितियों में आश्रय, खाद्य सहायता, स्वास्थ्य, पेयजल व साफ़-सफ़ाई समेत अन्य प्रकार का समर्थन मुहैया कराना प्राथमिकता है.
#AFGHANISTAN: WFP has deployed trucks carrying emergency supplies to earthquake-affected areas and plans to provide emergency food to an initial 3,000 households.'The earthquake only adds to the already massive humanitarian needs they endure daily.'
WFP
विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने कहा है कि अधिक ऊर्जा वाले बिस्किट और सचल भण्डारण इकाई के साथ-साथ अन्य आपात राहत सामग्री लेकर आने वाले 18 ट्रकों को भूकम्प-प्रभावित इलाकों में तैनात किया जा रहा है.
यूएन एजेंसी की योजना शुरुआत में तीन हज़ार घर-परिवारों को आपात खाद्य सहायता प्रदान करना है और इस त्रासदी से हुई बर्बादी की समीक्षा के बाद सहायता अभियान का स्तर बढ़ाये जाने की भी तैयारी है.
अफ़ग़ानिस्तान में विश्व खाद्य कार्रवाई के उप देशीय निदेशक गॉर्डन क्रेग उप देशीय निदेशक गॉर्डन क्रेग ने कहा, “हमारी टीमें तेज़ी से संगठित हुईं हैं और हम प्रभावित परिवारों को इस नवीनतम त्रासदी से बाहर निकलने में मदद के लिये समर्थन जारी रखेंगे.”
शरणार्थी मामलों के लिये संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (UNHCR) ने टैण्ट, कम्बल, प्लास्टिक शीट और रसोई में काम आने वाले सामान भेजे हैं, ताकि चार हज़ार लोगों की आवश्यकता को पूरा किया जा सके.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 10 टन चिकित्सा सामग्री प्रदान की है, जोकि पाँच हज़ार 400 सर्जरी करने और अगले तीन महीनों में 36 हज़ार लोगों के उपचार के लिये पर्याप्त बताई गई है.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने अपने साझीदार संगठनों के साथ, कार्य के बदले नक़दी सम्बन्धी गतिविधियों पर ध्यान केन्द्रित किया है, ताकि क्षतिग्रस्त घरों के पुनर्निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया जा सके और अन्य बुनियादी मानवीय ज़रूरतों को पूरा किया जा सके.
WFP के उप देशीय निदेशक गॉर्डन क्रेग ने कहा, “दशकों से जारी हिंसक संघर्ष, गम्भीर सूखे और आर्थिक मंदी के कारण, अफ़ग़ानिस्तान में आम लोग पहले से ही एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहे हैं.”
“यह भूकम्प पहले से ही मौजूद उन विशाल मानवीय राहत आवश्यकताओं को और बढ़ाएगा, जिनका उन्हें रोज़ सामना करना पड़ता है.”
इनमें देश भर में क़रीब वे एक करोड़ 90 लाख लोग भी हैं, जोकि भूख की मार झेल रहे हैं और जिन्हें सहायता की आवश्यकता है.
संयुक्त राष्ट्र का मानवीय सहायता संयोजन कार्यालय - OCHA ने बताया है कि 5.9 की तीव्रता वाला ये भूकम्प देश के मध्य क्षेत्र में आधी रात के तुरन्त बाद लगभग 1.30 बजे आया.
यूएन खाद्य कार्यक्रम ने मानवीय साझीदार संगठनों के साथ मिलकर भूकम्प से हुई तबाही और ज़मीन पर प्रभावित परिवारों की आवश्यकताओं का जायज़ा लिया है.
पक्तिका प्रान्त में गियान और बरमाल ज़िले और ख़ोस्त प्रान्त का स्पेरा ज़िला सर्वाधिक प्रभावित हुआ है.
बरमाल में 70 प्रतिशत से अधिक घर पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं, कम से कम एक हज़ार लोगों को मौत होने की ख़बर है, और दो हज़ार घायल हुए हैं.
भारी बारिश और तेज़ हवाओं और प्रभावित इलाक़ों में ख़राब सम्पर्क व्यवस्था के कारण राहत व बचाव अभियान में बाधाएँ पेश आ रही हैं.
विश्व खाद्य कार्यक्रम देश के 34 प्रान्तों में सक्रिय है और हर दिन सड़कों पर 239 ट्रकों के ज़रिये, देश भर में 800 खाद्य वितरण केन्द्रों पर भोजन वितरण किया जाता है.
मई महीने में, पक्तिका प्रान्त में पाँच लाख 90 हज़ार और ख़ोस्त में तीन लाख 20 हज़ार लोगों को भोजन व पोषण सहायता प्रदान की गई थी.
वर्ष 2022 की शुरुआत के बाद से अब तक, यूएन एजेंसी ने एक करोड़ 80 लाख लोगों तक भोजन, नक़दी और आजीविका सम्बन्धी सहायता पहुँचाई है.