टोंगा: समुद्री ज्वालामुखी फटने के बाद, सूनामी व राख के तूफ़ान में मदद के लिये, यूएन मुस्तैद
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने प्रशान्त देश टोंगा के निकट समुद्र के भीतर ज्वालामुखी फटने के बाद, समुद्री तूफ़ान – सूनामी और राख की आन्धी की ख़बरों पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है जिससे टोंगा प्रभावित हुआ है.
यूएन प्रमुख ने ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, जापान और अमेरिका जैसे कुछ अन्य देशों के लिये भी सूनामी की चेतावनी जारी किये जाने के हालात पर चिन्ता जताई है.
यूएन प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने शनिवार को जारी एक वक्तव्य में कहा, “प्रशान्त में संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न कार्यालय स्थिति पर लगातार नज़र रखे हुए हैं और अनुरोध मिलने पर, सहायता मुहैया कराने के लिये मुस्तैद हैं."
"महासचिव ने उन देशों का भी आभार व्यक्त किया है जिन्होंने पहले ही सहायता की पेशकश की है.”
टोंगा भूवैज्ञानिक सेवाओं के अनुसार, शुक्रवार को सायंकाल के नज़दीक, समुद्र के अन्दर एक विशाल ज्वालामुखी फट पड़ा जिससे निकले धुएँ के बादल, समुद्री सतह से 12 मील तक की ऊँचाई तक देखे गए हैं.
राख और भाप का एक बादल तो 150 मील की दूरी पर देखा गया है और इसकी तस्वीरें सैटेलाइट के ज़रिये नज़र आई हैं, जिन्हें विभिन्न मौसम विज्ञान सम्बन्धी एजेंसियों ने भी साझा किया है.
टोंगा में सम्पर्क टूट जाने के कारण, इन प्राकृतिक घटनाओं में अभी किसी के हताहत होने या कोई नुक़सान होने की तत्काल ख़बर नहीं है.