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‘विश्व महासागर दिवस’ पर यूएन प्रमुख का आग्रह - महासागर में फिर से जान फूँकें

ऑस्ट्रेलिया में नीले पानी में तैरती कुछ मछलियाँ.
© Ocean Image Bank/Jordan Robin
ऑस्ट्रेलिया में नीले पानी में तैरती कुछ मछलियाँ.

‘विश्व महासागर दिवस’ पर यूएन प्रमुख का आग्रह - महासागर में फिर से जान फूँकें

जलवायु और पर्यावरण

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने बुधवार को विश्व महासागर दिवस के एक समारोह कार्यक्रम में कहा है कि पूरे पृथ्वी ग्रह की मांगें पूरी करने में सक्षम एक स्वस्थ व उत्पादक महासागर सुनिश्चित करना एक सामूहिक ज़िम्मेदारी है, और ये तभी सम्भव है जब हम सभी एक साथ मिलकर काम करें.

यूएन महासचिव ने अपने सन्देश में याद दिलाया कि जलवायु परिवर्तन, जैव-विविधता हानि और प्रदूषण के तिहरे संकट ने, महासागर के स्वास्थ्य के लिये जोखिम उत्पन्न कर दिया है, जिस पर अन्ततः हम सभी निर्भर हैं.

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उन्होंने कहा, “पिछले महीने, विश्व मौसम संगठन (WMO) ने बताया था कि जलवायु के चार संकेतकों ने वर्ष 2021 के दौरान नए रिकॉर्ड तोड़े हैं: समुद्री जल स्तर में वृद्धि, महासागर में तापमान वृद्धि, महासागर में अम्लीकरण, और ग्रीनहाउस गैसों की एकाग्रता.”

महासागर को हानि

पृथ्वी ग्रह पर मौजूद ऑक्सीजन का 50 प्रतिशत हिस्सा महासागर से आता है, जोकि एक अरब से ज़्यादा लोगों की जीविका के मुख्य स्रोत है. और लगभग चार करोड़ कामगारों को, इसके उद्योगों के ज़रिये रोज़गार मिलता है.

यूएन प्रमुख ने आगाह करते हुए कहा, “इसके बावजूद, महासागर के संसाधन और जैव-विविधता, मानव गतिविधियों के कारण कमज़ोर हो रहे हैं.”

उन्होंने याद दिलाया कि दुनिया भर के पूर्ण मछली भण्डार के एक तिहाई हिस्से की प्राप्ति, जैविक अरक्षणीय स्तरों पर की जाती है, प्रवाल भित्तियों का एक महत्वपूर्ण अनुपात नष्ट कर दिया गया है, और भूमि आधारित प्रदूषण के कारण, तटीय मृत क्षेत्रों का दायरा बढ़ रहा है.

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “प्लास्टिक प्रदूषण दूर-दराज़ के द्वीपों और महासागर की गहराइयों तक पहुँच गया है.”

सामूहिक कार्रवाई की दरकार

यूएन प्रमुख ने ध्यान दिलाया कि टिकाऊ विकास लक्ष्यों और जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये, “हमें महासागर में फिर से जान फूँकने के लिये, तुरन्त सामूहिक कार्रवाई की दरकार है.”

उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि हमें समुद्री वातावरण के साथ हमारे सम्बन्धों में, नया सन्तुलन खोजना होगा... प्रकृति के साथ तालमेल के साथ काम करना होगा, उसके विरुद्ध नहीं, और महासागर समाधानों पर रचनात्मक तरीक़े से सहयोग करने के लिये, सभी क्षेत्रों व समुदायों में समावेशी व विविधता से भरी साझेदारियाँ बनानी होंगी.”

बढ़ती गति

उन्होंने कहा कि सौभाग्य से, पूरी दूनिया में, उस दिशा में गति बढ़ रही है.

एंतोनियो गुटेरेश ने याद दिलाया कि नवम्बर 2021 में, ग्लासगो में यूएन जलवायु सम्मेलन (COP26) में, दुनिया के जलवायु लक्ष्यों की प्राप्ति में, समुद्री पारिस्थितिकी प्रणालियों की भूमिका को पहचाना गया.

और मार्च 2022 में, देशों के बीच प्रदूषण प्रदूषण का ख़ात्मा करने के लिये एक सन्धि पर सहमति हुई. प्लास्टिक प्रदूषण ने भी समुद्री वातावरण के लिये जोखिम उत्पन्न कर दिया है.

यूएन प्रमुख ने कहा कि जून के अन्तिम सप्ताह में पुर्तगाल में होने वाले यूएन महासागर सम्मेलन में, ऐसी कार्रवाई तेज़ करने पर ध्यान केन्द्रित है, जो टिकाऊ विकास लक्ष्य-4 की प्राप्ति में विज्ञान, नवाचार पर आधारित हो. यह लक्ष्य (SDG4) पानी के नीचे जीवन पर केन्द्रित है.

एंतोनियो गुटेरेश ने निष्कर्षतः कहा, “इस विश्व महासागर दिवस पर, मैं, महासागर के स्वास्थ्य में दिलचस्पी और हित रखने वाले सभी पक्षों से आग्रह करता हूँ कि वो हमारे समुद्रों व महासागर में फिर से जान फूँकने के लिये, एकजुट हों.”