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वैश्विक लक्ष्यों की प्राप्ति, सबसे अहम साझा प्राथमिकता – यूएन प्रमुख

कोलम्बिया में वेय्यु आदिवासी समुदाय की महिलाएँ.
Pavimentos Colombia SAS
कोलम्बिया में वेय्यु आदिवासी समुदाय की महिलाएँ.

वैश्विक लक्ष्यों की प्राप्ति, सबसे अहम साझा प्राथमिकता – यूएन प्रमुख

एसडीजी

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह किया है कि कोविड-19 महामारी से उपजे आर्थिक प्रभावों से लेकर यूक्रेन में युद्ध के कारण खाद्य असुरक्षा तक, दुनिया के सामने विशाल संकट मौजूद हैं जिसे ध्यान में रखते हुए टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति को साझा प्राथमिकता बनाया जाना होगा. 

यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए चिन्ता जताई कि वर्तमान परिस्थितियों व संकटों के कारण, वैश्विक लक्ष्यों की ओर प्रगति को ठेस पहुँची है.  

उन्होंने विकास के लिये अभियान संचालन गतिविधियों पर चर्चा को सम्बोधित करते हुए कहा, “हमें ऊपर उठकर एसडीजी को बचाना होगा, और एक स्वस्थ ग्रह पर शान्ति, गरिमा व समृद्धि की दुनिया के वादे को निभाना होगा.”

कोविड-19 महामारी के कारण क़रीब डेढ़ करोड़ लोगों की मौत हुई है, वर्ष 2020 में ही 10 करोड़ लोग निर्धनता के गर्त में धँस गए और मानव विकास प्रयासों को धक्का पहुँचा है, विशेष रूप से महिला अधिकारों के लिये.

महासचिव ने ध्यान दिलाया कि विकसित देशों ने अपनी पुर्नबहाली के लिये हज़ारों अरब डॉलर का निवेश किया है.

जबकि विकासशील जगत को एक ऐसी वैश्विक वित्तीय प्रणाली से जूझना पड़ रहा है, जोकि सबसे धनी को लाभ पहुँचाती है और सर्वाधिक निर्धनों को दण्डित करती है.

“अनेक विकासशील देशों को अब वैश्विक महामारी के स्वास्थ्य व सामाजिक-आर्थिक नतीजों का सामना करना पड़ रहा है; विषमतापूर्ण पुनर्बहाली; जलवायु संकट के प्रभाव; और यूक्रेन में युद्ध के कारण भोजन, ईंधन व वित्तीय बाज़ारों में आर्थिक झटके.”

यूएन प्रमुख ने वर्तमान परिस्थितियों को वैश्विक आकार वाली एक विकास आपात स्थिति बताया औऱ कहा कि टिकाऊ विकास के 2030 एजेण्डा पर ही आगे बढ़ा जाना होगा. 

महासचिव के अनुसार, यूएन विकास प्रणाली में हाल के महीनों में रूपान्तरकारी बदलाव किये गए हैं, ताकि देशों की ज़रूरतों व प्राथमिकताओं के अनुरूप बेहतर ढँग से क़दम उठाये जा सकें.

विकास के लिये एकजुट प्रयास

यूएन प्रमुख ने ‘हमारा साझा एजेण्डा’ नामक रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए बताया कि इसमें सभी प्रकार के सार्वजनिक व निजी वित्त पोषण को टिकाऊ विकास लक्ष्यों व पैरिस समझौते के अनुरूप बनाने पर बल दिया गया है.

विश्व भर में यूएन की देशीय टीम के लिये, महासचिव ने पाँच क्षेत्रों पर तत्काल ध्यान केंद्रित किये जाने की पुकार लगाई है:

- ऊर्जा, खाद्य प्रणाली व डिजिटल कनेक्टिविटी में राष्ट्रीय संक्रमणकालीन प्रक्रियाओं को समर्थन प्रदान करने के लिये कौशल व विशेषज्ञता की उपलब्धता

- साझीदारियों, ज्ञान, वित्त पोषण व विकास समाधानों के विस्तार के लिये सरकारों को सहायता प्रदान करने के लिये यूएन रैज़ीडेण्ट कोऑर्डिनेटर को समर्थन

- मानव कल्याण, विकास व सुरक्षा से जुड़ी व आपस में गुंथी चुनौतियों से निपटने के लिये रचनात्मक सहयोग 

- अभियान संचालन प्रक्रिया की दक्षता में बेहतरी और क्षेत्रीय सहयोग को प्रोत्साहन देने के लिये रैज़ीडेण्ट कोऑर्डिनेटर व देशीय टीम को मज़बूती

बहुपक्षवाद से चुनौतियों का मुक़ाबला

आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के अध्यक्ष कॉलेन विक्सेन केलापिल ने वर्चुअल माध्यम से अपने सम्बोधन में कहा कि वैश्विक महामारी और पहले से मौजूद अन्य संकटों, जैसेकि जलवायु परिवर्तन, हिंसक संघर्ष और यूक्रेन युद्ध, के कारण अभूतपूर्व स्तर पर मानवीय आवश्यकताएँ उत्पन्न हुई हैं. 

इससे दशकों की विकास प्रगति के लिये जोखिम पनपा है. 

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि कोविड-19 के बाद की दुनिया में रूपान्तरकारी पुनर्बहाली के लिये अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को एक साथ मिलकर काम करना होगा.

साथ ही, सर्वजन के लिये एक बेहतर भविष्य के निर्माण और टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये दोगुने प्रयास करने होंगे.