इथियोपिया: सहायता धनराशि की क़िल्लत, मानवीय राहत अभियान के लिये जोखिम
विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने आगाह किया है कि पर्याप्त सहायता धनराशि के अभाव में इथियोपिया में ज़रूरतमन्दों तक मानवीय राहत पहुँचाने के प्रयासों के लिये जोखिम पैदा हो सकता है, जिससे अगले छह महीनों में लाखों लोगों के भुखमरी के गर्त में धँसने की आशंका है.
एक करोड़ 20 लाख इथियोपियाई नागरिकों व शरणार्थियों तक खाद्य सहायता व आजीविका सम्बन्धी समर्थन पहुँचाने के लिये, विश्व खाद्य कार्यक्रम को 57 करोड़ 90 लाख डॉलर की तत्काल आवश्यकता है.
If @WFP_Ethiopia does not receive immediate funding millions of people across #Ethiopia will face severe hunger at the start of 2022 due to impacts of conflict, drought & poverty. Please help us save lives and livelihoods!👇https://t.co/xoT3Dx5oLN pic.twitter.com/nFqg3sL55d
WFP_Ethiopia
इसमें 31 करोड़ डॉलर की मदद से, युद्धग्रस्त उत्तरी इलाक़े में लगभग 40 लाख लोगों तक भोजन व पोषण सहायता सुनिश्चित किये जाने का उद्देश्य है.
इथियोपियाई प्रशासन, यूएन एजेंसी व अन्य साझीदार संगठन, देश में भुखमरी संकट से निपटने के लिये एक साथ मिलकर प्रयास कर रहे हैं.
एक अनुमान के अनुसार, एक करोड़ 36 लाख लोग खाद्य असुरक्षा का शिकार बताए गए हैं.
इसकी वजह, हिंसक टकराव, सूखा, बाढ़, टिड्डी झुण्ड का अतिक्रमण, बाज़ार में व्यवधान, खाद्य वस्तुओं की ऊँची क़ीमतें और कोविड-19 महामारी बताई गई है.
इथियोपिया में यूएन एजेंसी के प्रतिनिधि और देशीय निदेशक डॉक्टर स्टीन वेर ओमामो ने बताया कि, “इथियोपिया में लाखों लोगों की पीड़ा को दूर करने के लिये, समय रहते, पूर्ण भोजन व पोषण समर्थन मुहैया कराया जाना अहम है.”
उन्होंने सचेत किया कि भोजन उपलब्ध है, मगर यदि सहायता धनराशि के संकल्पों को पूरा नहीं किया गया, तो खाद्य सामग्री को ख़रीद पाना और उसे लाखों ज़रूरतमन्दों तक पहुँचा पाना सम्भव नहीं हो पाएगा.
इस स्थिति में, अगले वर्ष बड़ी संख्या में लोगों के भुखमरी और कठिन हालात की चपेट में आने का जोखिम बढ़ जाएगा.
हालात बदतर होने की आशंका
यूएन एजेंसी ने एक विश्लेषण का उल्लेख करते हुए कहा कि इथियोपिया में वर्ष 2022 के मध्य तक, खाद्य असुरक्षा, रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच जाने की आशंका है.
देश के उत्तरी, दक्षिणी और दक्षिणी-पूर्वी इलाक़े पर सबसे ज़्यादा प्रभावित होने का जोखिम मंडरा रहा है.
पिछले महीने, यूएन एजेंसी ने बताया कि इथियोपिया के उत्तरी इलाक़े में खाद्य सहायता की आवश्यकता वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिसकी वजह उस इलाक़े में लड़ाई का जारी रहना है.
विश्व खाद्य कार्यक्रम ने आगाह किया कि देश के तीन क्षेत्रों, अफ़ार, अमहारा और टीगरे में खाद्य सुरक्षा हालात, बेहद चिन्ताजनक हैं.
यूएन एजेंसी के अनुसार, अगर मानवीय राहत कार्य में लड़ाई के कारण व्यवधान जारी रहा, तो परिस्थितियों के और भी ख़राब होने की आशंका है.
सूखे का असर
इस बीच, इथियोपिया के दक्षिणी और दक्षिणी-पूर्व इलाक़ो को लगातार तीसरी बार, औसत से कम बारिश होने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
गम्भीर रूप धारण करते जा रहे सूखे के कारण, बड़े स्तर पर, मवेशियों की हानि हुई है, नाज़ुक हालात में रह रहे लोगों की आजीविकाएँ ख़त्म हो गई हैं और अगले वर्ष के मध्य तक खाद्य असुरक्षा गहराने का जोखिम है.
यूएन एजेंसी ने कहा है कि दानदाताओं द्वारा मदद मुहैया कराये जाने के बावजूद, बढ़ती ज़रूरतों के अनुरूप, सहायता धनराशि का इन्तज़ाम नहीं हो पाया है.
धनराशि के अभाव के कारण, देश भर में सात लाख से अधिक शरणार्थियों, और सोमाली क्षेत्र में 24 लाख लोग खाद्य असुरक्षा से पीड़ित लोगों के लिये राशन में कटौती करनी पड़ी हैं.
संगठन उत्तरी इथियोपिया में संघीय सरकार और क्षेत्रीय प्रशासन के साथ काम कर रहा है, ताकि हिंसक टकराव वाले इलाक़ों में प्रभावित आबादी तक पहुँचा जा सके.
यूएन एजेंसी ने युद्धरत पक्षों से यूएन कर्मचारियों और सम्पत्तियों का आदर करने, और मानवीय सहायता की आवश्यकता वाले इलाक़ों में आवाजाही सुलभ बनाने का आग्रह किया है.