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कोविड-19: वर्ष के अन्त तक 40% टीकाकरण के लिये, उच्च-स्तरीय कार्य समूह के गठन की अपील

नेपाल में काठमाण्डू शहर के एक अस्पताल में, एक बुज़ुर्ग महिला कोविड-19 का टीका लगवा रही हैं.
© WHO/Blink Media/Uma Bista
नेपाल में काठमाण्डू शहर के एक अस्पताल में, एक बुज़ुर्ग महिला कोविड-19 का टीका लगवा रही हैं.

कोविड-19: वर्ष के अन्त तक 40% टीकाकरण के लिये, उच्च-स्तरीय कार्य समूह के गठन की अपील

स्वास्थ्य

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने, सदस्य देशों से अपील की है कि 31 दिसम्बर तक दुनिया की 40% आबादी को कोविड वैक्सीन लगाने का लक्ष्य हासिल करने के लिये, तुरन्त एक उच्च-स्तरीय कार्य समूह स्थापित किये जाने का आहवान किया है, जबकि साल ख़त्म होने में केवल कुछ ही हफ़्ते बचे हैं.

यह आहवान बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक, डॉक्टर टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने अमेरिका द्वारा आयोजित विदेश मंत्रियों की एक बैठक में किया.

टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा, “लगभग 80 देश, जिनमें से आधे अफ़्रीका में हैं, आपकी मदद के बिना 40% टीकाकरण लक्ष्य तक नहीं पहुँच सकेंगे. उस लक्ष्य तक पहुँचने के लिये, हमें अतिरिक्त 55 करोड़ टीकों की आवश्यकता है."

त्वरित कार्रवाई

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जिन देशों ने टीकाकरण की उच्च दर हासिल कर ली है, डॉक्टर टैड्रॉस ने उन देशों से कतार में अपना स्थान, कोवैक्स और एवीएटी (वैक्सीन वितरण के लिये अफ़्रीकी संघ की पहल) को देने की अपील की है.

उन्होंने कहा कि इस मामले में अमेरिका ने पहले ही मॉडर्ना की अपनी सरकारी आपूर्ति देकर उचित रास्ता दिखाया है.

उन्होंने कहा, "और हम आपसे एसीटी एक्सेलेरेटर के लिये पूर्ण धनराशि देने की अपील करते हैं. इसमें अगले 12 महीनों में, सबसे ज़रूरतमन्द लोगों को टीके, परीक्षण, उपचार और निजी बचाव उपकरणों (पीपीई) के लिये 23 अरब 40 अरब डॉलर की ज़रूरत है."

WHO चाहता है कि 2022 के मध्य तक, सभी देशों की 70% आबादी का टीकाकरण पूरा हो जाए.

दो सवाल

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक ने कहा कि बैठक दो मूलभूत प्रश्नों के बारे में थी: महामारी को कैसे समाप्त किया जाए? और दुनिया को कैसे सुरक्षित बनाया जाए?

महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस के लिये, "दरअसल, यह महामारी एकजुटता का संकट है जिसने वैश्विक स्वास्थ्य ढाँचे की मूलभूत कमज़ोरियों को उजागर किया है, साथ ही, और ज़्यादा बढ़ा दिया है."

इस सन्दर्भ में, उनका तर्क था कि उन कमज़ोरियों को दूर करने का एकमात्र तरीक़ा, राष्ट्रों के बीच एक बाध्यकारी सन्धि या समझौता ही है.

उन्होंने कहा, "इस तरह का समझौता अधिक से अधिक अन्तरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिये व्यापक ढाँचा प्रदान करेगा." साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिये तीन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान देना होगा.

प्रमुख क्षेत्र

सबसे पहला, बेहतर शासन यानि डब्ल्यू एच ओ के नेतृत्व में राष्ट्रीय परिषदों के प्रमुखों के साथ, त्वरित और समन्वित कार्रवाई के लिये उच्च-स्तरीय राजनैतिक नेतृत्व प्रदान करना.

उन्होंने समझाया, "परिषद को एक मंत्रिस्तरीय स्थाई समिति से समर्थन दिया जा सकता है, जिसे वर्तमान में, डब्ल्यू एच ओ के सदस्य देश, इस संगठन के कार्यकारी बोर्ड के तहत स्थापित करने के लिये काम कर रहे हैं." 

दूसरा, बेहतर वित्त पोषण. WHO, एजेंसी द्वारा पहचानी गई कमियों को दूर करने और देशों व क्षेत्रीय संगठनों द्वारा वित्तपोषण के लिये, विश्व बैंक में एक वित्तीय मध्यस्थ कोष स्थापित करने के विचार का समर्थन करता है.

तीसरा, महानिदेशक ने कहा, दुनिया को वैश्विक स्वास्थ्य संरचना के केन्द्र में एक मज़बूत, सशक्त और स्थाई रूप से वित्तपोषित डब्ल्यू एच ओ की ज़रूरत है.

उन्होंने कहा, “लगभग तीन चौथाई सदी पहले, दुनिया के देशों ने WHO को, वैश्विक स्वास्थ्य पर अग्रणी और समन्वयक प्राधिकरण के रूप में स्थापित किया था. अब, दुनिया के देशों को उस मिशन और जनादेश को पूरा करना चाहिये."