सुंयुक्त राष्ट्र की उप प्रमुख आमिना जे मोहम्मद ने सोमवार को कहा है कि संसाधन सम्पन्न और संसाधन वंचित लोगों के बीच अविश्वास की बढ़ती खाई के वातावरण में, टिकाऊ विकास के लिये, यथा सम्भव विभिन्न क्षेत्रों से पक्षकारों को शामिल करते हुए, वित्त का प्रबन्ध करना, इस समय पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरी है.
यूएन उप महासचिव आमिना जे मोहम्मद ने, जिनीवा में ‘टिकाऊ वित्त के लिये, पुल (सम्पर्क) निर्माण’ नामक एक सम्मेलन में, सरकारों, निजी सैक्टर, अन्तरराष्ट्रीय संगठनों और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से, हर जगह लोगों का जीवन बेहतर बनाने की ख़ातिर, एक साझा निवेश फ़्रेमवर्क के साथ आगे बढ़ने के लिये, नए सिरे से प्रयास करने का आग्रह भी किया.
और ज़्यादा महत्वाकांक्षा, कार्रवाई
यूए उप महासचिव आमिना जे मोहम्मद ने कहा, “हमें 2030 टिकाऊ विकास एजेण्डा और पेरिस समझौते के लक्ष्यों की प्राप्ति की ख़ातिर, और ज़्यादा महत्वाकांक्षा, ज़्यादा कार्रवाई, ज़्यादा बड़े पैमाने, ज़्यादा तात्कालिकता की दरकार है, और हमें निश्चित रूप से और ज़्यादा ईंधन, ज़्यादा वित्तीय संसाधन व ज़्यादा निवेशों की ज़रूरत है.”
सम्मेलन में, स्विट्ज़रलैण्ड की संघीय सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वित्त मंत्री उएली माउरेर ने, ठोस कार्रवाई के लिये इसकी सम्भावना को रेखांकित किया, साथ ही, टिकाऊ वित्त के प्रबन्धन को समावेशी व पारदर्शी बनाने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया.
उन्होंने कहा कि आबादियों व सरकारों के दरम्यान सम्पर्क बनाए जाने की ज़रूरत है, ये बताने के साथ कि जो कुछ किया जा रहा है, वो क्यों किया जा रहा है.
“हमें निजी सैक्टर व सरकारी सैक्टर के बीच भी सम्पर्क बढ़ाने व मज़बूत करने की ज़रूरत है, और मेरा ख़याल है कि हमें स्विट्ज़रलैण्ड और विश्व के बीच भी पुल (सम्पर्क) बनाने की दरकार है.”
इस सम्मेलन के आयोजकों के अनुसार, वर्ष 2019 और 2020 के दरम्यान, स्विट्ज़रलैण्ड में, टिकाऊ निवेश में 31 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई, जोकि लगभग 1500 अरब फ्रेंक्स (स्विस मुद्रा) के बराबर थी.
बिल्डिंग ब्रिजेज़ (Building Briges) नामक कार्यक्रम के अध्यक्ष और लैम्बार्ड ऑडियर बैंक के चेयरपर्सन पैट्रिक ऑडियर का कहना था कि इस सम्मेलन से, निवेशकों व कोष प्रबन्धकों के लिये अवसर रेखांकित करने के साथ-साथ, नैट शून्य वित्त की ख़ातिर, एक व्यवस्थित और साझा रुख़ बनाने में योगदान करने की उम्मीद है.