कोविड-19: 'कोवैक्स' के तहत पाकिस्तान भेजी गईं 12 लाख ख़ुराकें

कोरोनावायरस वैक्सीन के न्यायसंगत वितरण के लिये संयुक्त राष्ट्र के ‘कोवैक्स’ कार्यक्रम के ज़रिये 12 लाख से ज़्यादा ख़ुराकों की खेप पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुँची हैं. कोवैक्स कार्यक्रम की मदद से अब तक पाकिस्तान में कोविड-19 की 50 लाख ख़ुराकें वितरित की जा चुकी हैं.
इस वर्ष मई से, ऐस्ट्राज़ेनेका की 24 लाख ख़ुराकें, फ़ाइज़र की एक लाख ख़ुराकें और मोडर्ना की 25 लाख ख़ुराकें पाकिस्तान भेजी जा चुकी हैं.
पाकिस्तान में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉक्टर पलीथा महिपाला ने पाकिस्तान में कोविड-19 टीकाकरण अभियान की सराहना की है.
“यह एक असाधारण उपलब्धि है कि कोविड-19 टीके न्यायसंगत ढंग से पाकिस्तान के दूरदराज़ इलाक़ों के लोगों को भी उपलब्ध कराए गए हैं.”
“टीकाकरण शुरू किये जाने से कोविड-19 संक्रमण, और उसकी वजह से अस्पतालों में भर्ती होने और मौत होने की रोकथाम करने में मदद मिली है, और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर बोझ घटा है.”
यूएन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यूएन स्वास्थ्य एजेंसी, पाकिस्तान सरकार को समर्धन देना जारी रखेगी ताकि वैक्सीन के त्वरित व सुरक्षित वितरण के लिये प्रणालियाँ स्थापित किया जा सकें.
“कोवैक्स सुविधा की ओर से, मैं दोहराता हूँ कि हम क़रीब 20 फ़ीसदी आबादी को कोविड-19 टीकों के लिये पाकिस्तान सरकार को समर्थन देंगे.”
पाकिस्तान में कोविड-19 संक्रमण का पहला मामला सामने आने के एक वर्ष बाद, फ़रवरी 2021 में टीकाकरण मुहिम शुरू हुई थी.
पाकिस्तान सरकार द्वारा संचालित मौजूदा कोविड-19 टीकाकरण अभियान में, टीकों की नई खेप की आपूर्ति से मदद मिलेगी.
अब तक 45 लाख लोगों का पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है और कुल एक करोड़ 80 लाख से अधिक लोगों का आंशिक टीकाकरण किया गया है.
पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की प्रतिनिधि ऐयदा गिरमा ने बताया कि यूएन एजेंसी, सुरक्षित, कारगर और किफ़ायती वैक्सीनों की आपूर्ति व सुलभता सुनिश्चित करने के लिये पाकिस्तान सरकार को समर्थन देती रहेगी.
टीकाकरण अभियान के समानान्तर, कोविड-19 से बचाव के लिये बुनियादी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय अपनाए जाने पर बल दिया गया है.
इनमें नियमित रूप से साबुन का प्रयोग करके, कम से कम 20 सेकेण्ड तक हाथ धोना, सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करना, मास्क पहनना, अन्य व्यक्तियों से छह फ़ीट की दूरी बनाए रखना, भीड़भाड़ भरे स्थानों में जाने से परहेज़ करना और कोविड-19 लक्षण दिखाई देने पर घर से बाहर ना जाना सहित, अन्य उपाय हैं.
कोवैक्स पहल का उद्देश्य त्वरित, निष्पक्ष व न्यायोचित ढंग से स्वीकृति प्राप्त टीके वर्ष 2021 के अन्त तक उपलब्ध कराना है ताकि वैश्विक महामारी के गम्भीर चरण से निपटा जा सके.
इसके ज़रिये अग्रिम मोर्चे पर डटे स्वास्थ्य व देखभालकर्मियों सहित ज़्यादा जोखिम का सामना कर रहे और निर्बल समूहों को रक्षा कवच प्रदान करने का प्रयास किया गया है.
देश में अब तक कोरोनावायरस संक्रमण के 10 लाख से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है और 23 हज़ार लोगों की मौत हुई है.
यूएन समर्थित कोवैक्स कार्यक्रम में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), वैक्सीन अलायन्स (GAVI) महामारी सम्बन्धी नवाचार तैयारी के लिये गठबन्धन (Coalition for Epidemic Preparedness Innovations/CEPI), और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) शामिल हैं.
अब तक दुनिया भर में 133 देशों व क्षेत्रों को अलग-अलग टीकों की 9 करोड़ से ज़्यादा ख़ुराकें वितरित की जा चुकी हैं.