वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

टोंगा: समुद्री ज्वालामुखी विस्फोट व सूनामी से 80% आबादी प्रभावित

15 जनवरी 2022 को टोंगा में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद सूनामी लहरों से क्षति हुई है.
© UNICEF/Consulate of the Kingdom of Tonga
15 जनवरी 2022 को टोंगा में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद सूनामी लहरों से क्षति हुई है.

टोंगा: समुद्री ज्वालामुखी विस्फोट व सूनामी से 80% आबादी प्रभावित

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता मामलों में समन्वय के लिये कार्यालय (OCHA) ने कहा है कि बीते सप्ताहान्त, टोंगा के द्वीपों पर ज्वालामुखी विस्फोट और उससे भड़की सूनामी के कारण, 12 हज़ार से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं. 

कुल मिलाकर, दक्षिणी प्रशान्त क्षेत्र में स्थित टोंगा में, स्थानीय आबादी का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा, यानि क़रीब 84 हज़ार लोग, इस आपदा से प्रभावित हुए हैं.  

Tweet URL

टोंगा सरकार ने अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है, जिनमें टोंगा के दो नागरिक और एक ब्रितानी नागरिक हैं.

यूएन एजेंसी ने गुरूवार को ताज़ा जानकारी में बताया है कि अर्थव्यवस्था के नज़रिये से महत्वपूर्ण कृषि क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है. फ़सलों, मवेशियों और मछली पालन को नुक़सान हुआ है.

संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने फ़सलों पर राख गिरने और खारे पाने की अधिकता होने के अलावा, अम्लीय वर्षा होने की आशंका पर चिन्ता जताई है.

मवेशी-पालन पर निर्भर 60 से 70 फ़ीसदी परिवारों के मवेशी तबाह हो गए हैं, चारागाहों को नुक़सान पहुँचा है और जल आपूर्ति दूषित है. 

170 द्वीपों से मिलकर इस द्वीप समूह में मछली पालन भी प्रभावित हुआ है और सरकार ने फ़िलहाल दूषण के स्तर को ध्यान में रखते हुए, मछली का सेवन करने या मछली पकड़ने से मना किया है. 

समीक्षा कार्य जारी

टोंगा के राष्ट्रीय आपात प्रबन्धन कार्यालय और साझीदार संगठनों द्वारा, मुख्य द्वीप टोंगाटापू और हाआपाई समूह के द्वीपों पर इस हादसे में हुई क्षति की आरम्भिक समीक्षा की जा रही है.

समीक्षा दलों ने देश के अधिकतर हिस्सों का जायज़ा लिया है, जिनमें दूरदराज़ के इलाक़ों में स्थित द्वीप भी हैं. 

अब तक, टोंगाटापू के तटीय इलाक़ों में पाँच समुदायों के घर-परिवारों को काफ़ी नुक़सान हुआ है.

क़रीब 31 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, 72 को गम्भीर, 46 को अपेक्षाकृत कम और 23 को मामूली नुक़सान पहुँचा है.   

यूएन एजेंसी के मुताबिक़, स्वच्छ जल की सुलभता और भूगर्भीय जल की गुणवत्ता के प्रति गम्भीर चिन्ताएँ हैं. 

देश की राजधानी की जल आपूर्ति पीने के लिये सुरक्षित है, मगर अधिकतर लोग बोतलबन्द पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं. 

प्रशासन ने पूर्ण जानकारी उपलब्ध होने तक, स्थानीय नागरिकों से वर्षा जल ना पीने का आग्रह किया है.

देश की राजधानी नुकुअलोफ़ा में अस्पताल और राष्ट्रीय औषधि केन्द्र सही-सलामत हैं और वहाँ पूर्ण रूप से काम हो रहा है. मगर, टोंगाटापू व कुछ अन्य इलाक़ों में स्वास्थ्य केन्द्रों को क्षति पहुँचने की ख़बरें हैं. 

अन्तरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी अभी सीमित है, लेकिन हालात बेहतर हो रहे हैं.

राहत कार्रवाई

स्थानीय और अन्तरराष्ट्रीय साझीदार मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिये प्रयासरत हैं, और जल, जलशोधन इकाइयों व खारापन ख़त्म करने के लिये उपकरण रवाना किये गए हैं. 

यूएन एजेंसी ने कहा है कि संक्रामक बीमारियों के फैलाव के जोखिम की भी निगरानी की जा रही है.

ईंधन की क़िल्लत होने की भी ख़बरें मिली हैं, मगर नियमित आपूर्ति के तौर पर पैट्रोल भेजा गया है और इस सम्बन्ध में ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भी अतिरिक्त समर्थन मुहैया कराया है.

इस सिलसिले में एक जहाज़ रवाना किया गया है ताकि जल सतह के भीतर स्थित संचार केबल की मरम्मत की जा सके. 

यह बाहरी दुनिया से जुड़ाव का एकमात्र स्रोत है, और इसे पूरी तरह बहाल होने में कई हफ़्तों का समय लग सकता है.   

इस बीच, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने आपात दूरसंचार उपाय के ज़रिये, इण्टरनैट व फ़ोन समेत संचार माध्यम फिर से स्थापित किये जाने में सहायता प्रदान की है.

इसके अलावा, खाद्य सुरक्षा व ढाँचागत ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए, प्राथमिकताओं की समीक्षा की जा रही है. 

यूएन एजेंसी ने Donate Responsibly नामक अपनी मुहिम को भी सक्रिय किया है, जोकि दायित्व का ध्यान रखते हुए दान करने के लिये जागरूकता प्रसार पर केन्द्रित है. 

रन वे पर राख होने के कारण अनेक दिनों तक बन्द रहने के बाद, देश का फ़ुआमोटू अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा फिर से खोल दिया गया है. 

न्यूज़ीलैण्ड और ऑस्ट्रेलिया से राहत सामग्री लेकर आने वाली उड़ानें वहाँ पहुँची हैं और एक घरेलू उड़ान हाआपाई के लिये रवाना हुई है.