वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

फ़लस्तीन: महिलाओं में पोषण बेहतरी के लिये अभियान

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) फ़लस्तीनी परिवारों को, ग़रीबी और कठिन परिस्थितियों के बीच, अपने बच्चों के स्वस्थ पालन-पोषण में मदद मुहैया कराता है.
WFP
विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) फ़लस्तीनी परिवारों को, ग़रीबी और कठिन परिस्थितियों के बीच, अपने बच्चों के स्वस्थ पालन-पोषण में मदद मुहैया कराता है.

फ़लस्तीन: महिलाओं में पोषण बेहतरी के लिये अभियान

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी - विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा और पश्चिमी तट में, कुपोषण और आयरन की कमी की समस्या का सामना करने के प्रयासों के तहत, सैकड़ों गर्भवती महिलाओं और महिलाओं की देखभाल करने वाली दाइयों को समर्थन मुहैया कराने के लिये, शुक्रवार को एक अभियान शुरू किया है.

फ़लस्तीनी क्षेत्र में यूएन खाद्य एजेंसी के डायरेक्टर समीर अब्देल जाबेर के अनुसार, ये अभियान, समुदायों पर आधारित और ऑनलाइन कार्यक्रमों के ज़रिये, जानकारी बढ़ाने b साझा करने की प्रक्रिया को तेज़ करेगा और उसे सहारा देगा.

व्यक्तिगत, घर-परिवारों और समुदाय के स्तर पर, भोजन पकाने की कक्षाएँ चलाई जाएंगी, घरों में ही बाग़ीचे बनाने वाले उपकरण बाँटे जाएंगे और सब्ज़ियाँ और फल उगाने के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा. 

ये गतिविधियाँ सोशल मीडिया मंचों के ज़रिये शुरू की जा रही हैं, साथ ही निजी रूप में भी जागरूकता सत्र आयोजित किये जाएंगे.

ख़ुराक में दम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, फ़लस्तीन की आबादी में, आयरन यानि लौह तत्व की कमी एक प्रमुख – सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन गई है, विशेष रूप में, पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में.

शिशुओं की माताओं, गर्भवती महिलाओं और नर्सिंग करने वाली महिलाओं को आयरन की प्रचुरता वाले भोजन व रक्त की कमी होने से रोकने पर जानकारी देने वाले सत्र आयोजित किये जाने की योजना बनाई गई है.

इन सत्रों में, जागरूकता फैलाने और मनोरंजन करने, पोषण विशेषज्ञों के साथ चर्चा-करने और स्वस्थ व आयरन युक्त भोजन पकाने के प्रशिक्षण सम्बन्धी गतिविधियाँ भी शामिल हैं.

विश्व खाद्य कार्यक्रम इस अभियान के ज़रिये, माताओं व परिवारों को, उनका पोषण स्तर बेहतर बनाने के साथ-साथ उनमें आयरन की मात्रा बढ़ाने में भी सहायता करेगा.

ग़ाज़ा में दो महिलाएँ अपने ख़स्ता हाल घरों के पास बैठे हुए. ग़ाज़ा में रहने वाले माता-पिता बहुत निर्धन हालात में रहने के साथ-साथ, अपने बच्चों की बुनियादी खाद्य और पोषण ज़रूरतें पूरी नहीं कर पाते हैं.
WFP/Wissam Nassar
ग़ाज़ा में दो महिलाएँ अपने ख़स्ता हाल घरों के पास बैठे हुए. ग़ाज़ा में रहने वाले माता-पिता बहुत निर्धन हालात में रहने के साथ-साथ, अपने बच्चों की बुनियादी खाद्य और पोषण ज़रूरतें पूरी नहीं कर पाते हैं.

स्वास्थ्य व आमोद-प्रमोद

व्यक्तियों, परिवारों की सहायता करने और पोषण वाला भोजन खाने की आदतें विकसित करने के लिये, सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन संचार (SBCC) में व्यक्तिगत संचार, सामाजिक बदलाव, पैरोकारी, और सामुदायिक सम्पर्क तकनीकें शामिल हैं.

यूएन एजेंसी इसी तकनीक के ज़रिये लोगों को अपने घरों में ही बाग़ीचे बनाने के लिये प्रोत्साहित कर रही है जिनमें आयरन प्रचुर सब्ज़ियाँ शामिल होंगी.

एजेंसी के अनुसार इस तरह की गतिविधियाँ, प्रतिभागियों और उनके परिवारों को, स्वस्थ भोजन पकाने और जीवन यापन के बेहतर विकल्प अपनाने के लिये प्रोत्साहित करेंगी. इससे उनका सम्पूर्ण पोषण दर्जा बेहतर होगा.

यूए खाद्य एजेंसी – WFP फ़लस्तीन में बेहद कमज़ोर हालात वाले लोगों को, विभिन्न कार्यक्रमों के ज़रिये खाद्य सहायता मुहैया कराती है.

साथ ही, प्रशिक्षण और रोज़गारोन्मुख कौशल विकसित करके, दीर्घकालिक सहनक्षमता विकसित करने में भी सहायता करती है.