कोविड-19: अफ़्रीकी देशों के लिये वैक्सीन आपूर्ति को मिली मज़बूती
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि अफ़्रीकी देशों के लिये कोविड-19 वैक्सीन ख़ुराकों की आपूर्ति में कुछ समय के लिये आए ठहराव के बाद, वैक्सीन वितरण में फिर से तेज़ी आ रही है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़ कोरोनावायरस वैक्सीन की क़रीब 40 लाख ख़ुराकें, कोवैक्स पहल के तहत पिछले सप्ताह अफ़्रीका भेजी गईं.
इससे पहले, महाद्वीप को जून में महज़ दो लाख 45 हज़ार ख़ुराकें ही मिल पाई थीं.
#COVID19 vaccine shipments to Africa are rapidly ramping up from multiple sources!Nearly 4 million doses from #COVAX arrived in Africa last week, compared with just 245,000 doses from the facility throughout June.https://t.co/0oLsX13s2g pic.twitter.com/HF1HoSDLAz
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यूएन स्वास्थ्य एजेंसी में अफ़्रीकी क्षेत्र के लिये निदेशक मात्शिदिसो मोयती ने एक वर्चुअल प्रेस वार्ता में बताया कि अफ़्रीकी महाद्वीप अब भी वैश्विक महामारी की तीसरी लहर से जूझ रहा है, और अभी इस संकट से बाहर नहीं निकल पाया है.
स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इस वर्ष के अन्त तक कोवैक्स के ज़रिये, 52 करोड़ ख़ुराकें, अफ़्रीका पहुँचाने की योजना है.
यह उन ख़ुराक आपूर्तियों से अलग है जिन्हें अन्य स्रोतों से हासिल करने के प्रयास किये जा रहे हैं. इनमें अफ़्रीकी संघ से वैक्सीन आपूर्ति भी है जिसके तहत लगभग साढ़े चार करोड़ ख़ुराकों की आपूर्ति की जाएगी.
कुल मिलाकर, अब तक अफ़्रीका में सात करोड़ 90 लाख ख़ुराकें पहुँच चुकी हैं, मगर दो करोड़ 10 लाख लोग, यानि अफ़्रीकी आबादी के महज़ 1.6 फ़ीसदी हिस्से का ही पूर्ण रूप से टीकाकरण हो पाया है.
यूएन एजेंसी की क्षेत्रीय निदेशक ने बताया, “लगभग पूरी तरह ठप हो जाने के बाद, जैसे-जैसे अफ़्रीका में वैक्सीन वितरित किये जाने की रफ़्तार बढ़ रही है, हम सकारात्मक संकेत देखना शुरू कर रहे हैं.”
लगभग 30 देशों ने अब तक प्राप्त वैक्सीन ख़ुराकों का तीन-चौथाई इस्तेमाल कर लिया है.
वैक्सीन आपूर्ति में महसूस की जा रही क़िल्लत के बावजूद, इक्वेटॉरियल गिनी, मॉरिशस, मोरक्को और सेशेल्स सहित सात देशों में टीकाकरण की दर, अफ़्रीकी महाद्वीप की दर से कहीं अधिक है.
यूएन की वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दो ख़ुराकों की ज़रूरत के अनुरूप, इस वर्ष के अन्त तक अफ़्रीकी आबादी के 30 फ़ीसदी हिस्से के पूर्ण टीकाकरण के लिये 82 करोड़ ख़ुराकों की आवश्यकता होगी.
वैक्सीन उत्पादन बढ़ाना अहम
इस लक्ष्य को पाने के लिये अफ़्रीका को अभी 70 करोड़ से ज़्यादा ख़ुराकों की आवश्यकता है.
इस क्रम में कोवैक्स ने, सिनोफ़ार्म और सिनोवाक वैक्सीन के साथ निम्न आय वाले देशों में 11 करोड़ ख़ुराकों की तत्काल आपूर्ति के लिये समझौते किये हैं.
इनमें से तीन करोड़ 25 लाख ख़ुराकें अफ़्रीकी देशों में भेजी जाएंगी.
अन्य सम्भावित वैक्सीनों की, आपात इस्तेमाल के लिये मंज़ूरी की प्रक्रिया चल रही है और विनिर्माण स्थलों के लिये प्रयास हो रहे हैं.
इसके मद्देनज़र, यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने भरोसा जताया है कि इस वर्ष के अन्त तक, 52 करोड़ ख़ुराकें, अफ़्रीका भेजी जा सकेंगी.
अफ़्रीकी संघ ने भी हाल ही में, जॉनसन एण्ड जॉनसन की 40 करोड़ ख़ुराकें, अफ़्रीकी देशों में वितरित किये जाने की योजना की घोषणा की है.
आगामी दिनों में वैक्सीन आपूर्ति बेहतर होने की प्रबल सम्भावनाओं के बीच, यूएन एजेंसी ने टीकाकरण प्रक्रिया के सभी पहलुओं का दायरा व स्तर बढ़ाए जाने की अहमियत को रेखांकित किया है.
संगठन ने कहा है कि टीकाकरण संचालन व वितरण प्रक्रिया की बेहतर योजना और क़ीमत के लिये सभी देशों को आवश्यक समर्थन प्रदान किया जा रहा है.
तंज़ानिया ने इस सप्ताह अपने टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है और अमेरिका से कोवैक्स पहल के ज़रिये जॉनसन एण्ड जॉनसन की 10 लाख ख़ुराकें, वितरित किये जाने की शुरुआत हुई है.