पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर आवाजाही आसान बनाये जाने का स्वागत
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी मामलों की एजेंसी (UNHCR) ने पाकिस्तान प्रशासन द्वारा अफ़ग़ानिस्तान से लगी सीमा पर लोगों और सामान की आवाजाही को सरल बनाने के लिये क़दम उठाये जाने का स्वागत किया है. हाल के दिनों में सीमा चौकी पर आवाजाही में आए व्यवधान से बड़ी संख्या में अफ़ग़ान नागरिक प्रभावित हुए हैं और व्यापार पर भी असर पड़ा है.
लोगों के आने-जाने में हो रही असुविधा के कारण उन अफ़ग़ान नागरिकों के लिये विशेष रूप से मुश्किलें खड़ी हो गई हैं जो पाकिस्तान में सुरक्षा व शरण की तलाश के लिये आ रहे हैं.
Many Afghans have been stranded for weeks at the border with Pakistan, including women, children and those needing urgent medical attention. Steps to ease movement will help them and other civilians who may need to seek safety.https://t.co/TrJHlorOH3
Refugees
दोनों देशों के बीच चमन-स्पिन बोल्दाक सीमा चौकी पर बड़ी संख्या में लोग, पिछले तीन हफ़्तों से फँसे हुए थे. इनमें महिलाएँ, बच्चे व तत्काल चिकित्वा सेवा की प्रतीक्षा कर रहे लोग भी हैं.
नई घोषणा के ज़रिये, अनिश्चितता दूर होने और लोगों के मानव तस्करों का शिकार होने का जोखिम कम होने की उम्मीद है.
अफ़ग़ानिस्तान में हिंसक संघर्ष के कारण, इस वर्ष सात लाख से अधिक लोग घरेलू विस्थापन का शिकार हुए हैं – पूरे देश में विस्थापितों की कुल संख्या क़रीब 35 लाख है.
एक अनुमान के अनुसार, पहले विस्थापित हुए डेढ़ लाख अफ़ग़ान नागरिक, वर्ष 2021 में अपने मूल स्थान पर लौटे हैं, मगर, देश में हालात संकटपूर्ण हैं.
ईरान और पाकिस्तान, विश्व भर में कुल अफ़ग़ान शरणार्थियों में से 90 फ़ीसदी की मेज़बानी करते हैं और यह पिछले चार दशकों से हो रहा है.
पाकिस्तान में पंजीकृत और पहले से मौजूद 14 लाख अफ़ग़ान शरणार्थियों के लिये संरक्षण सेवाओं को जारी रखने के इरादे से अन्तरराष्ट्रीय समर्थन बढ़ाने का आग्रह किया गया है.
आठ लाख अफ़ग़ान शरणार्थी, ईरान में रहते हैं. दोनों देशों में ऐसे अफ़ग़ान शरणार्थियों की भी एक बड़ी संख्या है, जिनका अभी पंजीकरण नहीं हो पाया है.
शरणार्थियों के लिये समर्थन
यूएन शरणार्थी एजेंसी ने अफ़ग़ानिस्तान के पड़ोसी देशों से, शरण की तलाश कर रहे लोगों आश्रय प्रदान करने का आहवान किया है.
यूएन एजेंसी, अफ़ग़ानिस्तान में विस्थापित लोगों तक मानवीय सहायता पहुँचाने के लिये प्रयासरत है.
इसके तहत, पाँच लाख लोगों को टैण्ट, आपात शरण किट, राशन, कम्बल, रसोई सेट, स्टोव, सौर पैनल सहित सर्वाधिक निर्बलों के लिये नक़दी व अन्य सामग्री मुहैया कराई गई है.
इसके अतिरिक्त, वायु मार्ग से मानवीय राहत सामग्री भेजे जाने के प्रबन्ध भी किये जा रहे हैं, लेकिन सर्दी के मौसम से पहले आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये अतिरिक्त संसाधनों की पुकार लगाई गई है.
विस्थापितों तक आपात सहायता पहुँचाने के समानान्तर, यूएन एजेंसी उन समुदायों में भी शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका व आश्रय सेवाओं के इन्तज़ाम में सक्रिय है, जहाँ पूर्व शरणार्थी फिर से लौट आए हैं.