यूक्रेन संकट: 60 लाख से अधिक लोगों के लिये जल की क़िल्लत
संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहतकर्मियों का कहना है कि यूक्रेन में 60 लाख से अधिक पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को हर रोज़ जल की क़िल्लत से जूझना पड़ रहा है. इस बीच, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने बताया है कि देश के उत्तरी क्षेत्र में स्थित चेरनिहीफ़ शहर में पहली बार राहत सामग्री वितरित की गई है.
#NEWS: We have just completed the 1st @WFP food distribution since the #Ukraine war started to the previously besieged city of Chernihiv. 12,000 people have received life-saving assistance. Thank you to our partner @RedCrossUkraine for helping us to make this critical delivery! pic.twitter.com/YCIVrwlvmn
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यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने बुधवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि देश में बुनियादी ढाँचे को पहुँची क्षति के कारण, 14 लाख लोगों के लिये स्वच्छ जल सुलभ नहीं है.
उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकाँश प्रभावित लुहान्स्क और दोनेत्स्क क्षेत्रों में हैं, और ख़ारकीफ़, सूमी, चेरनिहीफ़ और मायकोलाइफ़ के कुछ हिस्से भी प्रभावित हुए हैं.
46 लाख अन्य लोगों के लिये जल या तो सीमित मात्रा में उपलब्ध है या फिर उन्हें असुरक्षित स्रोतों पर निर्भर रहने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है.
यूएन प्रवक्ता के अनुसार, लोज़ोफ़ा शहर में 60 हज़ार से अधिक लोगों के लिये जल आपूर्ति सेवा बाधित हुई है.
2 अप्रैल से अब तक 40 हज़ार लोग बिजली सेवा से वंचित हैं, चूँकि भीषण लड़ाई से बुनियादी ढाँचे को क्षति पहुँची है.
तेज़ हुईं झड़पें
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में यूएन के साझीदार संगठनों को लड़ाई तेज़ होने की ख़बरें मिली हैं. पूर्वी क्षेत्र डोनबास और यूक्रेन के दक्षिणी क्षेत्रों में गोलाबारी की घटनाएँ व झड़पें बढ़ी हैं.
हिंसा के कारण रिहायशी इलाक़ों पर भी असर पड़ा है और महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचों को क्षति पहुँची है, जिसकी वजह से हिंसा प्रभावित इलाक़ों को सुरक्षित बाहर निकलने में मुश्किलें पेश आ रही हैं.
स्तेफ़ान दुजैरिक ने कहा कि प्रभावित इलाक़ों में पहुँच ना पाने की वजह से इन रिपोर्टों की पुष्टि कर पाना सम्भव नहीं है.
लड़ाई के कारण ज़रूरतमन्दों तक मदद पहुँचाने के कार्य में भी मुश्किलें पेश आ रही हैं. मारियुपोल, ख़ेरसॉन, मायकोलाइफ़ और लुहान्स्क समेत अन्य कई इलाक़े सर्वाधिक प्रभावित इलाक़ों में हैं.
मायकोलाइफ़ में गोलाबारी के दौरान बच्चों का एक अस्पताल, अनाथालय और कैंसर उपचार केंद्र को क्षति पहुँची है.
राहत सामग्री वितरित
इस बीच, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) का कहना है कि उत्तर में स्थित चेरनिहीफ़ शहर में पहली बार राहत सामग्री वितरित की गई है.
ज़रूरतमन्दों तक सहायता पहुँचाने के प्रयासों में अन्तरराष्ट्रीय रैड क्रॉस समिति (ICRC) ने भी मदद प्रदान की है.
यूएन एजेंसी के प्रमुख डेविड बीज़ली ने ट्विटर पर बताया कि यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से पहली बार, WFP ने चेरनिहीफ़ शहर में खाद्य सामग्री वितरण के काम को पूरा कर लिया है, जिसकी पहले घेराबन्दी की गई थी.
राहत सामग्री के ज़रिये शहर में 12 हज़ार लोगों तक सहायता पहुँचाई जाएगी, जोकि अब वापिस यूक्रेन के नियंत्रण में है. शहर में रह रहे लोगों को जल व बिजली की क़िल्लत का सामना करना पड़ रहा है.
यूएन एजेंसी का लक्ष्य यूक्रेन के भीतर 30 लाख से अधिक लोगों तक खाद्य व नक़दी सहायता पहुँचाने का है.
इसके अलावा देश छोड़ने वाले तीन लाख शरणार्थियों व शरण की तलाश कर रहे लोगों की भी मदद की जाएगी.
यूक्रेन में मानवीय राहतकर्मियों ने बुधवार को बताया है कि मारियुपोल से जान बचाकर भागने के बाद सैकड़ों लोग सुरक्षित स्थान पर पहुँच गए हैं.
अन्तरराष्ट्रीय रैड क्रॉस समिति के मुताबिक़, मारियुपोल से बच निकलने के बाद बसों और कारों के एक काफ़िले को मंगलवार व बुधवार को ज़ैपोरझिया लाया गया है. इस काफ़िले का 500 से अधिक लोग हिस्सा हैं.