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योरोपीय संसद में महासचिव – वैश्विक टीकाकरण मुहिम के लिये समर्थन की पुकार

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ब्रसेल्स में योरोपीय संसद के सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Marian Blondeel
यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ब्रसेल्स में योरोपीय संसद के सत्र को सम्बोधित करते हुए.

योरोपीय संसद में महासचिव – वैश्विक टीकाकरण मुहिम के लिये समर्थन की पुकार

स्वास्थ्य

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि हर जगह, हर व्यक्ति के लिये कोविड-19 वैक्सीन की सुलभता सुनिश्चित करने के लिये, योरोपीय संघ को अपने प्रभाव व पहुँच का इस्तेमाल करना होगा.

यूएन प्रमुख ने गुरुवार को ब्रसेल्स में योरोपीय संसद को सम्बोधित करते हुए, वैश्विक स्तर पर टीकाकरण के प्रयासों में तेज़ी लाने की अहमियत को रेखांकित किया. 

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“वैश्विक महामारी, एक वर्ष पहले की तुलना में अब अधिक मौतों की वजह बन रही है. और वैक्सीनें, इस संकट से बाहर निकलने का हमारा एकमात्र रास्ता है.”

“इन्हें वैश्विक सार्वजनिक भलाई के रूप में देखा जाना होगा, सभी के लिये उपलब्ध व किफ़ायती.”

यूएन प्रमुख के मुताबिक वैक्सीन समता हमारे समय की ना सिर्फ़ सबसे बड़ी नैतिक परीक्षा है, बल्कि यह कारगरता का भी मुद्दा है.  

महासचिव गुटेरेश ने आपात कार्य बल को स्थापित किये जाने की अपनी अपील को दोहराया, जिसका उद्देश्य वैश्विक आबादी का वर्ष 2022 तक जल्द से जल्द टीकाकरण करना है. 

इसके तहत औषधि-निर्माता कम्पनियों और औद्योगिक जगत के अन्य अहम पक्षकारों को साथ लेकर, इस योजना को लागू करने का प्रस्ताव है.  

अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं, वैक्सीन अलायन्स GAVI, और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ-साथ, इसके सदस्यों में वैक्सीन का उत्पादन कर रहे देशों के अलावा, वे देश भी हैं जो ज़रूरी सहायता मिलने पर स्वयं वैक्सीन उत्पादन में सक्षम होंगे. 

यह टास्क फ़ोर्स वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के सभी विकल्पों पर विचार करेगी – टैक्नॉलॉजी हस्ताण्तरण, पेटेण्ट का संयोजन, बौद्धिक सम्पदा को साझा करना और सप्लाई चेन में आने वाली मुश्किलों को दूर करना.

यूएन प्रमुख के मुताबिक योरोपीय संघ को इस प्रयास को आगे बढ़ाने के लिये अपने प्रभाव का इस्तेमाल करना होगा ताकि सभी के लिये न्यायसंगत ढँग से वैक्सीन उपलब्ध हो पाएँ. 

वैश्विक सहयोग पर ज़ोर

यूएन प्रमुख ने 27 सदस्य देशों वाले योरोपीय संघ के सासंदों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे अपने दूसरे कार्यकाल में साझा चिन्ताओं को दूर करने के लिये वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केन्द्रित करेंगे. 

ग़ौरतलब है कि हाल ही में एंतोनियो गुटेरेश को यूएन महासचिव के दूसरे पाँच-वर्षीय कार्यकाल के लिये नियुक्त किया गया है.

उन्होंने आगाह किया कि कोरोनावायरस संकट ने विकसित और विकासशील देशों के बीच समाई विषमता को उजागर किया है.

इसके मद्देनज़र, उन्होंने सरकारों से इस संकट से फ़ायदा उठाने वालों पर ‘एकजुटता कर’ (Solidarity tax) या ‘सम्पदा टैक्स’ (Wealth tax) का आहवान किया है.

इसकी मदद से सामाजिक-आर्थिक पुनर्बहाली के लिये वित्तीय संसाधनों का इन्तज़ाम किया जाएगा.

यूएन प्रमुख ने जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने में योरोपीय संघ के प्रयासों की सराहना की है, जिसने वर्ष 2050 तक नैट शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई है. 

उन्होंने कहा कि ज़्यादा संख्या में देश कार्बन तटस्थता हासिल करने की पहल में शामिल हो रहे हैं, मगर इन संकल्पों को स्पष्ट समयसीमाओं के साथ आगे बढ़ाना होगा. 

इसके लिये जीवाश्म ईंधनों को दी जाने वाली सब्सिडी का अन्त करना होगा, और वर्ष 2030 तक कार्बन उत्सर्जनों में पचास फ़ीसदी की कटौती करनी होगी.