वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

अफ़ग़ानिस्तान में यूनेस्को का साक्षरता मिशन

 यूनेस्को की परियोजना के तहत 2021-2022 में 15 हज़ार युवा और वयस्क शिक्षार्थी बुनियादी साक्षरता शिक्षा प्राप्त करेंगे.
UNICEF/Rezayee
यूनेस्को की परियोजना के तहत 2021-2022 में 15 हज़ार युवा और वयस्क शिक्षार्थी बुनियादी साक्षरता शिक्षा प्राप्त करेंगे.

अफ़ग़ानिस्तान में यूनेस्को का साक्षरता मिशन

संस्कृति और शिक्षा

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन - यूनेस्को अफ़गानिस्तान में शिक्षा मन्त्रालय के साथ मिलकर "देश के भविष्य के लिये बेहतर शिक्षा प्रणाली" परियोजना के तहत, 15 हज़ार युवा और वयस्क शिक्षार्थियों को बुनियादी साक्षरता पाठ्यक्रम प्रदान करने में मदद कर रहा है.

यूनेस्को के सांख्यिकी संस्थान के वर्ष 2018 के आँकड़ों के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान की कुल 3 करोड़ 60 लाख की आबादी में से, 15 साल से ऊपर के आयुवर्ग में लगभग 1 करोड़ 70 लाख युवा और वयस्क अनपढ़ की श्रेणी में हैं, जिनमें लगभग 70 लाख, 20 हज़ार महिलाएँ हैं.

यूनेस्को ने वर्ष 2008 से 2019 तक, अनुमानित 1 करोड़, 20 लाख लाभार्थियों को साक्षरता, संख्यात्मकता और व्यावसायिक कौशल के स्तर में सुधार किया, जिनमें से दो-तिहाई महिलाएँ हैं.

वर्ष 2021-2022 में "अफ़ग़ानिस्तान के भविष्य के लिये बेहतर शिक्षा प्रणाली" परियोजना के तहत, 15 हज़ार युवा और वयस्क शिक्षार्थी, बुनियादी सामान्य साक्षरता पाठ्यक्रम का लाभ उठाएँगे.

इस परियोजना को स्वीडन सरकार की स्वीडिश अन्तरराष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी (Sida) ने वित्त पोषित किया है और यूनेस्को काबुल कार्यालय और शिक्षा मन्त्रालय लागू किया है.

इसका उद्देश्य, अफ़ग़ानिस्तान में वंचित समूह और हाशिये पर धकेले हुए समुदायों में वयस्क शिक्षा एवं साक्षरता के लिये बढ़ती माँग और पहुँच सुनिश्चित करना है.  

शिक्षा मन्त्रालय ने इसी लक्ष्य से, यूनेस्को काबुल कार्यालय की तकनीकी सहायता से, बुनियादी सामान्य साक्षरता पाठ्यक्रम प्रदान करने के योग्य सक्षम प्रशिक्षकों को, प्रशिक्षण देने के वास्ते नवम्बर और दिसम्बर 2020 के दौरान,12 प्रान्तों में दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया.

प्रतिभागियों में कार्यक्रम कार्यान्वयन प्रबन्धक, निगरानीकर्ता और ज़िला साक्षरता प्रबन्धक शामिल थे, जिन्हें क्षेत्र में शिक्षा में उनकी विशेषज्ञता के आधार पर चुना गया था.

साक्षरता का विस्तार

अफ़ग़ानिस्तान के हेरात प्रान्त की एक ज़िला साक्षरता प्रबन्धक, जलीला ने कहा कि प्रशिक्षण उपयोगी था क्योंकि “इससे व्यावहारिक ज्ञान मिला है, जिसे मैं साक्षरता प्रबन्धक के रूप में आगे उपयोग करूँगी. उन्होंने आगे ज़ोर देकर कहा कि "उन्हें इससे यह भी प्रशिक्षण मिला कि निगरानीकर्ताओं का मार्गदर्शन कैसे करना है, साक्षरता कक्षाओं की निगरानी करने के लिये प्रशिक्षकों को कैसे प्रशिक्षित करना है और कैसे सबसे प्रभावी तरीक़े से शिक्षार्थियों को शिक्षा देनी है."

हालाँकि पूर्व कार्यक्रम के अनुसार, प्रशिक्षण की शुरुआत 2020 में पहले ही की जानी थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण, प्रशिक्षण को 2020 के अन्त तक टालना पड़ा, जब स्थिति आमने-सामने प्रशिक्षण करने के लिये थोड़ी बेहतर हो पाई.

अफ़ग़ानिस्तान में विभिन्न एजेंसियाँ महिलाओं को भी शिक्षित व रोज़गार योग्य बनाने के लिये, उनका कौशल विकास करने में सक्रिय हैं.
UNAMA/Torpekai Amarkhel
अफ़ग़ानिस्तान में विभिन्न एजेंसियाँ महिलाओं को भी शिक्षित व रोज़गार योग्य बनाने के लिये, उनका कौशल विकास करने में सक्रिय हैं.

प्रशिक्षण में तीन खण्ड शामिल थे – यानि शिक्षक प्रशिक्षण, निगरानी व मूल्याँकन, और अनौपचारिक शिक्षा प्रबन्धन सूचना प्रणाली (NFE-MIS).

प्रत्येक क्षेत्र के मास्टर प्रशिक्षक, इस ज्ञान और अनुभव को उन 564 साक्षरताकर्मियों के साथ बाँटेंगे, जिन्हें 2021 में देश भर में, हज़ारों शिक्षार्थियों को साक्षरता कक्षाएँ चलाने के लिये प्रशिक्षित किया जाएगा.

प्रशिक्षण के समापन समारोह के दौरान, विभिन्न प्रान्तों के प्रतिभागियों ने अफ़ग़ानिस्तान में साक्षरता के विस्तार के लिये शिक्षा मन्त्रालय और यूनेस्को का आभार व्यक्त किया.

उन्होंने इस ज्ञान और विशेषज्ञता को अपने प्रान्तों के साक्षरता कर्मचारियों तक पहुँचाने की प्रतिबद्धता भी जताई. मन्त्रालय को विश्वास है कि 2021 में, साक्षरता पाठ्यक्रम, अतिरिक्त प्रान्तों तक अपनी पहुँच दोगुनी करेगा.

यूनेस्को का कहना है कि जीवन, संस्कृति, अर्थव्यवस्था और समाज की उभरती चुनौतियों व जटिलताओं से निपटने के लिये लोगों के ज्ञान, कौशल और दक्षताओं के निर्माण का आधार साक्षरता से शुरू होता है.

"साक्षरता" से सामाजिक-आर्थिक गतिशीलता को बढ़ावा मिलता है और नागरिकों को आजीवन कुछ न कुछ सीखने एवं सामुदायिक, कार्यस्थल और व्यापक समाज में पूरी तरह भाग लेने में सक्षम बनाता है.

सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) 4.6 और राष्ट्रीय शिक्षा रणनैतिक योजना 2030 के ढाँचे के अन्तर्गत, अफ़ग़ानिस्तान का शिक्षा मन्त्रालय, यूनेस्को की मदद से, देश में पुरुषों, महिलाओं, युवाओं व वयस्कों के लिये सार्वभौमिक साक्षरता हासिल करने के लिये प्रयासरत है. 

यूनेस्को, BESAF परियोजना के माध्यम से बुनियादी सामान्य साक्षरता और कौशल-आधारित साक्षरता कार्यक्रमों तक बढ़ती पहुँच के अलावा, एक मज़बूत शिक्षा योजना का विकास, कार्यान्वयन और निगरानी करने में भी शिक्षा मन्त्रालय की सहायता कर रहा है.

साथ ही, अफ़ग़ानिस्तान सरकार को औपचारिक बुनियादी शिक्षा, अनौपचारिक वयस्क शिक्षा और उच्च शिक्षा के लिये पाठ्यक्रम और शिक्षण संसाधनों को संशोधित करने में सहयोग दे रहा है.