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अफ़ग़ानिस्तान: सभी से अधिकतम संयम बरतने की पुकार, सुरक्षा परिषद की विशेष बैठक

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल का एक नज़ारा.
Photo UNAMA/Fardin Waezi
अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल का एक नज़ारा.

अफ़ग़ानिस्तान: सभी से अधिकतम संयम बरतने की पुकार, सुरक्षा परिषद की विशेष बैठक

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने अफ़ग़ानिस्तान में निरन्तर गहराते संकट के बीच तालेबान और अन्य पक्षों से आम लोगों की रक्षा के लिये, अधिकतम संयम बरते जाने और मानवीय सहायता सुनिश्चित किये जाने का आग्रह किया है. इस बीच अफ़ग़ानिस्तान की ताज़ा स्थिति पर विचार-विमर्श के लिये, सोमवार को, सुरक्षा परिषद की एक विशेष बैठक हो रही है जिस यूएन प्रमुख भी सम्बोधित करेंगे.

ख़बरों के अनुसार तालेबान लड़ाके, रविवार को देश की राजधानी काबुल में दाख़िल हो गए हैं. 

महासचिव गुटेरेश ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि वह अफ़ग़ानिस्तान में तेज़ी से बदलते घटनाक्रम पर चिन्तित हैं और नज़र रखे हुए हैं. 

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हिंसक संघर्ष व टकराव के कारण लाखों लोगों को अपने घरों से जान बचाकर भागने के लिये मजबूर होना पड़ा है. 

लड़ाई से सबसे अधिक प्रभावित इलाक़ो में, लोग मानवाधिकार उल्लंघन और दुर्व्यवहार के गम्भीर मामलों से पीड़ित बताए गए हैं. 

महिलाओं व लड़कियों के अधिकारों की रक्षा

यूएन प्रमुख ने महिलाओं व लड़कियों के भविष्य पर विशेष रूप से चिन्ता जताई है. 

उन्होंने कहा है कि बड़ी कठिनाई से उनके अधिकारों की दिशा में प्रगति हुई है और उनकी हर हाल में रक्षा की जानी होगी. 

यूएन प्रमुख ने ज़ोर देकर कहा कि दुर्व्यवहार की सभी घटनाओं को रोका जाना होगा. 

उन्होंने तालेबान और अन्य सभी पक्षों से अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानून का पालन करने और सभी लोगों के अधिकारों व आज़ादियों का सम्मान व रक्षा किये जाने की पुकार लगाई है. 

रविवार को जारी किये गए एक प्रेस विज्ञप्ति में, अफ़ग़ानिस्तान में मौजूदा हालात के मद्देनज़र बढ़ती ज़रूरतों व सहायता कार्य में पेश चुनौतियों का भी ज़िक्र किया गया है.

यूएन प्रमुख ने सचेत किया है कि मानवीय राहतकर्मियों को ज़रूरतमन्दों तक समय पर जीवनरक्षक सहायता पहुँचाने के लिये निर्बाध रास्ता दिया जाना होगा. 

महासचिव ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र एक शान्तिपूर्ण समाधान में योगदान करने, विशेष रूप से महिलाओं व लड़कियों सहित, सभी अफ़ग़ान लोगों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने, और सभी आम नागरिकों तक जीवनरक्षक मानवीय सहायता व अतिआवश्यक समर्थन मुहैया कराने के लिये संकल्पित है.”

शान्ति के लिये प्रतिबद्धता

यूएन प्रमुख ने इससे पहले, शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए, क़तर की राजधानी दोहा में ठप पड़ी वार्ता फिर से शुरू किये जाने पर बल दिया था.

उन्होंने कहा था कि इस क्रम में क्षेत्रीय, व्यापक अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को अपना समर्थन देना होगा ताकि संकट को, वार्ता के ज़रिये सुलझाया जा सके.

सोमवार को अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की खुली बैठक होनी है, जिसे महासचिव गुटेरेश भी सम्बोधित करेंगे. 

नवीनतम ख़बरों के अनुसार, तालेबान लड़ाके रविवार को अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल पहुँच गए.

तालेबान ने कुछ ही दिनों के अन्तराल में तेज़ी से आगे बढ़ते हुए एक के बाद एक, देश की प्रान्तीय राजधानियों अपना क़ब्ज़ा कर लिया है. 

अमेरिकी व विदेशी सैनिकों की पूर्ण वापसी होने से ठीक पहले तालेबान लड़ाकों ने देश पर अपनी पकड़ मज़बूत की है. भीषण लड़ाई के बीच हज़ारों अफ़ग़ान नागरिक सुरक्षित स्थानों की तलाश में अपने घर छोड़कर चले गए हैं. 

उन्हें भय है कि तालेबान द्वारा, फिर से उन पर एक दमनकारी सरकार थोपी जाएगी. 

चरमपंथी इस्लामवादी गुट ने 1990 के दशक में देश पर शासन किया, मगर अमेरिका में 11 सितम्बर 2001 के हमलों के बाद के हालात में, अमेरिका के नेतृत्व में गठबन्धन सेनाओं की कार्रवाई के ज़रिये, तालेबान को सत्ता से बेदख़ल कर दिया गया था.