ज्याँ आरनॉ – अफ़ग़ानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव के नए निजी दूत
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अनुभवी मध्यस्थकार ज्याँ आरनॉ को अफ़ग़ानिस्तान व क्षेत्रीय मुद्दों के लिये अपना नया निजी दूत नियुक्त किये जाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि यह नियुक्ति, देश में दशकों से चले आ रहे हिंसक संघर्ष के शान्तिपूर्ण निपटारे के लिये, संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
महासचिव गुटेरेश के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने उनकी ओर से एक बयान जारी करके कहा कि ज्याँ आरनॉ, यूएन प्रमुख की विशेष प्रतिनिधि डेबराह लियोन्स और अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (UNAMA) के साथ मिलकर कार्य करेंगे.
Welcome back, Jean Arnault, just named as the Secretary-General's Personal Envoy on Afghanistan! Jean will work closely with the outstanding Deborah Lyons, chief of @UNAMAnews. His appointment reflects our strong commitment to a peaceful resolution of the #Afghanistan conflict. pic.twitter.com/k7WHSmEc85
DicarloRosemary
अफ़ग़ानिस्तान में यूएन मिशन लम्बे समय से शान्ति प्रक्रिया और क्षेत्रीय सहयोग को समर्थन प्रदान करता रहा है, जिसे आगे भी जारी रखा जाएगा.
निजी दूत के लिये तय दायित्वों में, महासचिव की ओर से क्षेत्रीय देशों के साथ सम्पर्क स्थापित करना है ताकि अफ़ग़ानिस्तान और तालेबान के बीच वार्ता के सिलसिले में, और सम्भावित समझौतों पर मदद मुहैया कराई जा सके.
यूएन प्रवक्ता ने बताया, “अफ़ग़ानिस्तान के समर्थन में क्षेत्रीय सहयोग की अहमियत के मद्देनज़र, निजी दूत पड़ोसी देशों के साथ अच्छे सम्बन्धों को बढ़ावा देना चाहेंगे ताकि देश में शान्ति की दिशा में योगदान दिया जा सके.”
यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने कहा कि निजी दूत ज्याँ आरनॉ को, यूएन सहायता मिशन के साथ नज़दीकी तौर पर काम करने के साथ-साथ, संयुक्त राष्ट्र के राजनैतिक व शान्तिनिर्माण मामलों के विभाग (DPPA) से भी सहयोग प्राप्त होता रहेगा.
इसी विभाग के माध्यम से महासचिव तक सूचना पहुँचाई जाती रहेगी.
राजनैतिक व शान्तिनिर्माण मामलों के विभाग की प्रमुख रोज़मैरी डीकार्लो ने विशेष दूत ज्याँ आरनॉ का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी नियुक्ति, अफ़ग़ानिस्तान में हिंसक संघर्ष के शान्तिपूर्ण निपटारे के लिये हमारी मज़बूत प्रतिबद्धता को परिलक्षित करती है.
दशकों का कूटनैतिक अनुभव
ज्याँ आरनॉ, फ्राँस के नागरिक हैं और उनके पास अन्तरराष्ट्रीय कूटनीति, शान्तिपूर्ण निपटारे व मध्यस्थता में 30 वर्षों से ज़्यादा समय का अनुभव है.
यूएन प्रवक्ता कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, इससे पहले उनकी पृष्ठभूमि अफ़ग़ानिस्तान सहित संयुक्त राष्ट्र के अफ़्रीका, एशिया, योरोप और लातिन अमेरिका के मिशनों में रही है.
हाल के वर्षों में उन्होंने, कोलम्बिया शान्ति वार्ता के दौरान महासचिव के प्रतिनिधि, वर्ष 2015 से 2018 तक कोलम्बिया के लिये यूएन महासचिव के विशेष प्रतिनिधि, और वर्ष 2019 से 2020 तक बोलीविया के लिये यूएन महासचिव के विशेष दूत के तौर पर अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं.