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यूक्रेन: 'मानवीय युद्ध विराम' की पुकार, यूएन आपात सहायता पहुँचनी शुरू

यूक्रेन के हज़ारों लोगों को, पड़ोसी देश पोलैण्ड में शरण लेनी पड़ी है.
© WFP/Marco Frattini
यूक्रेन के हज़ारों लोगों को, पड़ोसी देश पोलैण्ड में शरण लेनी पड़ी है.

यूक्रेन: 'मानवीय युद्ध विराम' की पुकार, यूएन आपात सहायता पहुँचनी शुरू

शान्ति और सुरक्षा

यूक्रेन के लिये संयुक्त राष्ट्र के ‘संकटकालीन संयोजक’ अमीन अवाद ने शनिवार को, रूस व यूक्रेन की सेनाओं के बीच हो रही लड़ाई को “तत्काल मानवीय विराम” देने की पुकार लगाई है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र की सहायता सामग्री भी यूक्रेन पहुँची है.

अमीन अवाद, अपनी टीम के साथ यूक्रेन में मौजूद हैं और वो मानवीय सहायता अभियानों में तेज़ी लाने के रास्ते तलाश करने की कोशिश में लगे हैं. 

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उनकी तरफ़ जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि तत्काल उद्देश्य, ऐसे भौगोलिक क्षेत्रों व इलाक़ों को तात्कालिक प्राथमिकता देना है जहाँ मानवीय सहायता की ज़रूरतें ज़्यादा हैं ताकि वहाँ अत्यन्त चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में, जीवनरक्षक सहायता भेजी जा सके.

संकटकालीन संयोजक अमीन अवाद ने युद्धविराम पर, रूस व यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की बातचीत के नतीजों का स्वागत किया है और सहमति पत्रों को, तुरन्त धरातल पर करनी में तब्दील करने की पुकार लगाई है, ताकि युद्ध में फँसे लोगों और विस्थापितों को तत्काल सहायता मुहैया कराई जा सके.

यूनीसेफ़ की सामग्री पहुँची

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ ने भी अमीन अवाद की पुकार का यह कहते हुए समर्थन किया है कि युद्ध में मानवीय विराम देने से यूक्रेन के सर्वाधिक प्रभावित इलाक़ों में परिवारों को, बंकरों व अन्य आश्रय स्थलों से बाहर आकर खाना-पानी का प्रबन्ध करने व चिकित्सा देखभाल हासिल करने और अन्यत्र सुरक्षा तलाश करने का मौक़ा मिलेगा.

दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत के इर्द-गिर्द और जारी युद्ध के बारे में अनिश्चितता बरक़रार रहने के बीच, संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन में सहायता सामग्री भेजना जारी रखा हुआ है.

यूनीसेफ़ की भेजी सहायता सामग्री शनिवार को यूक्रेन के पश्चिमी इलाक़े लवीफ़ में पहुँची है. 

छह ट्रकों वाले इस काफ़िले लगभग 62 टन सामग्री लदी थी, जिसमें उपकरण, दवाइयाँ, प्राथमिक चिकित्सा किटें, व अन्य चिकित्सा सामान शामिल है.

सहायता सामग्री एक अन्य काफ़िला पोलैण्ड पहुँचने के रास्ते पर है जिसमें 17 हज़ार कम्बल और बच्चों के गर्म कपड़े भी शामिल हैं.

यूक्रेन में यूनीसेफ़ प्रतिनिधि मूरात साहीन का कहना था, “यूक्रेन में बच्चों व परिवारों के लिये हालात लगातार बदतर हो रहे हैं. ये सहायता सामग्री पहुँचने से महिलाओं, बच्चों और स्वास्थ्यकर्मियों को बहुत सहारा मिलेगा.”

यूक्रेन में रूस का विशेष सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से ही बहुत से परिवारों को भूमिगत स्थलों में पनाह लेनी पड़ी है जो बुनियादी सेवाओं से भी कटे हुए हैं. 

अस्पतालों और जच्चा-बच्चा विभागों ने अपने मरीज़ भी भूमिगत स्थलों में भेज दिये हैं, और देश भर में, लाखों लोगों को पीने का सुरक्षित पानी भी नहीं मिल पा रहा है. 

देश में महत्वपूर्ण चिकित्सा सामग्री की उपलब्धता भी कम हो रही है और पोलियो के फैलाव पर क़ाबू पाने के लिये चलाए जा रहे आपात प्रयास रोकने पड़े हैं.

स्वास्थ्य कर्मियों व ठिकानो पर हमलों की निन्दा

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी शनिवार को कहा है अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमलों के कारण स्वास्थ्य देखभाल संकट और ज़्यादा गहरा गया है.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी को, स्वास्थ्य देखभाल ठिकानों हर हमलों की छह पुष्ट ख़बरें मिली हैं, जिनमें छह लोगों की मौत हुई है और 11 लोग घायल हुए हैं. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ज़ोर देकर कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षित व सरक्षित वातावरण में, अपनी सेवाएँ देने का मौक़ा मिलना चाहिये, और उनकी सेवाओं में हिंसा के कारण कोई बाधा नहीं खड़ी होनी चाहिये.

स्वास्थ्य देखभाल ठिकानों पर हमलों की ताज़ा जानकारी इस डेटा हब पर उपलब्ध रहती है.