आतंकवादी गुटों का बढ़ता ऑनलाइन ख़तरा, अफ़्रीका में भी बढ़ रही मौजूदगी
संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक कार्यों के लिये शीर्ष अधिकारी व्लादिमीर वोरोन्कोफ़ ने गुरूवार को, सुरक्षा परिषद में कहा है कि 11 सितम्बर 2001 को, न्यूयॉर्क में हुए आतंकवादी हमलों के दो दशक बाद भी, शान्ति व सुरक्षा के लिये, अल क़ायदा और दाएश (इस्लामिक स्टेट) जैसे आतंकी नैटवर्कों का ख़तरा अब भी बरक़रार है, क्योंकि ये संगठन नई टैक्नॉलॉजी का इस्तेमाल करने के साथ-साथ, कुछ बेहद नाज़ुक हालात वाले क्षेत्रों में दाख़िल हो रहे है.
संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक प्रमुख व्लादिमीर वोरोन्कोफ़ ने, आतंकवादी गुटों द्वारा दरपेश ख़तरों के बारे में, यूएन महासचिव की रिपोर्ट सुरक्षा परिषद में पेश की है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि दाएश ने कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुए व्यवधान, परेशानियों और विकास झटकों का शोषण जारी रखते हुए, अपनी सांगठनिक मज़बूती बढ़ाने, नए समर्थक भर्ती करने और ऑनलाइन और ज़मीनी स्तर पर - अपनी गतिविधियाँ तेज़ करना जारी रखा है.
लगातार बढ़ता जोखिम
व्लादिमीर वोरोन्कोफ़ ने कहा, “आज हम, अन्तर देशीय स्तर पर, दाएश और अल क़ायदा के आतंकवादी जोखिमों का सामना कर रहे हैं क्योंकि ये संगठन ना केवल नई टैक्नॉलॉजी के साथ चल रहे हैं, बल्कि ऐसे व्यक्तियों और समूहों को भी अपने साथ जोड़ रहे हैं जो किसी भी तरह के पूर्वग्रहों, नस्लभेद, और असहिष्णुता के अन्य रूपों के प्रतिक्रिया स्वरूप, आतंकवादी हमले करने के लिये तैयार रहते हैं.”
संयुक्त राष्ट्र का आतंकवाद निरोधक ढाँचा, मुख्य रूप से, न्यूयॉर्क पर, 11 सितम्बर 2001 के हमलों के बाद गठित किया गया था. इसके ज़रिये सदस्य देशों को, आतंकवादी गतिविधियाँ रोकने, उनका मुक़ाबला करने, जाँच करने और क़ानूनी कार्रवाई करने में, असरदार फ़्रेमवर्क लागू करने में मदद मुहैया कराता है.
व्लादिमीर वोरोन्कोफ़ ने अफ़ग़ानिस्तान में तेज़ी से बदलते हालात और दुनिया भर के लिये उसके दूरगामी परिणाम होने की आशंका की तरफ़ ध्यान दिलाते हुए कहा कि दाएश ने अफ़गानिस्तान में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है.
उन्होंने साथ ही ये भी ध्यान दिलाया कि तालेबान के अनेक सदस्यों को, सुरक्षा परिषद ने आतंकवादी क़रार दिया हुआ है.
संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष आतंकवादी निरोधक अधिकारी ने कहा, “हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि अफ़ग़ानिस्तान को फिर कभी भी, वैश्विक आतंकवादी गतिविधियाँ चलाने के लिये, उर्वर भूमि के रूप में इस्तेमाल ना करने दिया जाए.”
अफ़्रीका में दाएश
व्लादिमीर वोरोन्कोफ़ ने कहा कि एक तरफ़ दाएश ने इराक़ और सीरिया में अपनी क्षमता फिर से गठित करने पर ध्यान केन्द्रित किया हुआ है, साथ ही, हाल के महीनों में, अफ़्रीकी महाद्वीप में, इसका बढ़ता फैलाव एक चिन्ताजनक घटनाक्रम रहा है.
उन्होंने कहा कि तथाकथित ‘इस्लामिक स्टेट इन ग्रेटर सहारा’ ने, वर्ष 2021 के शुरू से ही, माली, बुर्कीना फ़ासो और निजेर में सैकड़ों आम लोगों को मारा है. दूसरी तरफ़ इस गुट का पश्चिमी अफ़ीका धड़ा, बोको हराम के कमज़ोर पड़ने से, ताक़त हासिल करने की ताक में है क्योंकि लीबिया से कुछ आतंकवादी और विदेशी लड़ाके भी इसमें शामिल हो सकते हैं.
इस बीच मध्य अफ़्रीका में, विशेष रूप में मोज़ाम्बीक़ के उत्तरी हिस्से में, दाएश के विस्तार से, उस क्षेत्र में, शान्ति और सुरक्षा के लिये दूरगामी परिणाम हो सकते हैं.
व्लादिमीर वोरोन्कोफ़ ने कहा, “आतंकवाद निरोधक और संघर्ष, संगठित अपराध, सरकार व विकास के क्षेत्रों में मौजूद खाई के हालात के साथ, आतंकवाद के गठजोड़ का सामना करने के प्रयासों में, अफ़्रीकी देशों और क्षेत्रीय संगठनों को समर्थन देने के लिये, एक वैश्विक कार्रवाई की ज़रूरत है.”