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हेती में घातक भूकम्प के बाद, भुखमरी में तेज़ बढ़ोत्तरी

हेती के दक्षिणी इलाक़े में, भूकम्प से प्रभावित लोगों की मदद के लिये, कैम्प पेरिन में, खाद्य सामग्री का वितरण.
© WFP/Marianela González
हेती के दक्षिणी इलाक़े में, भूकम्प से प्रभावित लोगों की मदद के लिये, कैम्प पेरिन में, खाद्य सामग्री का वितरण.

हेती में घातक भूकम्प के बाद, भुखमरी में तेज़ बढ़ोत्तरी

जलवायु और पर्यावरण

संयुक्त राष्ट्र के गुरूवार को जारी खाद्य सुरक्षा आँकड़ों में कहा गया है कि हेती में 14 अगस्त को आए भूकम्प से सर्वाधिक प्रभावित चार ज़िलों में, लगभग 9 लाख 80 हज़ार लोगों को, अत्यन्त गम्भीर खाद्य असुरक्षा के बीच रहना पड़ रहा है.

संयक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने ये आँकड़े जारी करने के बाद, हेती में भूकम्प से प्रभावित ग्रामीण लोगों की मदद के लिये और ज़्यादा संसाधन निवेश किये जाने की पुकार लगाई है ताकि वो फिर से छोटे स्तर वाली खेतीबाड़ी शुरू कर सकें और एक गम्भीर खाद्य संकट को टाल सकें. 

भूकम्प के लगातार झटके

हेती, पश्चिमी गोलार्द्ध में, सबसे निर्धन देश है और अनेक मोर्चों पर बेहद कमज़ोर हालात का सामना करता रहा है.

अगस्त में आए भूकम्प ने देश के बाज़ारों, सड़कों, भण्डार गृहों और खाद्य प्रसंस्करण सुविधाओं, डेयरी ढाँचे व सिंचाई प्रणालियों को तबाह कर दिया था. 

हेती में अगस्त 2021 में आए 7.2 की तीव्रता वाले भूकम्प ने, भारी तबाही मचाई
© WFP/Marianela González
हेती में अगस्त 2021 में आए 7.2 की तीव्रता वाले भूकम्प ने, भारी तबाही मचाई

उस भूकम्प के कुछ ही दिन बाद आए चक्रवाती तूफ़ान – ग्रेस ने भी नुक़सान का दायरा और बढ़ा दिया.

हेती में, खाद्य और कृषि संगठन के प्रतिनिधि होज़े लुइस फ़रनाण्डेस ने कहा है कि लगातार दो प्राकृतिक आपदाओं के बाद, देश में लोगों की अपने परिवारों और समुदायों के भरण-पोषण की क्षमता गहराई से प्रभावित हुई है.

उन्होंने कहा, “अक्टूबर महीने में नई फ़सल के लिये बुआई मौसम बिल्कुल नज़दीक है इसलिये कृषि उत्पादन में फिर से जान फूँकने के लिये संसाधन निवेश में ज़रा भी देरी नहीं की जा सकती."

"ये संसाधन निवेश तुरन्त होने चाहिये, मगर ये अति महत्वपूर्ण काम, धन की कमी के कारण बाधित हो रहा है.”

हालाँकि हेती में, 7.2 की तीव्रता वाले भूकम्प और उसके बाद चक्रवाती तूफ़ान आने से हुई तबाही से पहले भी, निर्धनता, सिविल अशान्ति, राजनैतिक और आर्थिक अस्थिरता व कोविड-19 महामारी के असर ने, देश को, खाद्य आपूर्ति के नज़रिये से, बहुत ज़्यादा प्रभावित स्थानों में तब्दील कर रखा था.

इस समय लगभग 44 लाख लोगों के सामने संकट के हालात हैं या फिर उनके पास खाद्य सामग्रियों की भारी क़िल्लत है.

ज़रूरतमन्दों तक पहुँचने का लक्ष्य

हेती के लगभग 60 प्रतिशत ग्रामीण लोग, अपनी आजीविका के लिये, कृषि पर निर्भर हैं. जिन परिवारों के पास कम संसाधन हैं, उनके लिये अपने छोटे-छोटे खेतों या घरों के बाग़ीचों में ही, खाद्य उत्पादन बहुत महत्वपूर्ण है.

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने हेती के ग्रामीण इलाक़ों में, बेहद कमज़ोर हालात का सामना करने वाले लगभग 32 हज़ार परिवारों की आजीविका बहाल करने और उसकी हिफ़ाज़त करने में मदद के लिये, लगभग दो करोड़ डॉलर की राशि जुटाने की अपील जारी की है. 

हेती में, अगस्त 2021 में आए 7.2 की तीव्रता वाले भूकम्प और फिर चक्रवाती तूफ़ान ग्रेस ने भारी तबाही मचाई है.
IFRC
हेती में, अगस्त 2021 में आए 7.2 की तीव्रता वाले भूकम्प और फिर चक्रवाती तूफ़ान ग्रेस ने भारी तबाही मचाई है.

सामुदायिक कृषि ढाँचे की पुनर्बहाली के लिये भी धन की तत्काल आवश्यकता है.

खाद्य असुरक्षा के जोखिम का सामना कर रहे लगभग 75 हज़ार सदस्यों वाले क़रीब 15 परिवारों को, बुआई के लिये बीज और अन्य कृषि उपकरण मुहैया कराए जाएंगे, साथ ही तकनीकी सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी. 

इसके साथ ही, उन्हें तत्काल ज़रूरतें पूरी करने के लिये, प्रति परिवार 200 डॉलर के बराबर रक़म भी मुहैया कराई जाएगी. 

लगभग 10 हज़ार परिवारों को मुर्ग़ियाँ, बकरियाँ और अन्य मवेशी भी मुहैया कराए जाएंगे.

खाद्य और कृषि संगठन, देश में कृषि ढाँचे की पुनर्बहाली में भी मदद करना चाहता है जिससे लगभग सात हज़ार परिवारों को फ़ायदा पहुँचेगा.