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इथियोपिया: यूएन महासचिव ने की - तुरन्त लड़ाई रोकने की ज़ोरदार अपील

इथियोपिया के सोमाली क्षेत्र में रेतीले तूफ़ान में कुछ महिलाएँ और बच्चे.
© UNICEF/Mulugeta Ayene
इथियोपिया के सोमाली क्षेत्र में रेतीले तूफ़ान में कुछ महिलाएँ और बच्चे.

इथियोपिया: यूएन महासचिव ने की - तुरन्त लड़ाई रोकने की ज़ोरदार अपील

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को, इथियोपिया में सभी पक्षों से, यूएन महासभा की ओलिम्पिक सुलह भावना के तहत, टीगरे और अन्य क्षेत्रों में लड़ाई तुरन्त रोक देने की ‘सम्भवतः अधिकतम ज़ोरदार’ अपील की है. 

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने न्यूयॉर्क में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लड़ाई रुकने से, इथियोपिया भर में प्रभावित आबादियों तक, मानवीय सहायता व राहत पहुँचाने का मौक़ा मिल सकेगा.

उन्होंने कहा कि इन क़दमों से, एक ऐसी समावेशी राष्ट्रीय बातचीत के लिये रास्ता बनाने में मदद मिलेगी जिसमें सभी इथियोपियाई नागरिकों की शिरकत हो. मौजूदा लड़ाई और रक्तपात से, इथियोपिया के लोग बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं.

यूएन महासचिव ने, शीतकालीन ओलिम्पिक खेलों के लिये अपनी रवानगी से पहले अपनी ये अपील फिर दोहराई कि तमाम पक्ष, ओलिम्पिक भावना की शानदार परम्परा का पालन करें और अपने मतभेदों को दूर करते हुए, स्थाई शान्ति का रास्ता अपनाएँ.

परिवारों की तकलीफ़ें

इथियोपिया के सोमाली क्षेत्र में, एक महिला मवेशियों को चारा खिलाते हुए.
© UNICEF/Mulugeta Ayene
इथियोपिया के सोमाली क्षेत्र में, एक महिला मवेशियों को चारा खिलाते हुए.

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ ने बताया  कि इथियोपिया में लड़ाई जारी रहने के बीच ही, लगातार सूखा पड़ने के हालात ने, 68 लाख से भी ज़्यादा लोगों को, मध्य मार्च तक मानवीय सहायता के लिये सख़्त ज़रूरतमन्द बना दिया है. 

बारिश के मौसम में, लगातार तीन वर्षों से वर्षा नहीं होने के कारण, अफ़ार, ओरोमिया, दक्षिणी प्रान्तों व अन्य इलाक़ों में गम्भीर सूखा के हालात उत्पन्न हो गए हैं.

परिणामस्वरूप पानी के कुएँ सूख गए हैं, जिनके कारण मवेशियों की मौतें हो रही हैं, फ़सले सूख गई हैं. इन हालात ने लाखों बच्चों व उनके परिवारों को तकलीफ़ों और क़िल्लत के नज़दीक धकेल दिया है.

बढ़ता कुपोषण

युद्धरत उत्तरी क्षेत्र से बहुत दूर के इलाक़ों में, स्वच्छ जल की भारी क़िल्लत है और खाद्य असुरक्षा तेज़ी से बढ़ रही है.

मसलन, ओरोमिया और सोमाली क्षेत्रों में, लगभग सवा दो लाख कुपोषित बच्चों और एक लाख से ज़्यादा गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को, पोषण सहायता की तत्काल ज़रूरत है.

यूनीसेफ़ का कहना है कि अगर बच्चों को संक्रमित पानी पीने के लिये मजबूर होना पड़ेगा तो, इससे उनके लिये अनेक प्रकार की बीमारियाँ होने का जोखिम उत्पन्न होता है, जिनमें डायरिया भी शामिल है, जो पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मौत का एक प्रमुख कारण है.

फ़िलहाल, ओरोमिया और सोमाली क्षेत्रों में, लगभग 44 लाख लोग, पानी की भारी कमी का सामना कर रहे हैं.

यूनीसेफ़ ने, सूखा प्रभावित इलाक़ों में, मदद मुहैया कराने के लिये, तीन करोड़ 10 लाख डॉलर की दान सहायता की अपील जारी की है. ये व्यापक मानवीय सहायता के लिये जारी – 35 करोड़ 10 लाख डॉलर की सम्पूर्ण अपील से अलग है.

इथियोपिया में सूखा से प्रभावित दक्षिण पूर्वी इलाक़े में, एक लड़का मवेशियों को अपने घर की तरफ़ ले जाते हुए.
© UNICEF/Mulugeta Ayene
इथियोपिया में सूखा से प्रभावित दक्षिण पूर्वी इलाक़े में, एक लड़का मवेशियों को अपने घर की तरफ़ ले जाते हुए.