यूक्रेन संकट: सर्वाधिक निर्बलों की सहायता व सहनक्षमता निर्माण के लिये कार्यक्रम

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने यूक्रेन पर रूसी सैन्य आक्रमण के कारण उपजे गम्भीर सामाजिक-आर्थिक संकट के मद्देनज़र एक नए समर्थन कार्यक्रम की घोषणा की है, जिसके ज़रिये अगले दो वर्षों में लाखों लोगों की ज़रूरतें पूरी की जाएंगी.
यूएन विकास एजेंसी का यह कार्यक्रम सहनक्षमता निर्माण और पुनर्बहाली पर विशेष रूप से लक्षित है, जिसके ज़रिये मौजूदा संकट के विविध आयामों से निपटने का प्रयास किया जाएगा.
साथ ही, विकास पथ पर यूक्रेन द्वारा हाल के दशकों में दर्ज की गई प्रगति को बचाने की कोशिशें भी होंगी.
Our new support programme for #Ukraine focuses on protecting the most vulnerable and preserving hard-won development gains. Addressing the increased vulnerability of women to violence, including conflict-related sexual violence, is a priority.More at: https://t.co/LR74SFJvAH pic.twitter.com/J27Q4aiyUd
UNDP
यूएन एजेंसी के प्रशासक एख़िम स्टाइनर ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध विशाल मानवीय पीड़ा की वजह बना है, और शुरुआती अनुमानों के अनुसार अगर युद्ध जारी रहा तो दो दशकों की सामाजिक-आर्थिक प्रगति के ख़त्म हो जाने का जोखिम है.
यूएन विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि यूक्रेन में हर 10 में से 9 लोगों के निर्धनता के गर्त में धँसने का ख़तरा है.
विश्व बैंक के नवीनतम अनुमान के अनुसार, युद्ध की वजह से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था के इस वर्ष 45 फ़ीसदी तक सिकुड़ जाने की आशंका है.
विकास पथ पर उपजी चुनौतियों और प्रगति की दिशा उलटने से रोकने के लिये, यूएन एजेंसी ने एक व्यापक कार्यक्रम शुरू किया है जिसके ज़रिये यूक्रेन सरकार और संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में मानवीय और संकट राहत उपायों को समर्थन दिया जाएगा.
यूएनडीपी प्रशासक ने यूएनडीपी ने बताया कि एक समन्वित जवाबी उपाय के रूप में, यूक्रेन की जनता के लिये वहाँ मौजूदगी बनाए रखने और ज़रूरतें पूरी करने का अटल संकल्प दर्शाया है.
“इसके तहत, आपात जवाबी कार्रवाई प्रबन्धन, अहम सार्वजनिक सेवाओं के वितरण और आजीविकाओं की रक्षा के लिये अति-आवश्यक शासन तंत्रों की सततता बनाए रखने के इरादे से सरकार को समर्थन देना भी है.”
यूएन विकास कार्यक्रम का मानना है कि संयुक्त राष्ट्र की अन्य एजेंसियों और साझीदार संगठनों के साथ मिलकर, यूक्रेन में सहायता प्रयास जारी रखना बेहद आवश्यक हैं.
“देश को तत्काल मानवीय राहत सहायता की आवश्यकता है, मगर हमें स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी जारी रखने की ज़रूरत है, जोकि आमजन की आजीविकाओं को सुनिश्चित करने की बुनियाद में है.”
यूएन एजेंसी ने कहा है कि सहायता कार्यक्रम के बढ़ाए गए दायरे और उसे लम्बी अवधि तक जारी रखने के लिये बुनियाद पहले से ही तैयार है, जिसकी एक वजह यूक्रेन में यूएन एजेंसी की पहले से मौजूदगी और साझीदार संगठनों का नैटवर्क है.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने देश में सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों की आरम्भिक समीक्षा के आधार पर यह योजना तैयार की है, जिसके तीन अहम स्तम्भ बताए गए हैं:
- सरकार के नेतृत्व में संकट से निपटने के उपायों और सार्वजनिक सेवा वितरण प्रयासों को समर्थन
- यूक्रेन में मानवीय पूंजी, आर्थिक क्षमता और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग, ताकि तात्कालिक मानवीय आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके, और सहनक्षमता, सामाजिक व आर्थिक पुनर्बहाली को मज़बूती
- सामाजिक तानेबाने को बनाए रखने, मानवाधिकारों को सर्वोपरि रखने और सर्वजन के समावेशन, संरक्षण व सशक्तिकरण के लिये संस्थाओं और नागरिक समाज को सहारा
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा है कि सहायता कार्यक्रम में सर्वाधिक निर्बलों और महिलाओं व लड़कियों की बुनियादी ज़रूरतों व आजीविका समर्थन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
कौशल विकास, व्यवसाय समर्थन के अलावा महिलाओं की वित्त पोषण और नैटवर्क एवं बाज़ार तक सुलभता सुनिश्चित की जाएगी.
मौजूदा परिस्थितियों में महिलाओं के समक्ष हिंसा का शिकार होने का जोखिम अधिक है, जिसे ध्यान में रखते हुए हिंसक संघर्ष सम्बन्धी यौन हिंसा से निपटने को प्राथमिकता में शामिल किया गया है.
इस क्रम में सामुदायिक स्तर पर प्रतिक्रिया व सहायता प्रयासों के लिये स्थानीय संस्थाओं और नागरिक समाज के साथ सम्पर्क साधा गया है.