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अफ़्रीका नई चुनौतियों के बावजूद, ‘आशा का घर’ है – यूएन प्रमुख

UNAMID ने उत्तर दारफ़ूर में विस्थापित लोगों के लिये स्कूली शिक्षा का प्रबन्ध किया.
UN Photo/Albert González Farran
UNAMID ने उत्तर दारफ़ूर में विस्थापित लोगों के लिये स्कूली शिक्षा का प्रबन्ध किया.

अफ़्रीका नई चुनौतियों के बावजूद, ‘आशा का घर’ है – यूएन प्रमुख

यूएन मामले

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने बुधवार को अफ़्रीका दिवस के अवसर पर एक आशावादी सन्देश में कहा है कि इस दिवस पर दुनिया, एक विविध और गतिवान महाद्वीप की अपार क्षमताओं और सम्भावनाओं का जश्न मनाती है.

यूएन महासचिव ने कहा, “अफ़्रीका घर है, उम्मीद का. अफ़्रीका दिवस पर, हम उस अभूतपूर्व आशा और क्षमता का जश्न मनाते हैं, जो यह विविध एवं बहुआयामी महाद्वीप पेश करता है.”

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उन्होंने कहा कि क्षितिज पर सम्भावनाएँ उज्ज्वल हैं - अफ़्रीका की बढ़ती और जीवन्त युवा आबादी से लेकर, अफ़्रीका महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र जैसे कार्यक्रमों, महिलाओं के वित्तीय और आर्थिक समावेश के दशक, एवं भविष्य के लिये अफ़्रीकी संघ के एजेण्डा 2063 जैसे साहसिक दृष्टिकोण से.

सफलता की राह में बाधाएँ

हालाँकि यूएन शीर्ष अधिकारी ने याद दिलाते हुए कहा कि आज अफ़्रीका को अपनी पूरी क्षमता तक पहुँचने से रोकने वाली अनेक चुनौतियाँ भी सामने हैं जिनमें कोविड 19 महामारी और अफ़्रीकी अर्थव्यवस्थाओं पर इसके विनाशकारी प्रभाव, जलवायु परिवर्तन, अनसुलझे संघर्ष और गम्भीर खाद्य संकट शामिल हैं.

और यूक्रेन में युद्ध, इस कठिनाई को और जटिल बनाकर, विकासशील देशों, विशेष रूप से अफ़्रीका के लिये गम्भीर स्थिति पैदा कर रहा है. 

“इस संकट के कारण, पोषण और खाद्य प्रणालियों पर विनाशकारी परिणामों के साथ-साथ, भोजन, ऊर्जा व उर्वरक की लागत बढ़ रही है, और महाद्वीप के लिये लोगों में निवेश करने हेतु आवश्यक वित्तीय संसाधन जुटाना और भी कठिन हो गया है.”

याद रखने वाला दिवस

अफ़्रीका दिवस 1963 में अफ़्रीकी एकता के संगठन (OAU) की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है जिसे अब अफ़्रीकी संघ (AU) के नाम से जाना जाता है. यह दिवस इस महाद्वीप के सामने दरपेश चुनौतियों और उपलब्धियों पर नज़र डालने का एक अवसर भी मुहैया कराता है.

अफ़्रीकी देशों में, यूएन संस्थाओं ने, यूएन चार्टर और मानवाधिकारों के सार्वभौमिक घोषणा-पत्र (UDHR) के बुनियादी मूल्यों को मूर्त रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

शान्ति से लेकर सुरक्षा से लेकर सामाजिक व आर्थिक विकास, और क्षेत्रीय एकीकरण जैसे तमाम क्षेत्रों में, संयुक्त राष्ट्र ने ख़ुद को एक विश्वनीय साझीदार साबित किया है.

एकजुटता में मुस्तैद

अफ़्रीकी संघ ने 2022 को पोषण वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की है. इस सन्दर्भ में यूएन प्रमुख ने तमाम दुनिया से, खाद्य सुरक्षा मज़बूत करने और पोषण को हर एक व्यक्ति की पहुँच के भीतर रखने की ख़ातिर, तमाम अफ़्रीकियों के साथ एकजुटता के साथ काम करने की पुकार लगाई है.

यूएन महासचिव ने कहा, “हमें महामारी का ख़ात्म करने, वैश्विक वित्तीय प्रणाली में सुधार करने, जलवायु परिवर्तन पर लगाम लगाने और तमाम संघर्षों में हथियारों को शान्त करने के लिये भी अपने प्रयास सघन करने होंगे.”

उन्होंने कहा कि सर्वजन के लिये एक समृद्ध और शान्तिपूर्ण अफ़्रीका के वादे के साथ, संयुक्त राष्ट्र, अफ़्रीका के लोगों के साथ गर्व से खड़ा रहेगा.