इथियोपिया: यूनीसेफ़ ने अफ़ार क्षेत्र में जानलेवा हमलों पर जताई गम्भीर चिन्ता
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ ने इथियोपिया के अफ़ार क्षेत्र में, गुरूवार 5 अगस्त को एक स्वास्थ्य ढाँचे और स्कूल पर हुए हमलों पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है जिनमें 200 से ज़्यादा लोग मारे गए, उनमें 100 से ज़्यादा बच्चे थे. उस स्वास्थ्य ढाँचे और स्कूल में विस्थापित परिवार शरण लिये हुए थे.
यूनीसेफ़ ने सोमवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि एक ऐसे क्षेत्र में ज़रूरी भोजन सामग्री को भी नुक़सान पहुँचाया गया है जहाँ पहले से ही कुपोषण व खाद्य असुरक्षा की आपात जैसी स्थिति देखी जा रही है.
More than 100 children were reportedly killed while sheltering at a health facility and school in Ethiopia's Afar region.To protect children from harm, the fighting must stop.https://t.co/V1BrRGkrHt
UNICEF
विज्ञप्ति के अनुसार, “अफ़ार व टीगरे के अन्य पड़ोसी क्षेत्रों में सघन होती लड़ाई, बच्चों के लिये विनाशकारी साबित हो रही है.“
“इससे पहले टीगरे में हाल के महीनों के दौरान भारी सशस्त्र संघर्ष हुआ है जिसके कारण लगभग चार लाख लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें क़रीब एक लाख 60 हज़ार बच्चे हैं. वहाँ अकाल जैसे हालात बन गए हैं.”
यूएन बाल एजेंसी ने कहा है कि टीगरे और पड़ोसी इलाक़ों - अफ़ार व अमहारा में, लगभग 40 लाख लोग, खाद्य असुरक्षा के, आपात स्तर का सामना कर रहे हैं.
हाल के समय में भड़की लड़ाई के कारण, एक लाख से ज़्यादा लोग विस्थापित हुए हैं, जबकि लगभग 20 लाख लोग पहले ही अपने घरों से उजड़े हुए हैं.
यूनीसेफ़ के अनुसार, अगले एक वर्ष के दौरान, ऐसे बच्चों की संख्या में 10 गुना बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है जो टीगरे क्षेत्र में, जीवन को ही ख़तरे में डाल देने वाले कुपोषण की चपेट में आ जाएंगे.
खाद्य सुरक्षा और पोषण संकट ऐसे दौर में सिर उठा रहा है जब स्वास्थ्य, और बच्चों व समुदायों के वजूद के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण कुछ ढाँचे व्यवस्थित ढंग से ध्वस्त किये जा रहे हैं.
यूनीसेफ़ अपने क्षेत्रीय कार्यालयों व मानवीय सहायता संगठनों के साथ मिलकर, भोजन सामग्री की आपात आपूर्ति का प्रबन्ध कर रहा है.
इथियोपिया के पूरे उत्तरी क्षेत्र में तत्काल सहायता मुहैया कराने के लिये, सचल स्वास्थ्य व पोषण टीमें गठित की गई हैं.
यूएन बाल सहायता एजेंसी ने कहा है इथियोपिया के उत्तरी क्षेत्र में, मानवीय संकट, दरअसल सशस्त्र लड़ाई के कारण उत्पन्न होकर और ज़्यादा बढ़ रहा है, और इसका सामाधान केवल, संघर्ष से सम्बद्ध पक्ष ही निकाल सकते हैं.
यूनीसेफ़ ने तमाम पक्षों से युद्ध समाप्त करने व तत्काल एक युद्धविराम लागू करने का आहवान किया है.
“हम, सबसे ज़्यादा, तमाम पक्षों से ये आग्रह करते हैं कि वो बच्चों को किसी भी तरह के नुक़सान से बचाने के लिये यथा सम्भव ठोस उपाय करें.”