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जटिल दुनिया में बहुपक्षवाद – सुरक्षा परिषद की महत्वपूर्ण भूमिका

पूर्वी माली के मोप्ती क्षेत्र में गश्त लगाते यूएन शान्तिरक्षक.
MINUSMA/Harandane Dicko
पूर्वी माली के मोप्ती क्षेत्र में गश्त लगाते यूएन शान्तिरक्षक.

जटिल दुनिया में बहुपक्षवाद – सुरक्षा परिषद की महत्वपूर्ण भूमिका

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष ने सदस्य देशों से आग्रह किया है कि कोविड-19 वैक्सीन को, हर एक स्थान पर, हर किसी के लिये उपलब्ध कराने के लिये पहले  से कहीं ज़्यादा प्रयास किये जाने होंगे. यूएन महासभा प्रमुख वोल्कान बोज़किर ने सचेत किया है कि भलाई की नीयत होने और बाँह में असल में वैक्सीन लगी होने की तुलना नहीं की जा सकती.  

बहुपक्षवाद को बरक़रार रखे जाने के मुद्दे पर शुक्रवार को सुरक्षा परिषद में एक उच्चस्तरीय चर्चा हुई, जिसे यूएन महासभा अध्यक्ष ने सम्बोधित किया.

संयुक्त राष्ट्र महासभा प्रमुख वोल्कान बोज़किर ने वैक्सीनों के न्यायोचित वितरण की तुलना, नागरिक संरक्षण से की.

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उन्होंने कोविड-19 वैक्सीन के पेटेण्ट में छूट के लिये हाल में की गई घोषणा की सराहना करते हुए कहा कि इससे ज़िन्दगियों को बचाने में मदद मिलेगी.

मगर ध्यान दिलाया कि निम्न-आय वाले देशों को अब तक, कुल वैक्सीन ख़ुराकों का महज़ 0.3 प्रतिशत ही मिल पाया है.

वोल्कान बोज़किर ने ऑनलाइन बैठक को सम्बोधित करते हुए स्पष्ट किया,  “हम इससे बेहतर कर सकते हैं. हमें बेहतर करना होगा.”

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि कोविड-19 महामारी, कोई ऐसी स्थिति नहीं है किसी एक का फ़ायदा, दूसरे के लिये नुक़सान हो. भलाई की नीयत और बाँह में वैक्सीन का कोई मुक़ाबला नहीं है.

यूएन महासभा प्रमुख के तौर पर, वोल्काल बोज़किर ने संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों की ओर से सम्बोधित किया. अपने सम्बोधन में, उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद के पास अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा की विशेष ज़िम्मेदारी है.

उनके मुताबिक, दुनिया भर में करोड़ों लोगों के लिये, 15-सदस्यीय परिषद, संयुक्त राष्ट्र का चेहरा और मूर्त रूप है. सुरक्षा परिषद की सफलताएँ और विफलताएँ, संयुक्त राष्ट्र की कामयाबियों और नाकामियों के रूप में देखा जाता है.

महासभा अध्यक्ष ने ध्यान दिलाया कि, अनेक मर्तबा, सुरक्षा परिषद विभाजित रही है, और चुनौती के अनुरूप मुक़ाबला कर पाने में सक्षम नहीं रही.

“इनमें से अधिकाँश मामलों में, विफलता का कारण, सदस्य देशों के बीच मतभेद थे, विशेष रूप से, इसके स्थाई सदस्यों में.”

यूएन महासभा प्रमुख ने सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि एक ज़्यादा प्रतिनिधित्व पर आधारित, जवाबदेह और पारदर्शी परिषद की ज़रूरत है.

उन्होंने कहा कि ये सन्देश, वो यूएन प्रणाली के सबसे लोकतान्त्रिक अंग के अध्यक्ष के रूप में दे रहे हैं. 

शुक्रवार को इस ऑनलाइन चर्चा का आयोजन चीन ने किया, जो इस महीने सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष देश है.