सीरिया: WFP कर्मचारी, यूएन की मानवीय राहत उड़ानों के लिये सेवारत

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की कर्मचारी, राशा, सीरिया में मानवीय राहत के लिये वायु सेवा (UNHAS) की दैनिक उड़ानों को सम्भव बनाने में अपना अहम योगदान देती हैं. सीरिया के पूर्वोत्तर में स्थित कुछ इलाक़ों में ज़रूरतमन्दों तक राहत पहुँचाने के लिये, योरोपीय संघ के वित्तीय सहयोग से UNHAS सेवा संचालित है.
सीरिया में बुधवार की एक दोपहर, राशा ने अपने गृहनगर क़मिश्ली और दमिश्क के बीच उड़ान से पहले, अपना काम पूरा कर लिया है.
यह एक सप्ताह में दूसरी बार है, जब उन्होंने मानवीय राहतकर्मियों को चेक-इन करने, विमान पर चढ़ने और राजधानी व देश के उत्तरी इलाक़े के बीच सुरक्षित उड़ान भरने में मदद की है.
राशा ने सीरिया में विश्व खाद्य कार्यक्रम द्वारा संचालित, यूएन मानवीय राहत वायु सेवा (UNHAS) की टीम में विमानन सहायक के तौर पर वर्ष 2021 के आरम्भ में काम शुरू किया था.
राशा ने, सीरिया के पूर्वोत्तर में क़मिश्ली हवाई अड्डे पर यूएन टीम के तहत तैनाती से पहले, सात वर्षों तक वाणिज्यिक विमानन सेवाओं में काम किया है.
उनका कहना है, “वैसे तो मैं विमानों के आस-पास लम्बे समय से रही हूँ, मगर मैं जब भी किसी विमान को आकाश में उड़ान भरते हुए देखती हूँ, तो मेरे दिल में हलचल सी उठ जाती है.”
“यह होना कभी भी साधारण नहीं होता है. हर दिन मेरे लिये एक नया रोमांच है.”
राशा के मन में हवाई अड्डों के लिये, बचपन से ही ख़ास लगाव रहा है.
“मेरी माँ ने इसी एयरपोर्ट पर 35 वर्षों तक काम किया. उनका सफ़ेद ब्लाउज़ के साथ चांदी जैसी पोशाक पहनना मुझे बहुत अच्छी तरह से याद है, और उनकी गर्दन पर रेशमी मैरून स्कार्फ़ बंधा होता था.”
लेकिन राशा को सबसे अधिक आकर्षित उनकी माँ की लगन ने किया.
“क़मिश्ली कोई आरामदेह एयरपोर्ट नहीं है, चूँकि यहाँ सहूलियत और खाने-पीने की सुविधा का अभाव है, इसलिये यहाँ उड़ान छूटना और रात गुज़ारना मुश्किल भरा हो सकता है.”
“मेरी माँ ने, यथा सम्भव और बिना किसी शर्त के, हर किसी सहायता की, और मैं एक दिन उनके जैसी बनना चाहती हूँ.”
सीरिया में एक दशक से चले आ रहे संकट के दौरान, हिंसक संघर्ष प्रभावित इलाक़ों में नाटकीय परिवर्तन आया है.
राजधानी दमिश्क को उत्तरी इलाक़ों में स्थित क़मिश्ली और अलेप्पो गवर्नरेट से जोड़ने वाली सड़कों पर आवाजाही मुश्किल थी.
इसलिये, संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों और मानवीय राहतकर्मियों के लिये, दमिश्क और देश के उत्तरी इलाक़ों के बीच यात्रा करने का सबसे सुलभ रास्ता, वायु मार्ग था.
कोविड-19 महामारी के कारण, घरेलू एयरलाइन सेवाओं में व्यवधान आया है, जिसके मद्देनज़र, जुलाई 2020 में यूएन मानवीय राहत वायु सेवा शुरू की गई.
ज़रूरतमन्द व्यक्तियों व परिवारों तक राहत पहुँचाने के लिये यह एक महत्वपूर्ण कड़ी थी.
पहले जिस सफ़र को पूरा करने में 16 घण्टे का समय लगता था, अब विमान के ज़रिये यात्रा की अवधि एक घण्टा रह गई है.
राशा का मानना है कि UNHAS सेवा के बिना, मानवीय राहतकर्मियों को ज़रूरतमन्द परिवारों तक पहुँचने में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता.
फ़िलहाल, UNHAS सीरिया में 39 मानवीय राहत संगठनों के लिये सेवारत है, जिनमें अनेक यूएन एजेंसियाँ हैं.
कोरोनावायरस संकट के दौरान, सतर्कता बरती गई है, और एयरलाइन सेवा की मदद से दमिश्क, अलेप्पो और क़मिश्ली के बीच औसतन 350 लोग यात्रा करते हैं.
वर्ष 2021 में सीरिया में मानवीय राहत आवश्यकताएँ अभूतपूर्व स्तर पर पहुँच गईं. इसलिये राहतकर्मियों का जल्द से जल्द ज़रूरतमन्दों तक सुरक्षित ढंग से मदद पहुँचाना बहुत अहम है.
राशा, शुरुआत में, एयरलाइन के उच्च मानकों, अनुशासन, समय-निष्ठा से सबसे अधिक प्रभावित हुई थी, मगर, उन्होंने इसमें एक गहरा अर्थ भी खोजा है.
उन्होंने बताया कि एक दिन सभी यात्री दमिश्क के लिये विमान पर चढ़ चुके थे और द्वार बन्द ही होने वाले थे कि एक अन्य मानवीय राहत संगठन से एक व्यक्ति अपनी बेटी के साथ आया.
उन्हें मेडिकल कारणों से जल्द दमिश्क पहुँचना था.
राशा ने जब UNHAS प्रबन्धन से सम्पर्क किया तो उन्हें तत्काल उड़ान को तब तक रोकने की सलाह दी गई है, जब तक, उस व्यक्ति ने सभी ज़रूरी काग़ज़ात पूरे नहीं कर लिये.
“मेरे सुपरवाइज़र ने मुझे बताया: ‘हमारा अस्तित्व इन लोगों की सेवा करना है, इसलिये हमारे गेट उनसे पहले बन्द नहीं हो सकते.’ यह वो लम्हा था जब मुझे महसूस हुआ कि मानवीय राहत, मेरे कामकाज की बुनियाद में है और इसने मुझे भावुक कर दिया.”
UNHAS सिर्फ़ लोगों को विमान यात्रा के लिये नहीं ले जाता, बल्कि जीवनरक्षक चिकित्सा सहायता भी पहुँचाता है.
2021 में एयरलाइन ने, बेहद अहम चिकित्सा सामान पहुँचाने में भी मदद की, जिनमें विकलांगता की अवस्था में रह रहे लोगों के लिये राहत उपकरण और कोविड-19 वैक्सीन सहित अन्य सामग्री है.
“UNHAS की वजह से ही, क़मिश्ली में यूएन कर्मचारी और उनके परिजन का टीकाकरण हो पाया, चूँकि वैक्सीन और विशेषीकृत मेडिकल स्टाफ़ को, दमिश्क से विमान के ज़रिये यहाँ लाना था.”
राशा जानती हैं कि आने वाले कई महीनों तक उनका काम और भी ज़्यादा चुनौतीपूर्ण रहेगा, मगर अपने प्रयासों के प्रभाव वह हर दिन देखती हैं.
उनके सहकर्मी व परिवार पहले से कहीं ज़्यादा नज़दीक हैं.
योरोपीय संघ और सदस्य देशों के नागरिकों के उदारतापूर्वक समर्थन की मदद से ही, सीरिया में UNHAS सेवाओं को जारी रख पाना सम्भव हो पाया है.
यह लेख पहले यहाँ प्रकाशित हुआ.