वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

कोविड-19: वैक्सीन का न्यायोचित वितरण है ‘मौजूदा दौर का सबसे अहम मुद्दा’

महामारी के अन्त के लिये कोविड-19 वैक्सीनों को हर किसी के लिये जल्द उपलब्ध कराये जाने पर बल दिया गया है.
© UNICEF/Jake Verzosa
महामारी के अन्त के लिये कोविड-19 वैक्सीनों को हर किसी के लिये जल्द उपलब्ध कराये जाने पर बल दिया गया है.

कोविड-19: वैक्सीन का न्यायोचित वितरण है ‘मौजूदा दौर का सबसे अहम मुद्दा’

स्वास्थ्य

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कोविड-19 वैक्सीन के असाधारण व त्वरित विकास को, वैश्विक महामारी से मुक़ाबले में एक महान उम्मीद का स्रोत बताया है, मगर ये टीके जल्द से जल्द हर जगह, हर किसी के लिये पहुँचाए जाने पर बल दिया है.

उन्होंने गुरूवार को कोविड-19 वैक्सीन सहयोग के लिये आयोजित पहले अन्तरराष्ट्रीय फ़ोरम को सम्बोधित करते हुए वैक्सीन के न्यायसंगत वितरण को मौजूदा दौर का सबसे अहम मुद्दा क़रार दिया है. 

Tweet URL

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने चीन में हुई बैठक को वीडियो सन्देश के ज़रिये सम्बोधित करते हुए, विश्वव्यापी महामारी से मुक़ाबला करने के लिये ‘वैश्विक वैक्सीन योजना’ की पुकार लगाई है.

कोरोनावायरस संकट के कारण अब तक 40 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. 

उन्होंने कहा, “यह निष्पक्षता और न्याय का विषय है – मगर यह अन्य वैरिएंट के उभरने को रोकने के लिये भी महत्वपूर्ण है, जो कि मौजूदा वैक्सीन का असर कम कर सकते हैं और राष्ट्रीय टीकाकरण प्रयासों को कमज़ोर बना सकते हैं.”

पहली बार आयोजित हुई इस बैठक का लक्ष्य, कोविड-19 टीकों के न्यायसंगत वितरण के लिये वैश्विक कूटनैतिक प्रयासों को मज़बूती देना है.

महासचिव गुटेरेश ने न्यायोचित वैक्सीन वितरण के लिये पहल, कोवैक्स के साथ जुलाई में हुए समझौतों का स्वागत किया है. इन समझौतों के ज़रिये चीन में तैयार सिनोफ़ार्म और सिनोवाक वैक्सीन की 50 करोड़ ख़ुराकों की आपूर्ति का मार्ग प्रशस्त हो सकता है. 

कुल मिलाकर, 70 फ़ीसदी विश्व आबादी के टीकाकरण के लिये, 11 अरब से ज़्यादा ख़ुराकों की आवश्यकता बताई गई है.

यूएन प्रमुख के मुताबिक़ महामारी के गम्भीर मौजूदा चरण का ख़ात्मा करने के लिये यह आँकड़ा अहम है. 

“इसके लिये इतिहास का सबसे बड़ा 'सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयास' किया जाना होगा.” 

न्यायसंगत वितरण

इस पृष्ठभूमि में, यूएन महासचिव ने ध्यान दिलाया कि कोविड-19 वैक्सीन के टीकों का उत्पादन, कम से कम दोगुना करने के लिये, दुनिया को एक वैक्सीन योजना की आवश्यकता है. 

साथ ही, कोवैक्स पहल के ज़रिये, इन टीकों का न्यायसंगत वितरण भी सुनिश्चित किया जा सकता है. 

“हमें इसे लागू करने में समन्वय के लिये, जी20 स्तर पर, एक आपात टास्क फ़ोर्स की भी ज़रूरत है.” 

वैक्सीन उत्पादन को दोगुना करने के लिये, ज़्यादा बड़े पैमाने पर टैक्नॉलॉजी और ज्ञान को साझा किये जाने की आवश्यकता होगी. 

इससे मद्देनज़र, दुनिया भर में स्थानीय उत्पादन क्षमताओं का निर्माण व उन्हें मज़बूत बनाया जाना होगा, और आपूर्ति श्रृंखला में पेश आने वाली दिक़्कतों को दूर करना होगा.

संयुक्त राष्ट्र के शीर्षतम अधिकारी ने अन्तरराष्ट्रीय वैक्सीन फ़ोरम की पहली बैठक को, वैक्सीन उत्पादन क्षमता वाले देशों, औषधि निर्माता और विनिर्माण कम्पनियों को साथ लाने का एक अहम अवसर क़रार दिया है. 

उनके मुताबिक़ इस बैठक के ज़रिये वैक्सीन के मुद्दे पर वैश्विक सहयोग को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. 

महासचिव गुटेरेश ने विकासशील देशों के लिये वैक्सीन का न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करने के लिये चीन सरकार के प्रयासों पर आभार जताया है.