कोविड-19: अफ़्रीका में, तीसरी लहर अभी मौजूद, वैक्सीन विषमता से जोखिम बरक़रार
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गुरूवार को कहा है कि अफ़्रीका में, कोविज-19 के मामलों में 8 सप्ताह के दौरान तेज़ बढ़ोत्तरी देखने के बाद, अलबत्ता नए मामलों में कमी दर्ज की गई है, मगर ये कमी, इस महामारी के ठण्डे पड़ने की दिशा में एक छोटा सा क़दम हो सकता है जिसकी अवधि बहुत छोटी भी हो सकती है. संगठन ने टीकाकरण बढ़ाने और ऐहतियाती उपायों पर ज़्यादा ज़ोर देने का भी आग्रह किया है.
अफ्रीका क्षेत्र में इस सप्ताह कोविड-19 के मामलों में 1.7 प्रतिशत की गिरावट होकर, ये संख्या लगभग 2 लाख 82 हज़ार पर पहुँची.
ऐसा दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के मामलों में तेज़ गिरावट की बदौलत हुआ जहाँ ज़्यादा संख्या में संक्रमण मामलों की ख़बरें मिली हैं.
लेकिन अगर दक्षिण अफ्रीका के मामलों को पूरे अफ्रीका क्षेत्र के आँकड़ों से निकाल दिया जाए तो संक्रमण मामलों में 18 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, जिनकी कुल संख्या 1 लाख 82 हज़ार थी.
अफ्रीका के लिये WHO की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर मत्शीदीसो मोएती का कहना है कि किसी को भ्रम में नहीं रहना चाहिये, अफ्रीका में तीसरी लहर अभी बिल्कुल भी ख़त्म नहीं हुई है.
कोविड-19 के मामलों में ये मामूली कमी, उम्मीद और प्रेरणा का मौक़ा मुहैया कराती है, मगर इसे अफ्रीका क्षेत्र की पूरी तस्वीर नहीं समझना चाहिये.
उन्होंने कहा कि अफ्रीका क्षेत्र के अनेक देशों में अब भी कोरोनावायरस के चरम पर पहुँचने का जोखिम बरक़रार है.
इस सप्ताह मनाए गए ईद अल अज़हा त्यौहार में लोगों की भागीदारी के कारण भी मामलों में बढ़ोत्तरी की आशंका है. ऐसे नाज़ुक हालात में, सभी को ऐहतियाती उपायों पर और भी ज़्यादा ज़ोर देना होगा.
WHO का कहना है कि 21 अफ़्रीकी देशों में, पिछले दो सप्ताहों के दौरान, मामलों में लगातार 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखी गई है.
उच्च संक्रमण दर वाला वैरिएंट डेल्टा - 26 अफ्रीकी देशों में पाया गया है जबकि अल्फ़ा वैरिएंट 38 देशों में और बीटा 35 देशों में पाया गया है.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने तमाम देशों की सरकारों से कोविड-19 वैक्सीन का टीकाकरण बढ़ाने का आग्रह किया है.
आगामी सप्ताहों के दौरान, लगभग 6 करोड़ ख़ुराकें, अफ्रीकी देशो में पहुँचने वाली हैं, जोकि संयुक्त राष्ट्र के कोवैक्स कार्यक्रम के तहत, अमेरिका, योरोप और ब्रिटेन से भेजी जा रही हैं.