कोविड-19: अफ़्रीका में संक्रमण मामलों में उछाल, मगर मौतें कम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा है कि अफ़्रीका में बीते सप्ताह, कोरोनावायरस के डेल्टा व ओमिक्रॉन रूपों के कारण, संक्रमण मामलों में 83 प्रतिशत का उछाल आया है, अलबत्ता पहले के संक्रमण मामलों में आए उछाल की तुलना में, अब मौतें कम हुई हैं.
संगठन का हालाँकि ये भी कहना है कि अफ़्रीका क्षेत्र में टीकाकरण की धीमी रफ़्तार के कारण, संक्रमण की कुछ और लहरें आने की सम्भावना है.
#Africa clocks fastest surge in #COVID19 cases this year, but deaths remain low. The continent recorded an 83% surge in new COVID-19 cases during the past week, driven by the #Delta and #Omicron variants. https://t.co/Y8OwBvZ9KV
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विश्व स्वास्थ्य संगठन के महामारी सम्बन्धी ताज़ा अनुमानों व आकलन में पाया गया है कि टीके लगाये जाने की मौजूदा दर से, 40 फ़ीसदी आबादी के टीकाकरण में मई 2022 तक और 70 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण में अगस्त 2024 तक का समय लगने की सम्भावना है.
अफ़्रीका में कोरोनावायरस के संक्रमण मामलों की कुल संख्या लगभग 89 लाख है.
इनमें से लगभग एक लाख 96 हज़ार मामले बीते सप्ताह ही दर्ज किये गए हैं जोकि उससे पिछले सप्ताह की तुलना में, एक लाख सात हज़ार ज़्यादा हैं.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी का कहना है कि संक्रमण फैलाव की मौजूदा रफ़्तार को देखें तो, संक्रमण मामले, हर पाँच दिन में दोगुने हो रहे हैं, जोकि इस वर्ष सर्वाधिक तेज़ रफ़्तार है.
एजेंसी का हालाँकि ये भी कहना है कि संक्रमण फैलाव की रफ़्तार तो बहुत तेज़ है, मगर फिर भी राहत की बात ये है कि मौतें होने की रफ़्तार कम है, जिसमें बीते सप्ताह के दौरान, उससे पिछले सप्ताह की तुलना में, 19 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
अफ़्रीका में इस समय कोरोनावायरस के संक्रमण की चौथी लहर चल रही है जिसमें पहले तीन सप्ताहों के दौरान क़रीब तीन हज़ार लोगों की मौतें दर्ज की गई हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अफ़्रीका में पिछले सात दिनों के दौरान, उनसे पहले के सात दिनों की तुलना में, संक्रमण फैलाव के मामलों में 66 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है.
अलबत्ता अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीज़ों की संख्या कम ही रही है.
मगर पिछले सात दिनों के दौरान, अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीज़ों की संख्या में 67 प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है, फिर भी राहत की बात ये है कि सघन चिकित्सा कक्ष (ICU) में भर्ती होने वाले मरीज़ों की संख्या साढ़े सात प्रतिशत पर ही कम रही है.
एजेंसी का कहना है कि मृतक संख्या कम होने के आँकड़ों का आकलन सावधानी पूर्वक किया जाना चाहिये, क्योंकि ये रुझान आने वाले सप्ताहों में बहुत तेज़ी से बदल भी सकता है.