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क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़ों और इसराइल में हिंसा - यूएन प्रमुख ने जताई चिन्ता

पूर्व येरुशलम के शेख़ जाराह इलाक़े में एकत्रित इसराइली पुलिसकर्मी.
Yahya Arouri
पूर्व येरुशलम के शेख़ जाराह इलाक़े में एकत्रित इसराइली पुलिसकर्मी.

क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़ों और इसराइल में हिंसा - यूएन प्रमुख ने जताई चिन्ता

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़ों में मंगलवार को हिंसा में आई तेज़ी पर गम्भीर चिन्ता जताई है. इस बीच, यूएन मानवाधिकार कार्यालय (OHCHR) ने बीते दिनों में प्रदर्शनकारियों और इसराइली पुलिस के बीच झड़पों और हवाई कार्रवाई के बाद, शान्ति बहाली के लिये दोगुने प्रयास किये जाने की अपील की है.

पूर्वी येरूशलम में रह रहे फ़लस्तीनी परिवारों को उनके घरों से बेदख़ल किये जाने की आशंका की वजह से, कई दिनों से तनाव व्याप्त था, मगर ताज़ा हिंसा से यह चरम पर पहुँच गया है.

यूएन प्रमुख के प्रवक्ता की ओर से जारी वक्तव्य में, मौजूदा हालात और ग़ाज़ा में हिंसा तेज़ होने पर गहरी चिन्ता जताई गई है, जिससे क़ाबिज़ पूर्वी येरूशलम में तनाव और हिंसा और भड़कने की आशंका है.

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यूएन प्रवक्ता ने बताया कि बड़ी संख्या में हताहतों के बारे में पता चलने पर महासचिव को बेहद दुख हुआ है – इनमें ग़ाज़ा में इसराइली हवाई कार्रवाई में हताहत बच्चे और ग़ाज़ा से दागे गए रॉकेटों से इसराइली हताहत हैं.

"महासचिव की सम्वेदनाएँ, पीड़ितों के परिजनों के साथ हैं."

एंतोनियो गुटेरेश ने इसराइली सुरक्षा बलों से अधिकतम संयम बरतने और सोच-समझ कर बल-प्रयोग किये जाने की अपील की है.

साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया है कि इसराइल में आबादी वाले इलाक़ों में अंधाधुंध रॉकेट व मोर्टार हमले अस्वीकार्य हैं.

यूएन प्रमुख ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र, तनाव में तत्काल कमी लाने के लिये, सभी प्रासंगिक पक्षों के साथ मिलकर प्रयास कर रहा है.

ख़बरों के अनुसार, 7 से 10 मई के बीच पूर्व येरुशलम में 900 और पश्चिमी तट में 200 से ज़्यादा फ़लस्तीनी घायल हुए हैं. इनमें अधिकाँश सुरक्षा बलों की कार्रवाई में घायल हुए हैं, जबकि झड़पों में इसराइली सुरक्षाकर्मी भी ज़ख़्मी हुए हैं.

इस बीच, फ़लस्तीन के हथियारबन्द गुटों ने पिछले 24 घण्टों में इसराइल की ओर लगभग 250 रॉकेट दागे हैं, जिनमें इसराइल के कम से कम 17 आम नागरिक घायल हुए हैं.

अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के पालन की अपील

यूएन मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता रूपर्ट कोलविल ने आगाह किया कि हथियारों के अंधाधुंध इस्तेमाल पर, अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून में सख़्त पाबन्दी है और इसे तत्काल रोका जाना होगा.

यूएन मानवाधिकार प्रवक्ता ने रिपोर्टों के हवाले से बताया कि इसराइली सुरक्षा बलों ने ग़ाज़ा में हवाई कार्रवाई की है, जिसमें 24 फ़लस्तीनियों के मारे जाने की ख़बर है – इनमें 9 बच्चे और एक महिला भी हैं.

"इसराइल को अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानूनों का सम्मान करना होगा, विशेष रूप से युद्धस्थिति में आचरण के मूल सिद्धान्तों पर."

"हवाई कार्रवाई समेत कोई भी हमला, सिर्फ़ सैन्य उद्देश्यों पर लक्षित होना चाहिए, और आम नागरिकों की मौतों व प्रतिष्ठानों की क्षति को टालने के लिये हरसम्भव सतर्कता बरती जानी चाहिए."

इससे पहले, पूर्वी येरूशलम के शेख़ जर्राह और सिलवान इलाक़ों से फ़लस्तीनी परिवारों की बेदख़ली की आशंका के बीच विरोध प्रदर्शन हो रहे थे, जिसके बाद हालात और चिन्ताजनक हो गए हैं.

बीते शुक्रवार से, फ़लस्तीनियों और इसराइली सुरक्षाकर्मियों के बीच अल-अक़्सा मस्जिद परिसर के इर्द-गिर्द झड़पें हुई हैं.

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवँ कार्य एजेंसी (UNRWA) ने बताया है कि शेख़ जर्राह में आठ परिवारों पर बेदख़ल किये जाने का जोखिम मंडरा रहा है. कुल मिलाकर 75 लोग बताए गए हैं.