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यूक्रेन: '30 लाख लोग पहले ही सहायता के ज़रूरतमन्द'

यूक्रेन के पूर्वी इलाक़े में, सम्पर्क रेखा के नज़दीक रहने वाली एक महिला, अपनी बेटी के साथ. (फ़ाइल)
UNOCHA/Yevhen Maloletka
यूक्रेन के पूर्वी इलाक़े में, सम्पर्क रेखा के नज़दीक रहने वाली एक महिला, अपनी बेटी के साथ. (फ़ाइल)

यूक्रेन: '30 लाख लोग पहले ही सहायता के ज़रूरतमन्द'

प्रवासी और शरणार्थी

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत कार्यों के संयोजक मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा है यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में मौजूदा घटनाक्रम से पहले भी, आठ वर्षों से जारी संघर्ष ने, 30 लाख लोगों को, मानवीय सहायता के ज़रूरतमन्द बना दिया है, और ये लोग सम्पर्क रेखा के दोनों तरफ़ हैं.

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि संयुक्त राष्ट्र और इसके साझीदार संगठन, इन वर्षों के दौरान इन ज़रूरतमन्द लोगों तक सहायता पहुँचाने की भरसक कोशिश करते रहे हैं.

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मार्टिन ग्रिफ़िथ्स यूएन मानवीय सहायता कार्यों के प्रमुख भी हैं.

उन्होंने बताया, “मसलन, केवल वर्ष 2022 मे ही, संयुक्त राष्ट्र ने मानवीय सहायता क़ाफ़िलों के ज़रिये 150 टन से भी ज़्यादा मानवीय सहायता सामग्री, डोनबास में ग़ैर-सरकारी नियंत्रण वाले इलाक़ों में, बेहद कमज़ोर हालात में रह रहे लोगों को मुहैया कराई है.”

यूक्रेन जोखिम में

महिलाओं बच्चों, बुज़ुर्गों, विकलांगजन, सम्पर्क रेखा के नज़दीक रहने वालों और सरकार से इतर नियंत्रण वाले इलाक़ों में रहने वाले लोगों को, मानवीय सहायता की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है.

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा, “इन लोगों को भोजन, आश्रय, स्वास्थ्य देखभाल, पानी और स्वच्छता व संरक्षण की लगातार ज़रूरत है.”

उन्होंने यूक्रेन के नगरीय इलाकों में गोलाबारी की दुखद तस्वीर पेश की और मौजूदा तनाव बढ़ोत्तरी के प्रभावों पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की. इसमें जान-माल के नुक़सान के दायरे की अभी पुष्टि नहीं हुई है.

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र, आबादी के विशाल विस्थापन को लेकर भी चिन्तित है... और ये लोग सुरक्षा व संरक्षण की तलाश में अपने मूल स्थान छोड़ रहे हैं. लाखों लोग, यूक्रेन के भीतर और पड़ोसी देशों में विस्थापन के लिये निकल रहे हैं.

संयुक्त राष्ट्र की मौजूदगी व मुस्तैदी

संयुक्त राष्ट्र के आपदा संयोजक मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने, महासचिव एंतोनियो गुटेरेश का यह सन्देश भी दोहराया कि यूएन मानवीय सहायताकर्मी अपनी मौजूदगी बनाए रखने और उसे बढ़ने के लिये प्रतिबद्ध हैं.

उन्होंने बताया, “हम वहाँ से नहीं हटे हैं. हम यूक्रेन से हटने नहीं जा रहे हैं.”

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा कि बहुत से लोग सुरक्षा की ख़ातिर भूमिगत स्थलों में पनाह ले रहे हैं, इस बीच संयुक्त राष्ट्र प्रभावित लोगों की मदद करने के लिये अपने प्रयास तेज़ कर रहा है, “और हम ऐसा कुछ सप्ताहों से करते रहे हैं.”

उन्होंने ये भी कहा कि संघर्ष बढ़ने की इस घड़ी में, संयुक्त राष्ट्र के स्टाफ़ की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी शीर्ष प्राथमिकता है.

“हम फ़िलहाल यूक्रेन में कम ज़रूरी क्षेत्रों में काम करने वाले यूएन स्टाफ़ और उनके परिजन को अस्थाई रूप में, स्थानान्तरित कर रहे हैं.”

इस बीच संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कार्यों के संयोजन कार्यालय – OCHA ने, जिनीवा में एक अन्तर-एजेंसी अभियान केन्द्र स्थापित किया है जो जल्द ही एक अपील जारी करेगा.

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत संयोजक मार्टिन ग्रिफ़िथ्स, यूक्रेन की स्थिति पर, पत्रकारों से बातचीत करते हुए.
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संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत संयोजक मार्टिन ग्रिफ़िथ्स, यूक्रेन की स्थिति पर, पत्रकारों से बातचीत करते हुए.

दो करोड़ डॉलर आबण्टित

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने, गुरूवार को यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश की घोषणा का ज़िक्र किया जिसमें उन्होंने यूक्रेन में मानवीय सहायता कार्यों में तत्काल तेज़ी लाने के लक्ष्य से, केन्द्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (CERF) से दो करोड़ डॉलर की रक़म जारी करने की बात की थी.

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा कि इन असाधारण परिस्थितियों में, ज़रूरतों में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए सहायता का स्तर व दायर बढ़ाना बहुत ज़रूरी है.