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स्टॉकहोम+50: पर्यावरण की रक्षा के लिये रूपान्तरकारी बदलावों की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीडन के स्टॉकहोम शहर में अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया.
© UNEP
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीडन के स्टॉकहोम शहर में अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया.

स्टॉकहोम+50: पर्यावरण की रक्षा के लिये रूपान्तरकारी बदलावों की पुकार

जलवायु और पर्यावरण

स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में आयोजित पर्यावरण सम्मेलन (Stockholm+50) के समापन पर वैश्विक पर्यावरणीय चिन्ताओं से निपटने और न्यायोचित व टिकाऊ अर्थव्यवस्थाओं की दिशा में आगे बढ़ने के लिये, वास्तविक संकल्प लिये जाने की पुकार लगाई गई है. 

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की कार्यकारी निदेशक इन्गेर ऐण्डरसन ने ध्यान दिलाया कि मानव पर्यावरण पर यूएन सम्मेलन के 50 वर्ष बाद हम यह जानते हुए स्टॉकहोम वापिस आए हैं कि कुछ बदलाव लाना होगा.

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“यह जानते हुए कि अगर हम नहीं बदले, तो जलवायु परिवर्तन, प्रकृति व जैवविविधता हानि और प्रदूषण व अपशिष्ट का तिहरा पर्यावरणीय संकट और तेज़ी से बढ़ेगा.”

यूएन एजेंसी की प्रमुख ने प्रतिभागियों से कार्रवाई के संकल्प व ऊर्जा को आगे ले जाने का आग्रह किया है ताकि एक नई दुनिया को आकार दिया जा सके.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने सचेत किया कि आज जिन नीतियों को लागू किया जाएगा, वे भविष्य की दुनिया को निर्धारित करेंगी. 

उन्होंने कहा कि श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी को रोकने वाले ढाँचागत अवरोधों से निपटने के लिये रणनीतियों पर पुनर्विचार करने में देशों की सरकारों और निजी सैक्टर की अहम भूमिका है.

यूएन महासभा प्रमुख ने ज़ोर देकर कहा कि भविष्य के कार्यस्थल की बुनियाद में समता को रखना होगा, उसे भेदभाव और महिलाओं के कौशल, नेतृत्व क्षमता और समझ के प्रति दक़ियानूसी सोच से मुक्त करना होगा.

अब्दुल्ला शाहिद ने सर्वजन से आग्रह किया कि लैंगिक नज़रिये से समान पुनर्बहाली के साथ-साथ, लैंगिक दृष्टि से समान जगत के निर्माण पर चर्चा में हर किसी को हिस्सा लेना चाहिये.

स्वस्थ ग्रह 

शुक्रवार को दो-दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय बैठक के समापन पर सह-मेज़बान स्वीडन और केनया ने एक वक्तव्य जारी किया है, एक स्वस्थ पृथ्वी केन्द्र में मानव कल्याण और सर्वजन के लिये समृद्धि को स्थान देने की अनुशन्सा की गई है.

इसके समानान्तर, एक स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण के अधिकार की शिनाख़्त और उसे लागू किया जाना होगा, मौजूदा आर्थिक प्रणालियों के कामकाज में व्यवस्थागत बदलावों को अपनाना होगा और महत्वपूर्ण सैक्टरों में रूपान्तरकारी बदलावों की गति तेज़ की जानी होगी.

भावी पीढ़ियों का ख़याल

स्टॉकहोम+50 सम्मेलन के दौरान विभिन्न सत्रों में नेताओं ने टिकाऊ विकास के 2030 एजेण्डा पर प्रगति तेज़ करने और टिकाऊ विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिये निडर पर्यावरणीय कार्रवाई का आग्रह किया है.

नेतृत्व सम्वादों (Leadership Dialogues), सम्मेलन के दौरान आयोजित अन्य कार्यक्रमों, वेबिनार और बैठक से पहले सिलसिलेवार बहु-हितधारक विचार-विमर्श सत्रों की मदद से दुनिया भर में हज़ारों लोगों के लिये अपनी बात सामने रख पाना सम्भव हुआ. 

केनया में पर्यावरण के लिये कैबिनेट सचिव केरियाको तोबिको ने कहा कि पिछले दो दिनों में विविध आवाज़ और साहसिक सन्देश सुने गए.

ये इस बैठक में निहित सम्भावनाओं को पूरा करने और इस ग्रह पर, हमारे एकमात्र ग्रह पर, हमारे बच्चों और नाती-पोतियों के लिये भविष्य का निर्माण करने की इच्छा दर्शाते हैं.  

उन्होंने कहा वो सिर्फ़ यहाँ 1972 के सम्मेलन को याद करने के लिये नहीं आए हैं, बल्कि आगे भविष्य के लिये बेहतर निर्माण के इरादे से क़दम उठाने के लिये आए हैं.